भारतीय महिला टीम का इंगलैंड दौरा टला

लंदन, (एजेंसी)। भारतीय महिला टीम का 25 जून से शुरू होने वाला इंगलैंड का दौरा अस्थायी रूप से स्थगित हो गया है, क्योंकि इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने शुक्रवार को महामारी के कारण एक जुलाई तक देश में पेशेवर क्रिकेट के सभी प्रारूपों को निलंबित कर दिया। भारतीय महिला टीम को 2 सप्ताह के दौरे में 4 एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय और 2 टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने थे, जो 9 जुल.......

मनोहर शशांक 2 महीने और रह सकते हैं आईसीसी चेयरमैन

नई दिल्ली। आईसीसी के चेयरमैन शशांक मनोहर को कोरोना के कारण आईसीसी बोर्ड की बैठक टलने की संभावना को देखते हुए कार्यकाल में 2 माह का विस्तार मिल सकता है। संभावना है कि इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख कोलिन ग्रावेस उनकी जगह लेंगे। समझा जाता है कि बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष मनोहर तीसरी बार 2 साल का कार्यकाल विस्तार नहीं चाहते। आईसीसी बोर्ड के एक सदस्य ने बताया ,‘यह तय ह.......

एएफआईएच हॉकी प्रो. लीग सत्र एक साल बढ़ा

लुसाने। अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने अपने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट प्रो. लीग के दूसरे सत्र को एक साल के लिए बढ़ा दिया, जो अब जून 2021 तक चलेगा। एफआईएच ने कोरोना से मैचों के स्थगित होने के कारण शुक्रवार को यह फैसला लिया। दूसरे सत्र का आयोजन जनवरी से जून तक होना था, लेकिन कोरोना के कारण मार्च के शुरुआत में खेल रोके जाने तक इसके एक-तिहाई मुकाबले ही हुए हैं। .......

थूक से गेंद नहीं चमका सकेंगे गेंदबाज

कृत्रिम पदार्थ लगाने पर विचार नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण गेंदबाज अब क्रिकेट गेंद पर थूक नहीं लगा सकेंगे, लिहाजा उसे चमकाने के लिये कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की अनुमति देने पर विचार किया जा सकता है। इसे दूसरे शब्दों में गेंद से छेड़खानी भी कह सकते हैं। ‘ईएसपीएन क्रिकइन्फो’ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रशासक अंपायरों की निगरानी में गेंद को चमकाने के लिये कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की अनुमति देने के विकल्प पर व.......

कोरोना टेस्ट के बाद कैंप में शामिल हों खिलाड़ी

नई दिल्ली। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की प्रिपरेशन कमेटी (तैयारी समिति) की बैठक में राष्ट्रीय खेल संघों ने लॉकडाउन खुलते ही ओलंपिक की तैयारियां शुरू कराने को कहा है। खेल संघों ने ओलंपिक के एक साल के स्थगन को अपने हक में बताते हुए कहा कि तैयारियां रोकना ठीक नहीं है। कैंपों में सामाजिक दूरी का ख्याल रखा जाएगा। उन्हें अलग-अलग ग्रुपों में ट्रेनिंग कराई जाएगी। साथ ही कहा है कि कैंप में खिलाड़ियों को प्रवेश कोरोना टेस्ट कराने के बाद दिया जाए। वहीं .......

शारीरिक शिक्षा की अलख जगातीं पूनम सिंह

खेलों के महत्व पर बिन्दास रखती हैं अपनी बात नूतन शुक्ला कानपुर। छात्र जीवन में शारीरिक शिक्षा का विशेष महत्व है। शारीरिक शिक्षा जहां छात्र-छात्राओं को धीरज रखना सिखाती वहीं उनका मन भी शांत करती है। शारीरिक शिक्षा से छात्र में अच्छे चरित्र का निर्माण होता है और उसे एक अच्छा नागरिक बनने में भी मदद मिलती है। इन्हीं सब खूबियों के मद्देनजर पूनम सिं.......

पहलवानों के लिए अनोखा दंगल : घर पर कसरत करो और इनाम जीतो

नई दिल्ली। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना के इस संकट काल में खिलाड़ियों के लिए अपनी  फिटनेस बरकरार रख पाना सबसे बड़ी चुनौती हो गई है। सबसे ज्यादा दिक्कत पहलवानों को हो रही है क्योंकि उनके सामने वजन बढ़ने का डर सबसे ज्यादा है। मैट पर तो प्रैक्टिस नहीं हो पा रही है, लेकिन कई पहलवान ऐसे हैं जो घर में छोटी-मोटी कसरत करके फिटनेस बरकरार रखने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। लेकिन कई ऐसे भी हैं जो पूरी तरह घर में बैठ गए हैं और कसरत भी नहीं कर रहे हैं। इन्ह.......

कोरोना वायरस महामारी से खेल की अर्थव्यवस्था सबसे ज्यादा प्रभावित होगी: अभिनव बिंद्रा

नई दिल्ली।पूर्व ओलंपियन निशानेबाज अभिनव बिंद्रा मानते हैं कि जब तक कोरोना वायरस का असर कम होगा तब तक खेल की अर्थव्यवस्था बहुत खराब हो चुकी होगी जिससे खिलाड़ियों के सामने काफी चुनौतियां खड़ी होंगी। ओलंपिक चैम्पियन निशानेबाज बिंद्रा ने खेल के व्यवसायिक पहलू पर बात करते हुए पीटीआई-भाषा से कहा कि कोरोना वायरस से खेल की अर्थव्यवस्था सबसे ज्यादा प्रभावित होगी क्योंकि इस दौरान किसी प्रतियोगिता के नहीं होने से कई संघों और खिलाड़ियों के पास धनराशि की कमी ह.......

हम मुश्किलों से बाहर निकलेंगेः सचिन

मास्टर ब्लास्टर के जन्मदिन पर विशेष नई दिल्ली। कोरोना के कहर के बीच और लॉकडाउन के दौर में हर किसी को भविष्य की चिंता सता रही है। कब खत्म होगा यह बुरा सपना? आगे देश और दुनिया की स्थिति क्या होगी? क्या हम इन हालात से उबर पाएंगे? ऐसे सवाल हर इंसान के मन या जुबान पर हैं। अपने ढाई दशक के बेहद प्रतिस्पर्धी करियर में तमाम तरह के उतार-चढ़ाव देखने वाले वाले सचिन तेंदुलकर से यही सब सवाल करने पर वह उदाहरण देते हैं उस दौ.......

निराशाजनक होगा खाली स्टेडियम में खेल

तब भी हम निराशा से उबरकर विश्व विजेता बने थे नई दिल्ली। जब वह क्रीज पर होते थे तो स्टेडियम में चारों तरफ से उनके नाम की गूंज सुनाई देती थी। यही वजह है कि सचिन तेंदुलकर को खाली स्टेडियमों में मैच कराने का विचार निराश कर देता है। कोरोना महामारी के कारण मैच खाली स्टेडियमों में खेलने पर विचार किया जा रहा ह.......