ध्यानचंद ने क्रिकेट में भी मचाया था धमाल

जन्मदिन विशेष ग्वालियर। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के हाथों में थमी हॉकी स्टिक की बाजीगरी को सभी जानते हैं, लेकिन एक बार उन्होंने क्रिकेट खेलते हुए हाथों में बल्ला थामा था और गेंद को एक बार भी विकेट के पीछे नहीं जाने दिया था। ध्यानचंद ने 1961 में माउंट आबू में शौकिया तौर पर क्रिकेट खेली थी। माउंट आबू में ध्यानचंद हॉकी खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे रहे थे। उसी ह.......

एथलेटिक्स कोच पुरुषोत्तम राय का निधन

द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित होने से कुछ घंटे पहले रुकी हृदय गति नई दिल्ली। देश के सर्वोच्च खेल सम्मानों में से एक द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए चुने गए एथलेटिक कोच पुरुषोत्तम राय का अवॉर्ड मिलने से कुछ घंटे पहले निधन हो गया। पुरुषोत्तम 79 वर्ष के थे, अवॉर्ड सेरेमनी से एक दिन पहले 28 अगस्त की शाम उन्होंने आखिरी सांस ली। कोविड-19 के चलते राष्ट्रपति ने पहली बार .......

मध्य प्रदेश के सर्वोच्च खेल पुरस्कारों में ग्वालियर की करिश्मा और इशिका भी

14 एकलव्य, 10 विक्रम, 03 विश्वामित्र और 01 लाइफ टाइम एचीवमेंट पुरस्कार दिए जाएंगे खेलपथ प्रतिनिधि भोपाल। खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा मध्य प्रदेश के सर्वोच्च खेल पुरस्कारों के लिए गठित चयन समिति की अनुशंसा और प्रदेश की खेल और युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंध.......

जिन्दगी की जादूगरी से हारा मैदान का जादूगर

कोई खिलाड़ी क्यों बने? श्रीप्रकाश शुक्ला आज समूचा देश हाकी पुरोधा, विश्व रत्न मेजर ध्यानचंद (ध्यान सिंह) की जय-जय के साथ जयंती मना रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार राष्ट्रपति भवन में जलसा तो नहीं हो रहा लेकिन आजाद भारत में पहली बार इतनी संख्या में अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद बन रहे हैं। दद्दा की याद में आज राष्ट्र 11 साई सेण्टरों.......

विजयी बिटिया विनेश

मैं खेल रत्न सम्मान का मान रखूंगी श्रीप्रकाश शुक्ला खिलाड़ियों का जीवन काफी कष्टदायी होता है। यदि प्रतिभा गरीब घर से ताल्लुक रखती हो तो कष्ट और बढ़ जाता है। विनेश फोगाट भारत की ऐसी ही महिला पहलवान हैं। भारत की यह बिटिया सबसे प्रतिभाशाली है, जिससे देश टोक्यो में पदक की उम्मीद कर सकता है। खेल रत्न विनेश भी ओलम्पिक में पदक जीतना चाहती हैं। भारत की दमखम वाली.......

ब्रैडमैन से प्रेरणा लें खिलाड़ी : सचिन

नयी दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण जबर्दस्ती मिले ब्रेक से कई खिलाड़ी भविष्य को लेकर चिंतित हैं, लेकिन चैंपियन क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने उन्हें सर डॉन ब्रैडमैन से प्रेरणा लेने की सलाह दी है। ब्रैडमैन 1939 से 1945 के बीच दूसरे विश्व युद्ध के कारण कई साल क्रिकेट नहीं खेल सके थे, लेकिन इसका उनके प्रदर्शन पर असर नहीं पड़ा। उन्होंने अपने करियर में 52 मैचों में 99.94 की औसत से रन बनाये। तेंदुलकर ने ब्रैडमैन की 112व.......

हर विजय के बाद दद्दा को याद आता था तिरंगा

15 अगस्त, 1936 को किया था जर्मनी का मानमर्दन खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। दद्दा ध्यान सिंह हॉकी की ऐसी किंवदंती हैं जिन पर जितना लिखा जाए वह कम है। दुनिया भर में भारतीय हॉकी का परचम लहराने वाले दद्दा ध्यान सिंह हर विजय के बाद तिरंगे को लेकर असहज हो जाते थे। आजादी के 11 साल पहले 1936 में जब ध्यान सिंह की अगुआई में भारतीय टीम .......

बॉब और माइक ब्रायन की दिग्गज जोड़ी ने टेनिस को अलविदा कहा

नई दिल्ली। अमेरिका की बॉब और माइक ब्रायन की दिग्गज टेनिस जोड़ी ने गुरुवार को इस खेल को अलविदा कह दिया। युगल में रिकॉर्ड सफलता हासिल करने वाली जुड़वां भाइयों ने अमेरिकी ओपन के लिए अपना नाम नहीं दिया था जिससे लगभग स्पष्ट हो गया था कि वे टेनिस को अलविदा कह रहे हैं। ब्रायन बंधुओं ने एक साथ 16 ग्रैंडस्लैम खिताब, 119 टूर स्तर के खिताब के अलावा 2012 में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता। इन द.......

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार भी कोरोना संक्रमण की जद में

74 में से 65 अवॉर्डियों का हुआ था कोरोना टेस्ट लोवलीना को फिर से जाना होगा एकांतवास में खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार भी कोरोना संक्रमण की जद में आ गए हैं। शनिवार 29 अगस्त को दिए जाने .......

जिन्दगी एक इम्तिहान है

वाराणसी की निशा गुप्ता ने ह्वीलचेयर पर बैठे-बैठे जीते कई गोल्ड मेडल श्रीप्रकाश शुक्ला मुम्बई। बेटियां किसी से कम नहीं इस बात को सिद्ध किया है निःशक्त निशा गुप्ता ने। 33 साल की इस जांबाज खिलाड़ी ने ह्वीलचेयर पर बैठे ही बैठे बास्केटबॉल में कई गोल्ड मेडल जीत दिखाए। निशा का सपना पैरालम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए देश का गौरव बढ़ाना.......