मीराबाई चानू बनी हर युवा भारतीय की प्रेरणा खेलपथ संवाद ग्वालियर। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय भारोत्तोलकों ने भारत के गौरव को चार चांद लगा दिए। इन खेलों में मीराबाई चानू की अगुआई में भारतीय वेटलिफ्टरों ने कुल 10 मेडल जीते। बर्मिंघम में भारतीय झंडे को जिस तरह भारतीय भारोत्तोलकों ने ऊंचा किया उससे पेरिस ओलम्पिक में और अच्छे प्रदर्शन के संकेत मिल गए हैं। वेटलिफ्टिंग में 55 किलोग्राम भारवर्ग में संकेत ने रजत पदक जीता, जो इस बार .......
बर्मिंघम। राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय भारोत्तोलकों ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए कुल 10 पदक जीते। गुरदीप सिंह ने राष्ट्रमंडल खेलों की भारोत्तोलन स्पर्धा में भारत का शानदार अभियान जारी रखते हुए 109 प्लस किलो वर्ग में कांस्य पदक जीता। इस तरह भारत ने भारोत्तोलन में अपना अभियान 3 स्वर्ण, 3 रजत और 4 कांस्य समेत 10 पदकों के साथ समाप्त किया। 26 वर्ष के गुरदीप ने स्नैच में 167 और क्लीन एंड जर्क में 223 किलो समेत कुल 390 किलो वजन उठाया। गुरदीप.......
मां ने दिया हौसला तो बेटी ने छू लिया आसमान खेलपथ संवाद नई दिल्ली। जिस संघर्ष और परिस्थियों से गुजरते हुए तुलिका ने बर्मिंघम में सिल्वर अपने नाम किया, वह अपने आप में एक मिसाल है। दरअसल, बचपन में ही तुलिका के पिता सतबीर मान की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ऐसे में उनकी परवरिश की पूरी जिम्मेदारी अकेले मां अमृता सिंह पर आ गई। अमृता दिल्ली पुलिस में सब-इंस्पेक्टर हैं। इंग्लैंड के बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स में बुधवार को दी.......
दादा के साथ ठेले पर बेचीं सब्जियां अब इंडियन नैवी में अधिकारी हैं खेलपथ संवाद अमृतसर। पंजाब में अमृतसर के छोटे से गांव बल सिकंदर में पले-बढ़े लवप्रीत सिंह ने इंग्लैंड में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान वेटलिफ्टिंग में 109 किलो वेट कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता। लवप्रीत ने स्नैच में 163 और क्लीन एंड जर्क में 192 किलो वेट उठाया। उन्होंने कुल 355 किलो वेट उठाकर तीसरा स्थान हासिल किया। हालांकि इस ब्रॉन्ज मेडल तक पहुंचने का स.......
'चहेती' के लिए वेट कैटेगरी हटाई. तैयारी के लिए सिर्फ ढाई महीने मिले खेलपथ संवाद नई दिल्ली। तूलिका मान 78 किलोग्राम से अधिक भारवर्ग में भारत को पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में जूडो में गोल्ड मेडल दिलाने से चूक गईं। वे वर्ल्ड की नंबर-1 खिलाड़ी स्कॉटलैंड की सारा एडलिंग्टन से मुकाबला हार गईं। तूलिका पहले सारा पर भारी पड़ती नजर आ रही थीं। पहले उन्होंने बढ़त भी बना ली, लेकिन आखिरी में एडलिंग्टन ने बाजी पलट दी और तूलिका को सिल्वर मेडल से.......
यह कारनामा करने वाली पहली महिला गेंदबाज बनीं बर्मिंघम। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है। ग्रुप स्टेज में अपने आखिरी मुकाबले में भारत ने बारबाडोस की महिला टीम को 100 रन के बड़े अंतर से हराया और सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। अब टीम इंडिया का सामना इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच की विजेता से होगा। बारबाडोस के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 162 रन का बड़ा स्कोर बनाया। इसके जवाब में बारबाड.......
निकहत जरीन और नीतू ने किए पदक पक्के खेलपथ संवाद नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल खेलों में हर भारतीय खेलप्रेमी को ओलम्पिक मेडलिस्ट लवलीना बोरगोहेन से मेडल की उम्मीद थी लेकिन क्वार्टर फाइनल में उनके पंच दगा दे गए और वह पदक से वंचित रह गईं। बर्मिंघम पहुंचते ही लवलीना विवादों में आ गई थीं, उनकी प्रशिक्षक संध्या गुरुंग को खेलगांव में प्रवेश से वंचित किए जाने पर विवाद उठा था लेकिन केन्द्रीय खेल मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद मामला सुलझ गया था। .......
कनाडा को 3-2 से हराकर पदक की उम्मीद जगाई खेलपथ संवाद नई दिल्ली। राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय महिला हॉकी टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई है। उसने अपने चौथे ग्रुप मैच में कनाडा को 3-2 से हराया। इस हार के बाद कनाडा की टीम का सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना टूट गया है। भारतीय टीम पांचवीं बार राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में पहुंची है। उ.......
जीवन कुमार शर्मा की देखरेख में आगे बढ़ी यह बेटी खेलपथ संवाद नई दिल्ली। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारत को जूडो में तीसरा पदक मिल गया है। तूलिका मान ने जूडो में देश को तीसरा पदक दिलाया है। 23 साल की तूलिका को फाइनल में स्कॉटलैंड की सारा एडलिंग्टन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। इस तरह तूलिका स्वर्ण से चूक गईं और रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। वो इससे पहले भी कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन कर चुकी हैं। हालांकि, कॉमनव.......
बॉक्सिंग में शानदार है नीतू का सफर खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय मुक्केबाज नीतू गंघास ने बुधवार को महिलाओं के 48 किलोग्राम वर्ग के सेमीफाइनल में पहुंचकर राष्ट्रमंडल खेलों में एक पदक पक्का कर दिया। दो बार की युवा स्वर्ण पदक विजेता नीतू (21 वर्ष) को क्वार्टर फाइनल के तीसरे और अंतिम राउंड में उत्तरी आयरलैंड की निकोल क्लाइड के स्वेच्छा से रिटायर होने (एबीडी) के बाद विजेता घोषित किया गया। कॉमनवेल्थ 2022 में नीतू ने बॉक्सिंग में पहल.......