योग और प्राणायाम से जीवन को बनाएं तनावमुक्तः डॉ. जीतेन्द्र शर्मा

एलएनआईपीई में हुई दो दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस खेलपथ संवाद ग्वालियर। आज की भागमभाग भरी जिन्दगी में इंसान मानसिक तनाव में जी रहा है। स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। तनावमुक्त जीवन कैसे जिया जाए इस पर मंथन हो रहा है। इंसान को मानसिक तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए कई उपक्रम अपनी-अपनी जगह बना रहे हैं जबकि हम प्रतिदिन अपना कुछ समय योग और प्रा.......

सबसे अच्छे शुभचिंतक होते हैं माता-पिता और गुरुः अंजली गुप्ता

दर्पण मिनी स्टेडियमः करिश्मा हाउस ने जीता हॉकी प्रदर्शन मुकाबला खेलपथ संवाद ग्वालियर। दर्पण मिनी स्टेडियम में कुछ तो है। जो वहां जाता है सुविधाविहीन मैदान में निखर रही हॉकी प्रतिभाओं का जुनून और उल्लास देख सम्मोहित हो जाता है। इस मैदान की उपलब्धियों की फेहरिस्त बहुत लम्बी है। सच कहा जाए तो प्रशिक्षकद्वय अविनाश भटनागर और संगीता दीक्षित ने यहां .......

आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर की छात्राएं हॉकी के फाइनल में पहुंचीं

जबलपुर के तीरंदाज चिराग विद्यार्थी ने साधा स्वर्णिम निशाना  खेलपथ संवाद भोपाल। चौथे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम, नागालैंड और त्रिपुरा में चल रहे हैं। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में शुक्रवार को मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने तीन पदक अर्जित किए। जबलपुर के चिराग विद्यार्थी ने तीरंदाजी में स्वर्णिम निशाना साधा। चिराग रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। इसी त.......

बच्चे अपनी स्पोर्ट्स किट को ब्रह्मास्त्र समझेंः प्रदीप शेखावत

दर्पण हॉकी फीडर सेंटर के खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट वितरित खेलपथ संवाद ग्वालियर। गुरुवार को ग्वालियर के दर्पण हॉकी फीडर सेंटर के खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किटें वितरित की गईं। मुख्य अतिथि प्रदीप शेखावत के करकमलों से स्पोर्ट्स किट मिलने के बाद खिलाड़ियों की खुशी का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। इस अवसर पर श्री शेखावत ने हॉकी के होनहारों से लगन और मेहनत से खेलने का आह्वान किया, उन्होंने कहा कि स्पोर्ट्स किट को ब्रह्मास्त्र समझें। .......

मध्य प्रदेश की लड़कियों ने जीती स्कूल नेशनल हॉकी चैम्पियनशिप

अण्डर 14 के खिताबी मुकाबले में हरियाणा को 5-0 से किया पराजित खेलपथ संवाद ग्वालियर। सोमवार को मध्य प्रदेश की हॉकी बेटियों ने हरियाणा को 5-0 से पराजित कर 67वीं अण्डर-14 नेशनल हॉकी चैम्पियनशिप का खिताब अपने नाम किया। खिताबी मुकाबले में नौशीन ने दो तथा केशर, मनप्रीत और मानसी ने एक-एक गोल किया। इस चैम्पियनशिप.......

अपनों के बीच सम्मानित हुए द्रोणाचार्य अवॉर्डी शिवेन्द्र सिंह चौधरी

उदीयमान प्रतिभाओं से कहा- खूब पढ़ें और मन लगाकर खेलें खेलपथ संवाद ग्वालियर। मंगलवार को हॉकी की नायाब शख्सियत द्रोणाचार्य अवॉर्डी शिवेन्द्र सिंह चौधरी के लिए खास लम्हा साबित हुआ। अपनों के बीच जहां उन्हें सम्मानित होने का सुअवसर मिला वहीं उन्होंने होनहार बच्चों को सीख दी कि खूब पढ़ें और मन लगाकर खेलें क्योंकि सफलता का कोई शॉर्टकट रास्ता नह.......

कभी कैप्टन रूप सिंह मैदान में खेली जाती थी हॉकी

ग्वालियर और हॉकी का पुराना नाता खेलपथ संवाद ग्वालियर। हॉकी और ग्वालियर का पुराना याराना है। यहां एक से बढ़कर एक बेजोड़ हॉकी खिलाड़ी हुए हैं। 1932 और 1936 ओलम्पिक हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रूप सिंह को भला कौन नहीं जानता। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के छोटे भाई रूप सिंह ने अपने करिश्माई प्रदर्शन से जहां अतीत में धूम मचाई थी वहीं अब ग्वालियर की हॉकी बेटियां अपना जलवा दिखा रही हैं। ग्वालियर में रेलवे हॉकी स्टेडियम बनने से पहले .......

गोवा में सोना सा चमकीं मध्य प्रदेश की हॉकी बेटियां

महिला हॉकी में हरियाणा की बादशाहत पर लगी लगाम चीन की दीवार साबित हुई ग्वालियर की गोलकीपर याशिका श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। अब महिला हॉकी में हरियाणा नहीं बल्कि मध्य प्रदेश चैम्पियन है। गोवा राष्ट्रीय खेलों में मध्य प्रदेश की स्वर्णपरियों ने रानी रामपाल की अगुआई मे.......

खिलाड़ियों को आर्थिक प्रोत्साहन दिया जाना समय की मांगः अविनाश भटनागर

जिस मैदान में सीखी हॉकी वहां सम्मानित होना यादगार पलः इशिका चौधरी खेलपथ संवाद ग्वालियर। जिस मैदान में मैंने हॉकी सीखी और जिस गुरू ने मुझे इस खेल का ककहरा सिखाया उसके हाथों सम्मानित होना मेरे जीवन का यादगार पल है। मैं इस सम्मान पर अपने छोटे भाई-बहनों से इतना ही कहूंगी कि खेल में सफलता के लिए कड़ी मेहनत करें। जो प्रशिक्षक बताएं उसे अमल में.......

जिस मैदान में सीखी हॉकी वहां सम्मानित होना यादगार पलः इशिका चौधरी

खिलाड़ियों को आर्थिक प्रोत्साहन मिलना समयानुकूलः अविनाश भटनागर खेलपथ संवाद ग्वालियर। जिस मैदान में मैंने हॉकी सीखी और जिस गुरू ने मुझे इस खेल का ककहरा सिखाया उसके हाथों सम्मानित होना मेरे जीवन का यादगार पल है। मैं इस सम्मान पर अपने छोटे भाई-बहनों से इतना ही कहूंगी कि खेल में सफलता के लिए कड़ी मेहनत करें। जो प्रशिक्षक बताएं उसे अमल में ला.......