यूं ही कोई फ्लाइंग सिख मिल्खा नहीं बन जाता

पाकिस्तान से मिला था उड़न सिख नाम खेलपथ संवाद चण्डीगढ़। एथलेटिक्स में भारत का परचम लहराने वाले महान धावक मिल्खा सिंह यूं नहीं फ्लाइंग सिख कहलाते थे। यूं तो मिल्खा ने भारत के लिए कई पदक जीते, लेकिन रोम ओलम्पिक में उनके पदक से चूकने की कहानी लोगों को आज भी याद है। अब खेलों में भारत का महानायक फ्लाइंग सिख हमारे बीच नहीं दिखेगा, क्योंकि लगभग 30 दिन तक कोरोना से लड़ाई लड़ने के बाद ये योद्धा जिंदगी की जंग हार गया।  1958 ओलम्पिक.......

शेफाली वर्मा के सामने इंग्लिश टीम पस्त

दूसरी पारी में भी जड़ा पचासा ब्रिस्टल। भारतीय महिला टीम शुक्रवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन पहली पारी में 231 रन पर सिमट गयी जिससे उसे फालोआन के लिये मजबूर होना पड़ा। पहली पारी की ही तरह दूसरी पारी में भी शेफाला वर्मा ने नाबाद पचासा जड़कर इंग्लैण्ड टीम के होश उड़ा दिए।  इंग्लैंड ने पहली पारी 9 विकेट पर 396 रन पर घोषित की थी जिससे भारतीय टीम उससे 165 रन से पिछड़ रही थी। भारतीय टीम के लिये सला.......

हमेशा के लिए उड़ गए फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह

देश ने खो दिया खेलों का महानायक खेलपथ संवाद चंडीगढ़/पंचकूला। भारत के महान फर्राटा धावक ‘फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह का एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद पीजीआई में निधन हो गया है। महान धावक मिल्खा सिंह की हालत देर शाम से नाजुक बताई जा रही थी। उनका ऑक्सीजन स्तर गिर गया और उन्हें बुखार भी आ गया था। वह अंत समय तक संघर्ष करते रहे। पीजीआईएमईआर में 18 जून को रात 11.30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। मिल्खा सिंह को तीन जू.......

अधूरे सपनों के साथ दुनिया को अलविदा कह गए उड़न सिख मिल्खा सिंह

80 दौड़ों में 77 में फहराया परचम खेलपथ संवाद चण्डीगढ़। वैसे तो मिल्खा सिंह ने अपने जीवन में सब कुछ हासिल किया, लेकिन उनका एक सपना अधूरा रह गया और वह इस अधूरे सपने के साथ दुनिया को अलविदा कर गए। उड़न सिख पद्मश्री मिल्खा सिंह अक्सर कहते थे कि रोम ओलम्पिक जाने से पहले उन्होंने दुनिया भर में कम से कम 80 दौड़ों में हिस्सा लिया था, इनमें उन्होंने 77 दौड़ें जीती थीं, जो एक रिकार्ड बन गया था। वह बताते थे कि सारी दुनिया ये उम्मीदें लगा.......

टोक्यो ओलम्पिक के लिए पुरुष हॉकी टीम की घोषणा

10 खिलाड़ी करेंगे पदार्पण खेलपथ संवाद बेंगलूरु। हॉकी इंडिया ने शुक्रवार 18 जून को आगामी टोक्यो ओलम्पिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए बहुप्रतीक्षित 16 सदस्यीय पुरुष हॉकी टीम की घोषणा की है। टीम में दस ऐसे खिलाड़ियों को मौका दिया गया है, जो ओलम्पिक खेलों में पदार्पण करने वाले हैं। बेंगलुरु के साई केंद्र में चल रहे राष्ट्रीय शिविर में से टीम को चुना गया है। ओलम्पिक खेलों में भारत की पुरुष हॉकी टीम की कप्तानी मनप्रीत सिंह करन.......

कोहली की बल्लेबाजी भारत के लिए चिंता

कोहली टेस्ट में तीन साल में 1000 से भी कम रन बनाए 39 इंटरनेशनल मैच से नहीं लगाए हैं शतक मुम्बई। टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल का आगाज आज से होगा। फाइनल से पहले टीम इंडिया की चिंता कप्तान विराट कोहली का फॉर्म है। कोहली का पिछले तीन साल के टेस्ट औसत को देखा जाए, तो पता चलेगा कि वह अपने फॉर्म से जूझ रहे हैं।  2019 से 2021 के बीच इन तीन सालों में कोहली ने 14 टेस्ट मैचों में 1000 से भी कम रन.......

टीम इंडिया के पास इतिहास रचने का मौका

दो वर्ल्ड कप जीतने वाली पहली टीम बनने का मौका सदी की यह 100वीं जीत भी होगी साउथम्पटन। टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेला जाएगा। इसे चैम्पियनशिप को टेस्ट फॉर्मेट का वर्ल्ड कप कह सकते हैं। यह मैच साउथम्पटन के द एजिस बाउल स्टेडियम में होगा, जो दोनों टीम के लिए न्यूट्रल ग्राउंड है। टीम इंडिया के पास पहले ही प्रयास में दो वर्ल्ड कप जीतने वाली दुनिया की पहली टीम बनने का मौका है। इससे पहले भ.......

पहले ही टेस्ट मैच में शैफाली वर्मा का धमाल

प्रारम्भिक बल्लेबाजों की मेहनत को मध्यक्रम ने किया बर्बाद शेफाली-मंधाना की जोरदार साझेदारी ब्रिस्टल। भारतीय महिला क्रिकेट टीम में जगह बनाना किसी भी भारतीय लड़की के लिए सपना सच होने जैसा होता है। रोहतक (हरियाणा) से आने वाले शैफाली वर्मा ने कम उम्र में अपनी मेहनत से इसको मुमकिन कर दिखाया। इस 17 वर्षीय बल्लेबाज ने सीमित ओवर क्रिकेट में तो अपनी छाप छोड़ ही दी थी, अब इंग्लैंड की जमीन पर उतरते ही उन्होंने अपने करियर के पहले टेस्ट मैच में भ.......

टोक्यो में दिखेगा हरियाणा की छोरियों का दम

हॉकी टीम में नौ बेटियों का चयन खेलपथ संवाद हिसार। टोक्यो ओलम्पिक में हरियाणा की बेटियों की स्टिक की रफ्तार देखने को मिलेगी। ओलम्पिक के लिए चयनित 16 सदस्यीय टीम में नौ खिलाड़ी हरियाणा से हैं। पदक का दारोमदार प्रदेश की बेटियों पर ही रहेगा क्योंकि टीम की कमान संभालने वाली बेटी रानी रामपाल और गोल रक्षक सविता हरियाणा से हैं। इसके अलावा सात अन्य खिलाड़ी भी फील्ड में आक्रमण और बचाव करती दिखेंगी। हॉकी इंडिया ने हरियाणा की जिन बेटियों .......

हम प्रतिद्वंद्वी को मानसिक मजबूती, स्किल और स्टेमिना से हराएंगे

निक्की प्रधान का कहना टोक्यो ओलम्पिक में हर मैच करो या मरो का होगा खेलपथ संवाद बेंगलूरु। झारखंड की ओर से ओलम्पिक खेलने वाली स्टार महिला हॉकी खिलाड़ी निक्की प्रधान टोक्यो ओलम्पिक की तैयारियों में जुटी हुई हैं। वह मानती हैं कि ओलम्पिक खेलों में भारतीय टीम का हर मैच करो या मरो का होगा। हम सब यही सोच कर उतरेंगे कि इस मैच के आगे भी कुछ नहीं। इसे जीत लें तो फिर अगला लक्ष्य तय करेंगे। बेंगलुरु में चल रहे भारतीय हॉकी टीम के कैंप में टीम के स.......