कबड्डी सिर्फ खेल ही नहीं करियर भीः ममता पुजारी

बेटियों को सिर्फ मौके की तलाश श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। अर्जुन पुरस्कार हासिल देश की अग्रणी महिला कबड्डी खिलाड़ी ममता पुजारी कबड्डी को सिर्फ खेल ही नहीं बेहतर करियर भी मानती हैं। महिला कबड्डी चैलेंज प्रतियोगिता को एक नए युग की शुरुआत मानने वाली ममता कहती हैं कि जब लीग में बड़े लोग कबड्डी मुकाबले देखने आते हैं तो उनकी खुशी का ठिकाना नह.......

व्लादिमीर क्रैमनिक के खिलाफ विश्वनाथन आनंद की रणनीति

आनंद ने उन्हें 2008 विश्व चैम्पियनशिप में हराकर जीता था खिताब नई दिल्ली। पांच बार के शतरंज विश्व चैम्पियन विश्वनाथन आनंद ने कहा कि लम्बे समय के तक उनके चिर-प्रतिद्वंद्वी रहे व्लादिमीर क्रैमनिक और उनके खेल में कोई खास फर्क नहीं था और लगभग पूरे करियर के दौरान दोनों की रेटिंग में ज्यादा फर्क नहीं रहा। रूस के दिग्गज खिलाड़ी क्रैमनिक ने 2019 में संन्यास की घोषणा कर सबको चौंका दिया था। क्रैमनिक पहले एकीकृत विश्व चैम्पियन थे। आनंद ने उन्हें 2008 व.......

प्रधानमंत्री जी मेजर ध्यानचंद स्टेडियम से गृह मंत्रालय का ऑफिस हटाओ

गृह मंत्रालय का कार्यालय होने से यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के हॉकी टूर्नामेंट नहीं हो पा रहे खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। भारत को आखिरी बार 1980 में हॉकी का ओलम्पिक स्वर्ण जिताने वाले कप्तान वासुदेवन भास्करन और मेजर ध्यानचंद के पुत्र पूर्व ओलंपियन अशोक कुमार ने कहा है कि राजधानी स्थित मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम से गृह मंत्रालय का कार्यालय हटाया जाना चाहिए। दोनों पूर्व हॉकी खिलाड़ियों ने एक सुर में कहा कि खेल स्टेडियमों में खेल से जुड़े .......

चक्काफेंक का राष्ट्रीय रिकार्ड आज भी पद्मश्री कृष्णा पूनिया के नाम

कोई महिला एथलीट आसपास भी नहीं पहुंची श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। शादी और बेटे के जन्म के बाद अपने पति वीरेन्द्र सिंह पूनिया से एथलेटिक्स के गुर सीखने वाली पद्मश्री और सादुलपुर से कांग्रेस की कद्दावर विधायक डा. कृष्णा पूनिया का चक्काफेंक का राष्ट्रीय रिकार्ड आठ साल बाद भी नहीं टूटा है। रिकार्ड टूटना तो अलग बात है इसके आसपास भी कोई महिला ए.......

खुशबीर कौर के हौसले को हिन्दुस्तान का सलाम

मुसीबतों का किया दिलेरी से सामना श्रीप्रकाश शुक्ला भारत को एशियन गेम्स 2014 में 20 किलोमीटर पैदल चाल प्रतियोगिता में पहली बार रजत पदक दिलाने वाली द.......

मेरे मरने पर आंसू नहीं बहाएंगे भारतीयः ध्यानचंद

इंसान की प्रवृत्ति के जानकार भी थे दद्दा खेलपथ प्रतिनिधि ग्वालियर। दद्दा अपने अंतिम दिनों में कहा करते थे, 'हिन्दुस्तान की हॉकी ख़त्म हो गई है। ख़िलाड़ियों में डिवोशन (लगन) नहीं है। जीतने का जज़्बा ख़त्म हो गया है।' अपनी मौत से दो महीने पहले उन्होंने कहा, &.......

ध्यानचंद ने क्रिकेट में भी मचाया था धमाल

जन्मदिन विशेष ग्वालियर। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के हाथों में थमी हॉकी स्टिक की बाजीगरी को सभी जानते हैं, लेकिन एक बार उन्होंने क्रिकेट खेलते हुए हाथों में बल्ला थामा था और गेंद को एक बार भी विकेट के पीछे नहीं जाने दिया था। ध्यानचंद ने 1961 में माउंट आबू में शौकिया तौर पर क्रिकेट खेली थी। माउंट आबू में ध्यानचंद हॉकी खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दे रहे थे। उसी ह.......

जिन्दगी की जादूगरी से हारा मैदान का जादूगर

कोई खिलाड़ी क्यों बने? श्रीप्रकाश शुक्ला आज समूचा देश हाकी पुरोधा, विश्व रत्न मेजर ध्यानचंद (ध्यान सिंह) की जय-जय के साथ जयंती मना रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार राष्ट्रपति भवन में जलसा तो नहीं हो रहा लेकिन आजाद भारत में पहली बार इतनी संख्या में अर्जुन, द्रोणाचार्य और ध्यानचंद बन रहे हैं। दद्दा की याद में आज राष्ट्र 11 साई सेण्टरों.......

जिन्दगी एक इम्तिहान है

वाराणसी की निशा गुप्ता ने ह्वीलचेयर पर बैठे-बैठे जीते कई गोल्ड मेडल श्रीप्रकाश शुक्ला मुम्बई। बेटियां किसी से कम नहीं इस बात को सिद्ध किया है निःशक्त निशा गुप्ता ने। 33 साल की इस जांबाज खिलाड़ी ने ह्वीलचेयर पर बैठे ही बैठे बास्केटबॉल में कई गोल्ड मेडल जीत दिखाए। निशा का सपना पैरालम्पिक में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए देश का गौरव बढ़ाना.......