विनेश का 53 किलोग्राम भारवर्ग में लगातार तीसरा स्वर्ण

भारत की चोटी की पहलवान विनेश फोगाट ने वारसा में पोलैंड ओपन कुश्ती टूर्नामेंट में महिलाओं के 53 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता। यह इस भार वर्ग में उनका लगातार तीसरा स्वर्ण पदक है। इस 24 वर्षीय खिलाड़ी ने फाइनल में स्थानीय पहलवान रुकसाना को 3-2 से हराया। .......

खिलाड़ी बेटियों का नहीं कोई पालनहार

सुविधा बिना पदक लाने की चुनौती श्रीप्रकाश शुक्ला भारत बदल रहा है लेकिन खेलों में यह बदलाव नजर नहीं आता। खिलाड़ी बेटियों से पदकों की अपेक्षा तो की जाती है लेकिन सुविधाएं देने के नाम पर धनाभाव का रोना रोया जाता है। असमानता की पीड़ा रोते-रोते भारतीय खिलाड़ी बेटियों की आंखें पथरा सी गई हैं। भारतीय महिला क्रिकेटरों और भारतीय पुरुष क्रिकेटरों की मैच फीस में जमीन आसमान का फर्क देखा जा सकता है। क्रिकेट ही नहीं अन्य खेलों में भी महिला खिलाड़ियों को.......

डोपिंग मामला: पृथ्वी शॉ विवाद में एनसीए के बाद अब सीओए ने भी काटी कन्नी

नई दिल्ली: राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी  के चीन आपरेटिंग आफिसर तूफान घोष के बाद प्रशासकों की समिति ने भी पृथ्वी शॉ के निलंबन के बाद भी युवा बल्लेबाज के अकादमी में ट्रेनिंग करने के विवाद पर चुप्पी साध ली है. किसी को भी इस बारे में कुछ जानकारी नहीं है कि 16 जुलाई को शॉ को थमाए गए अस्थायी निलंबन के बाद वह 17 जुलाई को अकादमी में क्या कर रहे थे. यह मामला फुटबॉल के 'हैंड ऑफ गॉड' मामले की याद दिलाता है, जहां 1986 में मैक्सिको में खेले गए फीफा विश्व कप में अर्जेंटीना के.......

संन्यास के बाद विराट कोहली फुटबाल पर लगाएंगे ध्यान

नई दिल्ली: फुटबॅाल के प्रति विराट कोहली का प्यार किसी से छुपा नहीं है. यही कारण है कि अपने इस पसंदीदा खेल को आगे ले जाने के लिए विराट भारतीय फुटबॅाल में पैसा लगाने चाहते हैं. भारतीय कप्तान विराट कोहली भारतीय फुटबॅाल लीग (आईएसएल) में एफसी गोवा के सहमालिक हैं. कोहली मानते हैं कि बीते तीन-चार सालों में भारतीय फुटबॅाल में काफी विकास हुआ है क्योंकि कई नई प्रतिभाएं सामने आ रही हैं जो अंतर पैदा कर रही हैं विराट ने बताया अपना रिटायरमेंट प्लान विराट क.......

भविष्य में भारतीय टीम का कोच बनना चाहता हूं: गांगुली

पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने शुक्रवार को कहा कि वह भविष्य में भारतीय टीम का कोच बनना चाहते हैं लेकिन मौजूदा समय में इस जिम्मेदारी वाले पद के इच्छुक नहीं हैं। भारतीय टीम के लिए नये कोच की खोज जारी है क्योंकि वेस्टइंडीज दौर के बाद मौजूदा कोच रवि शास्त्री का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। गांगुली ने कहा कि जाहिर है वह एक दिन भारतीय टीम का कोच बनना चाहेंगे लेकिन अभी नहीं क्योंकि उनके पास दूसरी जिम्मेदारियां हैं। .......

क्रिस गेल का यह बड़ा रिकॉर्ड तोड़ने के करीब रोहित शर्मा

भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा टी-20 क्रिकेट में सबसे अधिक छक्के लगाने वाले वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिस गेल का रिकॉर्ड तोड़़ने के करीब हैं। रोहित ने 94 टी-20 मैचों में अब तक 102 छक्के लगाए हैं, जबकि गेल ने इस फॉर्मेट में सबसे अधिक 105 छक्के लगाए हैं। भारत को शनिवार (3 अगस्त) को फ्लोरिडा के सेंट्रल ब्रोवार्ड रीजनल पार्क स्टेडियम में वेस्टइंडीज के साथ तीन टी-20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला खेलना है। इसी मुकाबले को दौरान टीम इंडिया के 'हिटमैन' रोहित.......

भारत-विंडीज पहला टी-20 आज

भारतीय क्रिकेट टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ शनिवार (3 अगस्त) से शुरू होने वाली तीन मैचों की टी-20 सीरीज के साथ नई शुरुआत करने उतरेगी। इस सीरीज के साथ ही टीम इंडिया की कोशिश अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए तैयारी शुरू करना भी होगी। रिकॉर्ड सुधारना होगा : भारतीय टीम का भले ही टेस्ट और वनडे में दबदबा रहा है, लेकिन टी-20 में उसका रिकॉर्ड बहुत अच्छा नहीं है। भारतीय टीम वर्तमान में पांचवें नंबर पर है। इसके अलावा, वेस्टइंडीज के खिलाफ भी इस प्रारूप में टीम इंडिया क.......

खुद की शर्तों पर फिर से जूनियर हॉकी टीम के कोच बनना चाहते हैं हरेंद्र सिंह

हरेंद्र सिंह फिर से जूनियर पुरुष हॉकी टीम के कोच बनना चाहते हैं लेकिन वह नियम और शर्तों पर समझौता करने के लिए तैयार नहीं हैं। हरेंद्र के कोच रहते ही भारत ने 2016 में स्वदेश में जूनियर विश्व कप का खिताब जीता था। उन्होंने कहा कि वह अब भी यह पद संभाल सकते हैं, लेकिन वह चाहते हैं कि वही शर्तें उन पर भी लागू हों जो विदेशी कोचों को पेशकश की जाती हैं।  हरेंद्र ने पीटीआई से कहा, ''मैंने काफी पहले इस पद के लिए आवेदन किया था। मैंने अब भी यह पद संभालने का विकल्प खुला रखा है लेकिन .......

फुटबाल में झारखण्ड की प्रेरणा मोनिका

सिक्योरिटी गार्ड की बेटी ने किया कमाल नई दिल्ली: देश के दूरदराज इलाके की जिस लड़की के पास पढ़ने-लिखने तक के लिए पैसे न हों, अगर वह दुनिया की टॉप-7 में शामिल हो जाए तो आप क्या कहेंगे? 17 साल की फुटबॉलर मोनिका कुमारी ने तमाम कमियों के बावजूद यही उपलब्धि हासिल की है. झारखंड के छोटे से गांव हुटुप से निकलकर युवा स्कूल में जरूरतमंद लड़कियों को फुटबॉल सिखाने वाली मोनिका ने हाल में अमेरिकी शहर सिएटल में नई चुनौती का सामना किया।  मोनिका अभी 12वीं की छात्रा हैं .......