प्रधानमंत्री मोदी ने जीता मीराबाई चानू का दिल

फोन कर दी भारतीय बिटिया को बधाई
मीरा को जिंदगी भर नहीं भूलेगा पीएम का फोन, विश्वास नहीं हुआ था
नई दिल्ली।
टोक्यो ओलम्पिक से रजत पदक जीतने के बाद भारत लौटने पर दीवानेपन की हद तक मिल रहे प्यार और स्वागत समारोहों से मीराबाई चानू न तो परेशान और न हैरान हैं। हां, एक बात पर उन्हें अब तक विश्वास नहीं हो रहा है। पदक जीतने के बाद टोक्यो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीधे उनके मोबाइल पर फोन आना मीरा के जीवन के सर्वश्रेष्ठ लम्हों में से एक बन गया है। 
दिल्ली लौटने पर मीरा ने खुलासा किया कि प्रधानमंत्री का फोन आना उन्हें अब तक सपने जैसा लग रहा है। मीरा के मुताबिक थोड़ी देर तो उन्हें ऐसा लगा कि क्या सचमुच उनकी पीएम सर से बात हो रही है, लेकिन जब पीएम ने कहा मीरा आपने कमाल कर दिया। पहले दिन ही पदक जीतकर देश का नाम ऊंचा कर दिया बेटी। मीरा कहती हैं कि यह उनके लिए सबसे बड़ा खुशी का पल था। उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी कि देश के पीएम उनको सीधे फोन कर उनका हौसला बढ़ाएंगे।
मीरा के मुताबिक पदक जीतने के बाद वह डोप के लिए चली गई थीं जब वापस आईं तो कोच विजय शर्मा ने बताया गया कि प्रधानमंत्री जी बात करेंगे। हालांकि 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक जीतने के बाद वह उनसे सीधे मिल चुकी हैं, लेकिन उनका ये फोन कॉल आना उन्हें मुझे जिंदगी भर नहीं भूलेगा। उन्होंने भी पीएम को धन्यवाद किया और कहा कि आप की प्रेरणा की वजह से वह पदक लेने में सफल हो पाईं। 
मैरीकॉम मीरा की बहुत बड़ी प्रेरणा हैं। जब उन्होंने मीरा को गले लगाया तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मीरा के मुताबिक खेल गांव के मॉल में वह खरीदारी कर रही थीं। यहीं मैरी दीदी ने उन्हें देख लिया और बोलीं तुम्हीं ने रजत जीता है। वह बहुत खुश थीं उन्होंने काफी देकर उन्हें गले लगाकर रखा और प्यार दिया। उन्हें उनका यह प्यार हमेशा याद रहेगा।
मीरा ने सोमवार की रात वेटलिफ्टिंग संघ के महासचिव सहदेव यादव के घर गुजारी। रियो ओलम्पिक से लौटने के बाद इसी घर में रोते हुए आई थीं। उन्होंने कई दिन यहां गुजारे और वापस वेटलिफ्टिंग शुरू करने की प्रतिज्ञा ली। मीरा कहती हैं। यह वही घर जहां वह रियो से रोते हुए आई थीं और आज टोक्यो से आने के बाद हंसते हुए वापस जा रही हैं। 
मीरा यह भी कहती हैं कि उन्हें उम्मीद है अब ज्यादा से ज्याद लड़कियां वेटलिफ्टिंग में आएंगी। वह भी अपनी ओर से जितनी भी सहायता हो सकती है करेंगी। मीरा कहती हैं कि इस पदक ने उन्हें और आगे जाने का रास्ता दिखाया है। पेरिस ओलम्पिक में इस रजत को स्वर्ण में बदलने की कोशिश करेंगी।

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