मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम की हुई घुटने की सर्जरी

जून में राष्ट्रमंडल खेलों के चयन ट्रायल के दौरान लगी थी चोट खेलपथ संवाद नई दिल्ली। छह बार की विश्व चैम्पियन मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम के बाएं घुटने की मंगलवार को सर्जरी हुई। जून में राष्ट्रमंडल खेलों के चयन ट्रायल के दौरान 48 किग्रा वर्ग के मुकाबले के शुरुआती मिनटों में ही इस अनुभवी मुक्केबाज का घुटना मुड़ने के कारण चोटिल हो गया था। यह सर्जरी मुंबई के अस्पताल में की गई। मैरीकॉम के कोच छोटे लाल यादव ने कहा, ‘मैरीकॉम के घुटने.......

मेडिकल फिट होने पर ही डायमंड लीग में हिस्सा लेंगे नीरज चोपड़ा

वापसी के लिए जमकर तैयारी कर रहा है ओलम्पिक चैम्पियन खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष ने कहा चोट के कारण राष्ट्रमंडल खेलों से नाम वापस लेने वाले ओलम्पिक चैम्पियन भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा 'मेडिकल आधार पर फिट' होने पर ही डायमंड लीग में भाग लेंगे। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला ने बताया कि 26 अगस्त से लुसाने में डायमंड लीग होनी है। चोपड़ा का नाम 26 अगस्त को होने वाले टूर्नाम.......

महान फुटबॉल खिलाड़ी समर बदरू बनर्जी का निधन

1956 में ओलम्पिक खेलों में किया था ऐतिहासिक कारनामा खेलपथ संवाद कोलकाता। भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान समर बदरू बनर्जी का निधन हो गया है। 1956 ओलम्पिक में भारतीय फुटबॉल टीम ने उनकी अगुवाई में चौथे नम्बर तक का सफर तय किया था। ओलम्पिक के इतिहास में यह भारतीय फुटबॉल टीम का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। 92 साल के समर बदरू को 'बदरू दा' के नाम से जाना जाता था और वे लम्बे समय से बीमार थे।  बदरू दा को अलजाइमर, अजोटेमिया, .......

बाप के मेडल को पूजते हैं देश के दो खिलाड़ी बेटे

मंदिर में मेडल रखते हैं ध्यानचंद के बेटे शेर खान ने कई घर बदले लेकिन तमगे को संभाले रखा कृष्ण कुमार पांडेय झांसी। पिता की निशानी हर बेटे के लिए खास होती है, वह उसे आशीर्वाद के रूप में देखता है। अगर निशानी 1936 के ओलम्पिक गेम्स के हॉकी गोल्ड मेडल की हो तो वह और भी खास हो जाती है। इसे छूकर ही गर्व की अनुभूति होती है। आज मैंने भी कुछ ऐसा ही महसूस किया। जब मैंने ओलम्पियन असलम शेर खान के घर में उस ऐतिहासिक ओलम्पिक गोल्ड मेडल को छुआ.......

भाई के त्याग से बहन बनी अंतरराष्ट्रीय एथलीट

कभी चंदे के पैसे से अन्नू रानी ने खरीदे थे जूते खेलपथ संवाद मेरठ। समय बहुत बलवान होता है। कब किसकी किस्मत पलटी मार जाए नहीं कहा जा सकता। आज हम जिस भालाफेंक खिलाड़ी अन्नू रानी को खेलों का स्टार मानते हैं, अतीत में इस बेटी ने बहुत खराब दौर भी देखा है। आर्थिक तंगहाली के दौर में जब उसके पास भाला नहीं था तब वह गन्ने को ही भाला मानकर अभ्यास करती थी। अन्नू को अंतरराष्ट्रीय एथलीट बनाने में भाई उपेन्द्र का बड़ा हाथ है। मेरठ से सटे सरधन.......

शरत कमल का कॉमनवेल्थ गेम्स में कमाल

पाकिस्तान समेत 56 देशों से ज्यादा स्वर्ण जीते खेलपथ संवाद नई दिल्ली। बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के स्टार टेबल टेनिस प्लेयर अचंता शरत कमल का जलवा देखने को मिला। उन्होंने इस बार कुल चार पदक अपने नाम किए। इनमें तीन स्वर्ण पदक और एक रजत पदक शामिल है। शरत ने जिन-जिन इवेंट्स में हिस्सा लिया, उन सभी में पदक अपने नाम किए। वह भारत की ओर से बर्मिंघम में सबसे ज्यादा पदक जीतने वाले खिलाड़ी रहे। 40 साल के शरत ने बर्मिंघम राष्ट्रमं.......

पीवी सिंधु की झोली में स्वर्ण पदक

राष्ट्रमंडल खेलों में पहली बार गोल्ड पर किया कब्जा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु ने राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत लिया है। उन्होंने सोमवार (आठ अगस्त) को महिला एकल के फाइनल में कनाडा की मिशेल ली को हरा दिया। सिंधु ने यह मुकाबला 21-15, 21-13 से अपने नाम किया। वह पहली बार राष्ट्रमंडल खेलों में एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहीं। इससे पहले 2018 गोल्ड कोस्ट में उन्हें मिक्स्ड टीम स्पर्धा में स्वर्ण.......

40 साल के शरत कमल ने टेबल टेनिस में जीता स्वर्ण

फाइनल में अंग्रेज खिलाड़ी को हराया बर्मिंघम। टेबल टेनिस में मेन्स सिंगल्स के फाइनल में शरत कमल ने इंग्लैंड के लियाम पिचफोर्ड को 4-1 से हरा दिया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। शरत ने पिचफोर्ड को 11-13, 11-7, 11-2, 11-6, 11-8 से हरा दिया। यह सभी राष्ट्रमंडल खेलों को मिलाकर कुल मिलाकर शरत का सातवां स्वर्ण है। भारत के दिग्गज टेबल टेनिस प्लेयर अचंता शरत कमल ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष एकल में स्वर्ण जीत लिया है। यह उनका बर्मिंघम.......

कुछ इस तरह कुश्ती को मिली स्वर्ण विजेता साक्षी

पहलवानों के ड्रेस अच्छे लगे इसलिए जिम्नास्टिक से मुंह फेरा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारत की दिग्गज पहलवान साक्षी मलिक ने एक बार फिर से देश का नाम रोशन किया है। उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है। साक्षी ने महिलाओं की 62 किग्रा वर्ग के फाइनल में कनाडा की एन्ना गोडिनेज गोंजालेज को हराया। राष्ट्रमंडल खेलों में साक्षी का तीसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने ग्लास्गो (2014) में रजत और गोल्ड कोस्ट (2018) में कांस्य अपने .......

पति के प्रोत्साहन से बढ़ा रूपा तिर्की का हौसला

लोगों ने कसा तंज-लॉन बॉल्स कौन सा खेल खेलपथ संवाद नई दिल्ली। कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन बॉल में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाली स्टार प्लेयर रूपा रानी तिर्की झारखंड की राजधानी रांची की रहने वाली हैं। जिस देश में क्रिकेट की पहुंच शहर और गांव-गांव तक हो, वहां लॉन बॉल के बारे में बहुत कम लोगों को ही पता है। कई तो इसे खेल के रूप में भी नहीं लेते लेकिन राष्ट्रमंडल खेलों में देश को स्वर्णिम सफलता दिलाने वाली नारी शक्ति की आज हर कोई तारीफ कर रह.......