हरियाणवी छोरियों का दिखेगा टोक्यो में दम

16 बेटियां ओलम्पिक में दिखाएंगी कौशल खेलपथ संवाद सोनीपत (हरियाणा)। कभी बेटियों को कोख में ही मार देने के लिए अभिशप्त हरियाणा अब पूरी तरह बदलता दिख रहा है। वजह यहां की बेटियों का खेल के क्षेत्र में सिक्का जमाना है। अब तो हरियाणा के लोग बात-बात में कहते हैं कि म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के। म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के..आमिर खान की फिल्म दंगल के इस संवाद ने बेटियों के प्रति समाज की सोच ही नहीं बदली बल्कि अभावों के बीच उ.......

हॉकी बेटी निशा पिता को देना चाहती है नवजीवन

टोक्यो में महिला हॉकी का पदक जीतने की बेताबी खेलपथ संवाद सोनीपत। पिता को लकवा मारते ही निशा के घर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। निशा ने तब हॉकी के मैदान पर अपना रंग दिखाना ही शुरू किया था, लेकिन घर के एकमात्र कमाऊ सदस्य की बीमारी ने उनकी तीनों बेटियों को काम करने पर मजबूर कर दिया। निशा ने हॉकी छोड़ दी, लेकिन कोच प्रीतम रानी सिवाच ने ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने निशा को खेलने के लिए प्रेरित किया।  यह कोच की प्रेरणा और निशा क.......

स्नेह राणा ने भारत को हार से बचाया

शेफाली बनीं प्लेयर ऑफ द मैच ब्रिस्टल। युवा खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में हार से बचने में कामयाब रही। स्नेह राणा की नाबाद 80 और तानिया भाटिया की नाबाद 44 रन की पारी ने टेस्ट मैच को चौथे दिन ड्रॉ करवा दिया। शेफाली वर्मा को उनकी 96 और 63 रन की पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। इंग्लैंड ने दूसरे दिन नौ विकेट पर 396 रन बनाकर अपनी पहली पारी घोषित की थी जबकि भारत की प.......

हम सब स्तब्ध थे और मिल्खा बेहाल

साथी गुरबचन ने यूं बयां की वो हार नयी दिल्ली। यह उनके जीवन की सबसे बड़ी दौड़ थी, लेकिन पलक झपकने के अंतर से मिल्खा सिंह पदक से चूक गए। रोम ओलम्पिक 1960 की उस दौड़ ने उन्हें ऐसा नासूर दिया जिसकी टीस जिंदगी भर उन्हें कचोटती रही । 91 वर्ष के फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह का कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद चंडीगढ में निधन हो गया।  रोम ओलम्पिक 1960 और टोक्यो ओलम्पिक 1964 में उनके साथी रहे बाधा धावक गुरबचन सिंह रंधावा उन चुनिंदा जीवित एथलीटो.......

मुश्किलों को मुस्कराते हुए जिए मिल्खा सिंह

ऐसे पड़ा ‘उड़न सिख’ नाम देश विभाजन की त्रासदी में अपनों को सदा के लिये खो देने का दु:ख लिये जब पाकिस्तान के गोविंदपुरा गांव से 16 बरस का लड़का मिल्खा पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उतरा तो आंखें नम थीं मगर भीतर जीने का ज़ज्बा झलक रहा था। इसी स्टेशन से शुरू हुआ एक ऐसे सितारे का सफर, जिसने जीवन के थपेड़ों को सहते हुए अपनी चमक को कभी फीका नहीं पड़ने दिया।  जीवन के उतार-चढ़ाव के बीच मिल्खा हवा की तरह बस बहता चला गया। देश-प.......

भारतीय ओलम्पिक दल पर कड़े नियमों से आईओए नाराज

नयी दिल्ली। जापान की सरकार ने टोक्यो ओलम्पिक के लिये जाने वाले भारतीय खिलाड़ियों और अधिकारियों को रवानगी से एक हफ्ते पहले रोज कोविड-19 जांच कराने और पहुंचने के बाद 3 दिन तक किसी अन्य देश के किसी भी व्यक्ति से मेलजोल नहीं करने को कहा है, जिससे भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) काफी नाराज है।  ये सख्त नियम उन 11 देशों के सभी यात्रियों के लिये लगाये गये हैं, जहां कोरोना के अलग वैरिएंट मिले हैं। इन देशों में भारत भी शामिल हैं। आईओए ने इनकी कड़ी आलो.......

खो दिया सितारा : खट्टर

चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मिल्खा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने एक सितारा खो दिया है। वे हर भारतीय को देश के लिए चमकने के लिए सदैव प्रेरित करते रहेंगे।  गृह मंत्री अनिल विज ने ट्वीट कर कहा कि देश को अभूतपूर्व क्षति हुई है। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत ने कहा कि मिल्खा युवाओं के लिए प्रेरणा बने रहेंगे। उधर, हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर ने भी मिल्खा सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। .......

जैमिसन ने बिखेरी भारतीय पारी

217 रन पर लौटी विराट सेना साउथम्पटन। लम्बे कद के तेज गेंदबाज काइल जैमिसन की धारदार गेंदबाजी के चलते न्यूजीलैंड ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के तीसरे दिन रविवार को  भारत को 217 रन पर समेट दिया। जवाब में पहली पारी के लिए उतरी न्यूजीलैंड ने दिन का खेल खत्म होने तक 2 विकेट पर 101 रन बना लिये थे। जैमिसन ने अपने 8वें टेस्ट मैच में 5वीं बार पारी में 5 विकेट (31/5) लिये। भारत ने सुबह 3 विकेट पर 146 रन से आगे खेलना शुरू.......

तीन-चार दिन में ठीक हो जाऊंगा बच्चा

कोरोना संक्रमण के बाद कहा था मिल्खा सिंह ने खेलपथ संवाद नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण का पता चलने के बाद महान फर्राटा धावक मिल्खा सिंह ने कहा था कि वह जल्दी ठीक हो जायेंगे और उन्हें यकीन था कि अपनी स्वस्थ जीवन शैली और नियमित व्यायाम के दम पर वह वायरस को हरा देंगे। 91 वर्ष के मिल्खा का एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर अस्पताल में निधन हो गया। पंजाब सरकार ने मिल्खा सिंह के निधन पर एक दिन के राजकीय शोक की घो.......