टोक्यो में ट्रैक एण्ड फील्ड स्पर्धा में दिलाया स्वर्ण पदक खेलपथ संवाद नई दिल्ली। राष्ट्रीय खेल समिति का हिस्सा रहे भारत के पूर्व फुटबॉल कप्तान बाईचुंग भूटिया ने कहा कि टोक्यो ओलम्पिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा इस साल खेल रत्न पुरस्कार के हकदार हैं। नीरज चोपड़ा ने इस साल ओलम्पिक में ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंकने के बाद भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीता था। भूटिया ने कहा कि इस बार समिति .......
‘द सरदार ऑफ स्पिन: ए सेलिब्रेशन ऑफ द आर्ट एंड ऑफ बिशन सिंह बेदी' नयी दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी ने ऑस्ट्रेलिया में एक बार जहीर अब्बास, जावेद मियांदाद, मुदस्सर नजर और पाकिस्तान के दूसरे क्रिकेटरों को खाने पर आमंत्रित किया था जिसमें उन्होंने लगभग 25 मेहमानों के लिए लजीज पकवान बनाया था। बेदी के द्वारा स्वादिष्ट खाना बनाने का जिक्र उनकी जिंदगी पर आधारित नयी किताब ‘द सरदार ऑफ स्पिन: ए सेलिब्रेशन .......
सोलो साइकिलिंग में आर्मी ऑफीसर की गिनीज रिकॉर्ड बनाने की तमन्ना लेफ्टिनेंट कर्नल भरत पन्नू ने बनाए थे दो रिकॉर्ड खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय सेना के एक अधिकारी सबसे तेज एक साइकिलिंग (पुरुष वर्ग) में गिनीज बुक में रिकॉर्ड दर्ज कराने के लिए लेह से मनाली तक साइकिल यात्रा कर रहे हैं। जिसके जानकारी एक रक्षा प्रवक्ता ने दी। प्रवक्ता ने कहा, 25 सितम्बर को सुबह 4 बजे ब्रिगेडियर आरके ठाकुर ने स्ट्राइकर्स डिवीजन के लेफ्टिनेंट कर.......
पदक जीत बनाना चाहते हैं रिकॉर्ड अब तक सबसे कठिन राष्ट्रीय चैम्पियनशिप थी इस बार नई दिल्ली। भारत के शीर्ष मुक्केबाजों में से एक शिव थापा (63.5 किलोग्राम) की निगाह सर्बिया के बेलग्रेड में 24 अक्टूबर से शुरू होने वाली विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतकर नया रिकॉर्ड बनाने पर है। वह जानते हैं कि टीम का अनुभवी सदस्य होने के कारण उनकी जिम्मेदारी भी सबसे अधिक है। पांच बार के एशियाई पदक विजेता थापा अगर विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीत लेते हैं.......
पहली बार साथ दिखे दो ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ी खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले देश के पहले एथलीट नीरज चोपड़ा ने अभिनव बिंद्रा से मुलाकात की। बिंद्रा ने साल 2008 बीजिंग ओलम्पिक में देश के लिए व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में पहला गोल्ड मेडल हासिल किया था। दोनों स्वर्ण पदक विजेता के बीच मुलाकात शानदार रही। इस दौरान बिंद्रा ने नीरज को एक गोल्डन रिट्रीवर पिल्ला भी तोहफे में दिया। उन्होंने इसका न.......
सप्ताह की शख्सियत नयी दिल्ली। बल्लेबाज के रूप में विरोधी गेंदबाजों और एक कप्तान के रूप में विपक्षी टीम पर हावी होने की अपनी विशिष्ट शैली के कारण क्रिकेट जगत में अपनी अलग पहचान बनाने वाले विराट कोहली दुनिया के उन चंद कप्तानों में शामिल हैं, जिन्होंने अतिरिक्त जिम्मेदारी मिलने के बाद अपने खेल को भी नयी ऊंचाइयों तक पहुंचाया। लेकिन कोहली अब टी20 प्रारूप की कप्तानी छोड़ने का फैसला कर चुके हैं। संयुक्त अरब अमीरात में होने वाले टी20 व.......
साओ पाउलो। ब्राजील के दिग्गज फुटबॉलर पेले की आंत से ट्यूमर निकालने के लिये किये ऑपरेशन के बाद स्थिति सामान्य बनी हुई है और उनकी बेटी केली नेसिमेंटो ने कहा कि वह धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं। लेकिन अल्बर्ट आइंस्टीन अस्पताल ने कहा कि 80 वर्षीय पेले को सांस लेने में मामूली दिक्कत के कारण गुरुवार की रात को फिर से आपात चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया था। उनका उपचार चल रहा है। अस्पताल ने इसके आगे कोई जानकारी नहीं दी। पेले का 4 सितंबर को ऑपरेश.......
परिवार की आय का एकमात्र जरिया रही गाय बेची थी खेलपथ संवाद मुम्बई। कौन बनेगा करोड़पति-13 के एक एपिसोड में हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के साथ बतौर स्पेशल गेस्ट शामिल हुए। शो में खिलाड़ी से होस्ट अमिताभ बच्चन ने पूछा कि उनके पिता के साथ उनका रिश्ता कैसा है तब श्रीजेश ने बताया कि स्पोर्ट्स के इक्विपमेंट खरीदने के लिए उनके पिता ने गाय को बेच दिया था जो उनकी पारिवार की इनकम का एक सोर्स थी। बता दें, पीआर श.......
अपने बड़े भाई से सीखी थी हॉकी की वर्णमाला श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। दुनिया को अपनी स्टिक से सम्मोहित करने वाले महान हॉकी योद्धा, रिंग मास्टर, अचूक स्कोरर कैप्टन रूप सिंह को बेशक दुनिया भूल चुकी हो पर तानाशाह एडोल्फ हिटलर के मुल्क में आज भी उनकी अमरगाथा पढ़ी और सुनी जाती है। हॉकी के जादूगर दद्दा ध्यानचंद के अनुज कैप्टन रूप सिंह आठ सितम्बर, 1908 को मध्यप्रदेश के जबलपुर में सोमेश्वर सिंह के घर जन्मे थे। इनकी श.......
हिटलर के हीरो को 113वीं जयंती पर शत-शत नमन श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। अपने खेल-कौशल से दो बार (1932 और 1936) भारत को ओलम्पिक हाकी का स्वर्ण मुकुट पहनाने वाले कालजयी कैप्टन रूप सिंह अपनी ही जन्म और कर्मस्थली में नाकद्री का शिकार हैं। आठ सितम्बर, 1908 को जबलपुर में जन्मे रूप सिंहजी की कर्मस्थली ग्वालियर रही है। कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम के पास स्थित उनके प्रतिमा स्थल को देखकर लगता ही नहीं कि यह वही खिलाड़ी है जिसने अपने जादुई खेल से ता.......