गोपी सर ने बधाई दी, साइना ने नहीं: सिंधू

टोक्यो। भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने सोमवार को कहा कि टोक्यो ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने के बाद मुख्य राष्ट्रीय कोच पुलेला गोपीचंद ने उन्हें बधाई संदेश दिया जबकि सीनियर खिलाड़ी साइना नेहवाल से उन्हें बधाई नहीं मिली।  यह पूछने पर कि क्या पदक जीतने के बाद गोपीचंद और साइना ने उनसे बात की, सिंधू ने वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘बेशक, गोपी सर ने मुझे बधाई दी। मैंने अब तक सोशल मीडिया नहीं देखा है। मैं धीरे-धीरे सभी.......

फाइनल का दबाव नहीं झेल पाईं कमलप्रीत

मेडल से चूकीं, छठें स्थान पर रहीं टोक्यो। भारतीय चक्काफेंक खिलाड़ी कमलप्रीत कौर टोक्यो ओलंपिक में वर्षाबाधित फाइनल में 63.70 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो लगाकर छठे स्थान पर रहकर मेडल से चूक गईं। शनिवार को क्वालीफाइंग दौर में दूसरे स्थान पर रही कमलप्रीत आठ दौर के फाइनल में कभी भी पदक की दौड़ में नहीं रहीं।  अमेरिका की वालारी आलमैन 68.98 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण, जर्मनी की क्रिस्टीन पुडेंज को रजत और मौजूदा विश्व चैम्पियन क्यूबा की य.......

महिला हॉकी में ‘चक दे इंडिया!’

टोक्यो। ड्रैगफ्लिकर गुरजीत कौर के गोल और गोलकीपर सविता की अगुवाई में रक्षापंक्ति के बेहतरीन प्रदर्शन से भारतीय महिला हॉकी टीम ने ओलंपिक खेलों के क्वार्टर फाइनल में सोमवार को यहां विश्व में नंबर दो आस्ट्रेलिया को करीबी मुकाबले में 1-0 से हराकर पहली बार ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर नया इतिहास रचा।  भारतीय पुरुष हॉकी टीम के 49 वर्ष बाद सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद विश्व में नौवें नंबर की महिला टीम ने यह इतिहास रचा। सेमीफाइनल में उस.......

फाइनल प्वाइंट जीतने के बाद दिमाग सचमुच ब्लैंक थाः पीवी सिंधू

कोच पार्क ताइ सैंग भी खुश  टोक्यो। टोक्यो ओलम्पिक में बैडमिंटन की महिला एकल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की स्टार शटलर वीपी सिंधू ने बयान दिया है। उनका कहना है कि फाइनल पॉइंट जीतने के बाद उनका दिमाग सचमुच ब्लैंक था। उनके मुताबिक, अंतिम समय में मैंने जो उपलब्धि हासिल की उसका कुछ क्षण तक मैंने अनुभव किया। सिंधू ओलम्पिक में बैडमिंटन स्पर्धा में लगातार दूसरा पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। पीवी सिंध.......

फिल्म देख महिला हॉकी टीम ने जीती हारी हुई बाजी

कोच बोले- आज जश्न मनाने का दिन टोक्यो। टोक्यो ओलम्पिक में सोमवार (दो अगस्त) को भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास रच दिया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए क्वार्टर फाइनल में टीम इंडिया ने कंगारू टीम को 1-0 से हराया। इस जीत से साथ भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई। भारतीय महिला हॉकी टीम 41 साल बाद ओलम्पिक के सेमीफाइनल में पहुंची है। भारत की इस शानदार जीत के चलते कोच सोजर्ड मारिजने भी गदगद हैं। वह चाहते हैं कि खिलाड़ियों ने जो कुछ हासिल .......

बेलिंडा बेनकिक ने टोक्यो में जीता टेनिस का गोल्ड मेडल

इसे दो महान खिलाड़ियों फेडरर और मार्टिना हिंगिस के नाम किया टोक्यो। जापान की राजधानी टोक्यो में जारी ओलम्पिक खेलों के वुमेंस सिंगल्स टेनिस टूर्नामेंट का फाइनल जीतकर स्विट्जरलैंड की बेलिंडा बेनकिक ने इतिहास रचा है। बेलिंडा बेनकिक ने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया है, लेकिन बेलिंडा बेनकिक ने महिला सिंगल्स टेनिस का स्वर्ण पदक जीतने के बाद इस पदक को अपने देश के महान खिलाड़ी रोजर फेडरर के नाम किया है। दरअसल, टोक्यो 2020 में वुमेंस सिंगल्स के फ.......

लगातार तीन पराजयों के बाद बदली महिला हॉकी की तकदीर

जानें ओलम्पिक के सफर में कैसे पलटी बाजी खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलम्पिक में इतिहास रच दिया। क्वार्टर फाइनल में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से मात दी। भारत की तरफ से एकमात्र गोल गुरजीत कौर ने खेल के 22वें मिनट में किया। इस जीत के साथ भारतीय महिला हॉकी सेमीफाइनल में पहुंच गई। ओलम्पिक इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब भारत की महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में पहुंची। अब सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला अर्जेंट.......

हॉकी में 49 साल बाद सेमीफाइनल प्रवेश

टोक्यो। भारत की पुरुष हॉकी टीम ने रविवार को यहां ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर टोक्यो ओलम्पिक खेलों के सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ ही 41 साल में पहला पदक जीतने की तरफ मजबूत कदम बढ़ाये। भारत ने इससे पहले हॉकी में अपना आखिरी पदक 1980 में मास्को ओलम्पिक में स्वर्ण पदक के रूप में जीता था। तब मैच राउंड रोबिन आधार पर खेले गये थे और शीर्ष पर रहने वाली दो टीमों के बीच स्वर्ण पदक का मुकाबला हुआ था।  इस तरह से भारत 1972 में म्यूनिख ओलंपिक के .......

पुरुष मुक्केबाजी में सतीश हारे, चुनौती समाप्त

टोक्यो। बुरी तरह से चोटिल भारतीय मुक्केबाज सतीश कुमार (प्लस 91) विश्व चैम्पियन उज्बेकिस्तान के बखोदिर जालोलोव के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन के बावजूद क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गए। प्री क्वार्टर फाइनल में लगी चोटों के कारण माथे और ठोड़ी पर कई टांके लगवाकर उतरे सतीश 0.5 से हारे। उन्हें जमैका के रिकार्डो ब्राउन के खिलाफ प्री क्वार्टर फाइनल में दो कट लगे थे।  सेना के 32 वर्षीय मुक्केबाज ने अपने दाहिने हाथ से पंच भी जड़े लेकिन जालोलोव पूरे.......

13 साल का हुआ खेलपथ

प्रवेशांक हाथ आते ही सहनी पड़ी थी पितृ-विछोह की वेदना आप सब मेरी ताकत हैं, आप सब मेरा हौसला हैं। आप जैसे सुधि पाठकों के प्रोत्साहन से ही खेलपथ अपने प्रकाशन के 13 साल पूरा कर सका है। आपके स्नेह से मिला सम्बल हर पल-हर क्षण खेलों के लिए कुछ करने को अभिप्रेरित करता है। खेलों से जुड़ाव की जहां तक बात है, बचपन से पचपन तक किसी न किसी रूप में मैदानों से जुड़ा रहा हूं। रायबरेली जिले के कोड़रा गांव के ऊबड़-खाबड़.......