सोते समाज को जगातीं डॉ. निवेदिता ठाकुर

अच्छी एथलीट होने के बावजूद चुनी चिकित्सा सेवा की राह सर्वसुविधायुक्त चिकित्सालय खोलकर करेंगी अपने पिता के सपने को साकार श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। समय तेजी से बदल रहा है, हर क्षेत्र में बेटियां अपनी अदम्य इच्छाशक्ति और काबिलियत से न केवल आगे बढ़ रही हैं बल्कि नील गगन में उड़ान भी भर रही हैं। खेलपथ आज अपने पाठकों को एक ऐसी शख्सियत से रूबरू करा रहा है जिसने बचपन में सिर से पिता का साया उठ जाने के बावजूद हार नहीं मानी। आज वह एक .......

अंजू बॉबी जॉर्ज को वुमन ऑफ द ईयर अवॉर्ड

वर्ल्ड एथलेटिक्स ने भारतीय महिला एथलीट को सराहा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। वर्ल्ड एथलेटिक्स संघ ने भारत की लांग जम्पर अंजू बॉबी जार्ज को वुमन ऑफ द ईयर अवॉर्ड से नवाजा है। विश्व एथलेटिक्स ने उन्हें यह पुरस्कार उन्हें खेल को भारत में बढ़ावा और बहुत बड़ी संख्या में महिलाओं को प्रेरित करने के लिए दिया गया है। अंजू से प्रेरित होने के बाद देश में कई महिला एथलीट उनके पदचिह्नों पर चलते हुए देश का नाम रोशन कर रही हैं। पूर्व ओलम्पियन अंजू ब.......

फिल्म 83 में कपिल की वो अनदेखी पारी

पहले बैटिंग के दौरान 4 विकेट गिरे तब कपिल नहा रहे थे फिर मैदान में उतरे और रच दिया इतिहास नई दिल्ली। भारत ने 1983 में पहली बार वर्ल्ड कप जीता था। इस जीत की कहानी को निर्देशक कबीर खान लेकर आ रहे हैं। फिल्म के ट्रेलर में कैप्टन कपिल देव की उस पारी की भी झलक दिखाई गई है, जिसे आज तक कोई नहीं देख पाया है। कपिल देव ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 175 रन की पारी खेली थी, जिसने न केवल इस मैच में जीत दिलाई थी बल्कि वर्ल्ड कप से बाहर होने जा रही टीम इं.......

ससुराल में नाराज हुए लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर

उनकी नाराजगी पर मीडिया सेंटर को लिफ्ट का गिफ्ट खेलपथ संवाद कानपुर। ग्रीन पार्क की मीडिया गैलरी की बहुप्रतीक्षित लिफ्ट के मामले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर ली हैं, यह सब अपनी ससुराल में सुनील गावस्कर की नाराजगी से हो सका। भारत और न्यूजीलैंड टेस्ट मैच से पहले यहां लिफ्ट न लगाने से पूर्व कप्तान व इंटरनेशनल कमेंटेटर सुनील गावस्कर नाराज थे। उन्होंने इस मामले में यूपीसीए और खेल निदेशक को आड़े हाथ लिया। इसके बाद यूपीसीए हरकत में.......

मनीष की देखरेख में शिवा और शिखा भी दिखा रहे कमाल

जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत चुका है शिवा जानें क्या चाहते हैं पिता दिलबाग खेलपथ संवाद नई दिल्ली। पिता दिलबाग सिंह को पांच साल पहले अपने बड़े बेटे मनीष नरवाल को शूटिंग शुरू कराने के लिए अपना मकान तक बेचना पड़ा था। मकान बेचकर मिली राशि से उन्होंने मनीष को पिस्टल दिलाई थी।  यही मनीष जब 2018 में जकार्ता पैरा एशियाई खेलों का स्वर्ण जीतकर घर लौटे तो उनके छोटे भाई-बहन शिवा और शिखा ने भी पिस्टल पकड़ ली। अब .......

भारतीय फुटबॉल की आवाज नोवी कपाड़िया का निधन

इस शख्सियत ने किताबें भी लिखी हैं नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल की आवाज कहे जाने वाले मशहूर समीक्षक और कमेंटेटर नोवी कपाड़िया का गुरुवार को निधन हो गया। वह 'मोटो न्यूरोन' नाम की एक खास बीमारी से पीड़ित थे और पिछले एक महीने से आईसीयू में भर्ती थे। इस बीमारी से अंग काम करना बंद कर देते हैं। इस बीमारी की वजह से कपाड़िया पिछले दो साल से जूझ रहे थे और उन्होंने खुद को घर में कैद कर लिया था। कपाड़िया को फुटबॉल का काफी अनुभव था। उन्ह.......

आज के ही दिन हुआ था सचिन युग का अंत

तेंदुलकर के नाम टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक मुम्बई। भारतीय क्रिकेट टीम के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने 2013 में आज ही के दिन अपने 24 साल के करियर का अंत कर दिया था। 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले सचिन ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला था। ये मुकाबला वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला गया था। मैच में सचिन ने 74 रनों की शानदार पारी खेली थी। टीम इंडिया ने यह मैच पारी और 126 रनों से जीता था। इ.......

झज्जर के लाल गूंगा पहलवान ने बुलंद की आवाज

हरियाणा सरकार से मिला आश्वासन, कमेटी गठित खेलपथ संवाद नई दिल्ली। हरियाणा सरकार के आश्वासन के बाद गूंगा पहलवान ने अपना धरना खत्म कर दिया है। गूंगा पहलवान ने खेल निदेशक पंकज नैन से मुलाकात की तथा खेल निदेशक ने उन्हें मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा कमेटी गठित करने की जानकारी दी तो वह धरना खत्म करने को तैयार हो गए।  बता दें कि हरियाणा सरकार की खेल पालिसी के तहत दो पहलू हैं। पहला यह कि नौकरी देना और दूसरा कैश अवार्ड। ओलम्पिक व प.......

मुफलिसी भी नहीं तोड़ पाई नीरज चोपड़ा के इरादे

एक साल से बंद था फोन, सिर्फ मां से करते थे बात खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा को भी मेजर ध्यानचंद खेलरत्न अवॉर्ड से नवाजा गया। नीरज को सोने का तमगा यूं ही नहीं मिला था। इसके लिए उन्होंने काफी त्याग किए। ध्यान सिर्फ तैयारी पर रहे, इसके लिए उन्होंने एक साल पहले ही मोबाइल फोन से किनारा कर लिया था। वे मोबाइल को स्विच ऑफ रखते थे। जब भी मां सरोज और परिवार के अन्य लोगों से बात करनी होती थी, वे खु.......

खेल रत्न अवनि बेटी को संघर्षों ने बनाया फौलादी

12 साल की उम्र में पैरालिसिस के बावजूद नहीं मानी हार शूटिंग में गोल्ड जीत रचा था इतिहास खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो पैरालंपिक्स में भारत की अवनि लेखरा ने शूटिंग में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था। अब उन्हें मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड से नवाजा गया है। अवनि ने महिलाओं की 10 मीटर एयर स्पर्धा एसएच-1 में यह स्वर्ण पदक जीता था। अवनि को यह जीत इतनी आसानी से नहीं मिली थी। इस मुकाम पर पहुंचने के लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़.......