भारत की शर्मनाक पराजय के प्रमुख कारण

अब आया गुरूर का ऊंट पहाड़ के नीचे मुम्बई। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की वनडे इंटरनेशनल सीरीज का आगाज हो चुका है। सीरीज का पहला मैच मंगलवार (14 जनवरी) को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया और टीम इंडिया को 10 विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने पूरे मैच पर दबदबा बनाए रखा और टीम इंडिया बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों समय बेबस नजर आई। ऑस्ट्रेलिया .......

खेलो इंडिया गेम्सः महाराष्ट्र चार स्वर्ण के साथ अंकतालिका में शीर्ष पर पहुंचा

गुवाहाटी। महाराष्ट्र खेलो इंडिया युवा खेलों के पांचवें दिन मंगलवार को यहां चार स्वर्ण पदक जीतकर पदक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया। सोमवार को 12 स्वर्ण पदक जीतकर शानदार प्रदर्शन करने वाला हरियाणा अब 18 स्वर्ण और कुल 54 पदक के साथ तालिका में दूसरे स्थान पर है। महाराष्ट्र ने अब तक 21 स्वर्ण सहित 89 पदक जीते हैं। इस सूची में दिल्ली तीसरे स्थान पर है जिसके नाम 15 स्वर्ण के साथ 41 पदक है मंगलवार को उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन.......

विजय मल्होत्रा को फिर सौंपी गई स्पोर्ट्स काउंसिल की कमान

खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और भारतीय ओलंपिक संघ के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा को एक बार फिर ऑल इंडिया काउंसिल ऑफ स्पोर्ट्स (एआईसीएस) की कमान सौंप दी गई है। हालांकि पिछली बार काउंसिल में शामिल किए गए दिग्गज सचिन तेंदुलकर और विश्वनाथन आनंद को इस बार शामिल नहीं किया गया  है। 21 सदस्यीय काउंसिल में इस बार क्रिकेटर हरभजन सिंह और के श्री.......

'बंगलूरू में ट्रेनिंग का फैसला खुद साइना का था'

प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी ने स्पष्ट किया कि बंगलूरु में विमल कुमार के मार्गदर्शन में अभ्यास करने का फैसला साइना नेहवाल का ही था और इसमें अकादमी की कोई भूमिका नहीं रही। रियो ओलंपिक से पहले हैदराबाद में गोपीचंद अकादमी छोड़कर साइना ने बंगलूरु में ट्रेनिंग का फैसला किया था।  गोपीचंद ने आगामी किताब ‘ड्रीम्स ऑफ ए बिलियन, इंडिया एंड द ओलंपिक गेम्स’ के एक अध्याय ‘बिटर राइवलरी’ में लिखा है कि 2014 वर्ल्ड चैंपियनशिप के बाद विमल कुमार.......

महिला हॉकी टीम का न्यूजीलैंड दौरा, रानी रामपाल को कमान

खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली।अनुभवी स्ट्राइकर रानी रामपाल भारत की न्यूजीलैंड दौरे पर जाने वाली भारत की 20 सदस्यीय महिला हॉकी टीम का नेतृत्व करेंगी। गोलरक्षक सविता पूनिया टीम की उपकप्तान होंगी। रानी रामपाल के नेतृत्व में ही भारत की महिला हॉकी टीम ने अमेरिका को भुवनेश्वर में हराकर टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वॉलीफाई किया है। भारत की महिला टीम 25 जनवरी से पांच फरवर.......

तीरंदाजी में मुस्कान और चिराग ने मध्य प्रदेश को दिलाये स्वर्ण पदक

खेलपथ प्रतिनिधि रागिनी और बबिता ने दो रजत तथा श्रृष्टि और अंतिम ने जीते दो कांस्य पदक भोपाल:  खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है। प्रदेश के खिलाड़ी अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं और लगातार पदक जीतकर मध्य प्रदेश का गौरव बढ़ा रहे हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मध्य प्रदेश को तीरंद.......

टेबल टेनिस में अनुषा का स्वर्णिम प्रदर्शन

सुनील डाबर ने 1500 मीटर दौड़ में बनाया रिकार्ड खेलपथ प्रतिनिधि भोपाल: खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने चौथे दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रदेश को दो स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य सहित नौ पदक दिलाए। इन्हें मिलाकर मध्य प्रदेश के खिलाड़ियों ने अब तक 9 स्वर्ण, 8 रजत और 9 कांस्य सहित कुल 2.......

शेफाली ने किया पिता का सपना पूरा

नई दिल्ली। महज 15 साल 285 दिन की उम्र में अर्द्धशतक जड़ महान सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड भंग करना और अब टी-20 विश्व कप टीम में चयन के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रथम प्रवेशी का बीसीसीआई का अवॉर्ड हासिल करना। दो माह के अंदर रोहतक की शेफाली वर्मा की यह उड़ान किसी स्वप्निल परीकथा से कम नहीं है, लेकिन इसके पीछे संघर्ष की ऐसी कहानी छुपी जो किसी के लिए भी प्रेरणा बन सकती है। तीन साल पहले की ही बात है शेफाली के पिता की जेब में महज 280 रुपये थे। ग्लव्स फट चुके और बैट .......

ओलम्पिक पदक विजेता अलीजादेह ने छोड़ा ईरान

ताइक्वांडो में कांस्य पदक जीता था ईरान की एकमात्र ओलंपिक पदक विजेता महिला खिलाड़ी कीमिया अलीजादेह ने कहा है कि उन्होंने देश छोड़ दिया है। उन्होंने इसके लिए सिस्टम के पखंड का हवाला देते हुए कहा कि वह खिलाड़ियों का राजनीतिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करते हुए उनका शोषण करता है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा है क्या मुझे हैलो, गुडबॉय या शोक से शुुरुआत करनी चाहिए। 21 वर्षीय अलीजादेह ने 2016 रियो ओलंपिक में ताइक्वांडो में कांस्य पदक जीता थ.......

एशिया के नायाब तैराक मिहिर सेन

वकालत छोड़ बने थे तैराक 1958 में इंग्लिश चैनल तैरकर पार करने वाले मिहिर सेन भारत के ही नहीं बल्कि एशिया के पहले तैराक थे, जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की थी। पेशे से वकील मिहिर ने सॉल्ट वाटर तैराकी में पांच महत्वपूर्ण रिकॉर्ड बनाए थे। 16 नवंबर, 1930 को पश्चिम बंगाल में जन्मे मिहिर सेन ने ओडि़शा में कानून से स्नातक की डिग्री प्राप्त की। आगे की पढ़ाई के लिए वह इंग्लैंड चले गए। वकालत के दौरान ही उन्हें इंग्लिश चैन.......