टेस्ट चैंपियनशिप में बदलाव करेगी आईसीसी, भारत पर असर नहीं

नई दिल्ली। आईसीसी कोरोना के कारण अधर में लटकी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के मैच पूरे करवाने के लिये इसे 4 महीने आगे खिसकाने और इसके कार्यक्रम में बदलाव करने पर विचार कर रही है, लेकिन इससे भारत पर असर नहीं पड़ेगा और वह आगे भी इसमें अपनी मजबूत स्थिति बरकरार रख सकता है। भारत ने डब्ल्यूटीसी में अब तक सर्वाधिक 4 श्रृंखलाएं खेली हैं, जिसमें से तीन में उसने जीत दर्ज की। इससे उस.......

तो सचिन तेंदुलकर के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में होतीं 128 सेंचुरी

नई दिल्ली। क्रिकेट में रिकॉर्ड्स के बेताज बादशाह सचिन तेंदुलकर 24 साल के अपने शानदार और चमकदार करियर में यदि नर्वस नाइन्टीस के शिकार नहीं होते तो उनके खाते में 100 नहीं 128 शतक होते। शुक्रवार को 47 वर्ष के हुए सचिन ने अपने करियर में टेस्ट और वनडे को मिलकर कुल 100 इंटरनेशनल शतक बनाए जो विश्व रिकॉर्ड है। सचिन ने 200 टेस्ट में 51 शतक और 463 वनडे में 49 शतक बनाए। सचिन ने 2013 में अपना 200वां टेस्ट खेलने के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था।.......

विराट कोहली तोड़ सकते हैं सचिन तेंदुलकर के 100 शतकों का रिकॉर्डः ब्रेट ली

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली का मानना है कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के 100 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। तेंदुलकर को लोग 'क्रिकेट का भगवान' मानते हैं, वो दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं, जिनके खाते में 100 इंटरनेशनल सेंचुरी दर्ज हैं। सचिन ने 51 टेस्ट और 49 वनडे इंटरनेशनल शतक जड़े हैं। ली ने विराट की वो तीन खूबियां भी बताईं, जिनके दम पर वो तेंदुलकर को 100 शतकों के मामले में पीछे छोड़ सकते हैं। ब्रेट .......

महिला हॉकी टीम ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में चार दिन में जुटाए सात लाख रुपये

बेंगलूरु। कोरोना वायरस 'कोविड-19' महामारी के दौरान देशव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर गरीब और प्रवासी कामगारों की मदद के लिए धन जुटा रही भारतीय महिला हॉकी टीम की मिडफील्डर सुशीला चानू ने लोगों के समर्थन के प्रति आभार प्रकट किया है।  चानू ने कहा, “भारतीय महिला हॉकी टीम के 1000 लोगों को भोजन का प्रबंध करने की पहल को मिल रहा समर्थन उत्साहजनक है। हमें हॉकी में आगे बढ़ने के दौरान इस देश के लोगों से बहु.......

एथलेटिक्स में कानपुर की पहचान हैं दिनेश भदौरिया

2010 राष्ट्रमण्डल खेलों में किया था भारत का प्रतिनिधित्व नूतन शुक्ला कानपुर। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत एथलेटिक्स में बेशक महाशक्ति न हो लेकिन यहां समय-समय पर कुछ ऐसे एथलीट और प्रशिक्षक जरूर हुए जिनका नाम आदर से लिया जा सकता है। उत्तर प्रदेश की जहां तक बात है यहां के कई एथलीट राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं। कानप.......

भारत में खेलों का इतिहास

श्रीप्रकाश शुक्ला भारतीय एथलेटिक्स का इतिहास वैदिक काल से है। हालांकि यह वास्तव में एक रहस्य है जब भारत में बिल्कुल एथलेटिक्स ने अपनी उपस्थिति को एक विशिष्ट खेल के रूप में महसूस किया; हालाँकि यह कहा जा सकता है कि अथर्ववेद के सुस्पष्ट मूल्यों ने भारतीय एथलेटिक्स के अंग को छिन्न-भिन्न कर दिया। वैदिक युग में या बहुत बाद में रामायण और महाभारत की अवधि में, एथलेटिक्स आमतौर पर खेल का एक सामान्य रूप था। रथ रेसिंग, ती.......

खेलों की असाधारण रानी कानपुर की रानी चंदेल

खेल और प्रशिक्षण में स्थापित किए नए प्रतिमान नूतन शुक्ला कानपुर। आत्मविश्वास और पूर्ण मनोयोग से यदि लक्ष्य प्राप्ति का प्रयास किया जाए तो साधनों के अभाव में भी सफलता प्राप्त की जा सकती है। इस बात को सिद्ध कर दिखाया है कानपुर की रानी चंदेल ने। रानी चंदेल ने अपनी मेहनत और लगन से गुरबत पर फतह हासिल करते हुए खेलों में ऐसा मुकाम बनाया है.......

कुछ मुक्केबाजों को ओलंपिक का टिकट कटाने को चाहिए था केवल एक दिन

नई दिल्ली। जर्मनी की मुक्केबाज नादिने एपेट्ज ने टोक्यो ओलंपिक का टिकट कटाने के लिए चार साल का इंतजार किया और जब लंदन में क्वालीफाइंग टूर्नामेंट का समय आया तो इसे कोरोना वायरस महामारी के कारण निलंबित कर दिया गया। 34 साल की वेल्टरवेट मुक्केबाज नादिने 'न्यूरोसाइंस' में डाक्टरेट के लिए पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'मैं रो रही थी क्योंकि मैं इतनी निराश हो गई थी। आप अपने इतने बड़े लक्ष्य के इतने करीब हो और अचानक सब बंद हो जाये। एक और दिन .......

अनाथालय से निकला डिंको जैसा महारथी

कैंसर से जूझ रहा है जांबाज खेलपथ प्रतिनिधि इंफाल। एक तरफ दुनिया कोरोना संक्रमण की महामारी से जूझ रही है तो दूसरी तरफ भारत का जांबाज मुक्केबाज डिंको सिंह कैंसर से जूझ रहा है। मणिपुर के इस मुक्केबाज की मदद के लिए भारतीय मुक्केबाजी संघ, कई मुक्केबाज तो कई खेलप्रेमी आर्थिक मदद को आगे आए हैं। पाठकों को हम आज बताना चाहेंगे कि यह मुक्केबाज भारत का गौरव है ऐसे में इसकी मदद के लिए केन्द्र सरकार को आगे आना चाहिए। मणिपुर की बात करें तो इ.......