कुछ मुक्केबाजों को ओलंपिक का टिकट कटाने को चाहिए था केवल एक दिन
नई दिल्ली। जर्मनी की मुक्केबाज नादिने एपेट्ज ने टोक्यो ओलंपिक का टिकट कटाने के लिए चार साल का इंतजार किया और जब लंदन में क्वालीफाइंग टूर्नामेंट का समय आया तो इसे कोरोना वायरस महामारी के कारण निलंबित कर दिया गया। 34 साल की वेल्टरवेट मुक्केबाज नादिने 'न्यूरोसाइंस' में डाक्टरेट के लिए पढ़ाई कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'मैं रो रही थी क्योंकि मैं इतनी निराश हो गई थी। आप अपने इतने बड़े लक्ष्य के इतने करीब हो और अचानक सब बंद हो जाये। एक और दिन तक प्रतियोगिता क्यों नहीं चली।'
इस महामारी के कारण ओलंपिक की उम्मीद लगाए कई को इतंजार करना पड़ेगा लेकिन यह देरी यूरोपीय मुक्केबाजों के लिये काफी दर्दनाक होगी क्योंकि वे पिछले महीने क्वालीफाई करने के बेहद करीब थे। कई को तो केवल एक जीत ही क्वालीफाई करा देती।
कूपर बॉक्स में प्रतियोगिता तीन दिन बाद ही निलंबित कर दी गई। कुछ समय बाद टोक्यो ओलंपिक खेलों को भी एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया और अब इनका आयोजन 23 जुलाई 2021 से शुरू होगा। नादिने के अलावा फ्रांस की एमिली सोनविको, ब्रिटेन की चार्ले डेविसन ने अपना शुरूआती मुकाबला जीत लिया था। अगर वे अगली जीत हासिल कर लेते तो वे क्वालीफाई कर देते। इसी तरह लाइटवेट मुक्केबाज ल्यूक मैकोरमाक और डेनमार्क के निकोलई टर्टरयान भी अगले मुकाबले में क्वालीफाई कर सकते थे। लंदन क्वालीफाइंग प्रतियोगिता से केवल 16 मुक्केबाज ही क्वालीफाई कर सके थे जिसमें ब्रिटेन के फेदरवेट मुक्केबाज पीटर मैकग्रेल भी शामिल थे।