खेल-खेल में लिखी सफलता की नई दास्तां

खेलपथ प्रतिनिधि लखनऊ। बेटियां कुछ भी कर सकती हैं, बस इन्हें जरूरत है प्रोत्साहन की। घर की बेटियों को अगर परिवार का साथ मिले तो वो दुनिया को अपने कदमों में झुका सकती हैं। ऐसी ही कहानी है खेल की दुनिया में अपना नाम रोशन करने वाली इन होनहार बेटियों की। जिन्होंने अपनी लगन और मेहनत से मुकाम हासिल किया और अब भी अपने लक्ष्य को साधने में लगी हुईं हैं। चलिए ऐसी ही कुछ बेटियों के संघर्ष और जज्बे की कहानी को जानते हैं। ...और प्राची गईं .......

अभिभावकों ने खेल सुविधाओं को सराहा

खेल संचालक की पहल पर कोच एवं पैरेन्ट्स मीटिंग का आयोजन  भोपाल:  तात्या टोपे नगर स्टेडियम स्थित मार्शल आर्ट हाल में 27 एवं 28 दिसम्बर,2019 को बोर्डिंग खिलाड़ियों के अभिभावकों और प्रशिक्षकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में अभिभावकों को खेल सुविधाओं और खिलाड़ियों के लिए खेल विभाग द्वारा की गई विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी देकर उनसे सुझाव प्राप्त किए गए। संचालक खेल और युवा कल्याण डा. एस.एल. था.......

मुझे अच्छी डाइट और न्यूट्रिशन की ज़रूरत

दुती चंद से बातचीत नई दिल्ली। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में 100 मीटर रेस में गोल्ड जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय स्प्रिंटर दुती चंद ने कहा कि यह जीत उस आलोचना का नतीजा है जिसका सामना उन्हें इसीलिए करना पड़ा क्योंकि उन्होंने अपने समलैंगिक संबंध की बात उजागर कर दी। 10 जुलाई को 23 वर्षीय दुती ने 11.32 सेकेंड्स के समय के साथ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड हासिल किया था और इस तरह वे हिमा दास के .......

पानी का डर खत्म करने को बना तैराकः माइकल फेल्प्स

दुनिया का नायाब तैराक खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2019 में अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स ने अपने तैराकी सफर और सफलता के बारे में कई बातें शेयर कीं। फेल्प्स ने बताया कि वह पानी के डर को खत्म करना चाहते थे, इसलिए स्वीमिंग करना शुरू किया। वाटर सेफ्टी के लिए उन्होंने पान.......

सफलता में बहुत लोगों का होता है हाथः मारिन

स्पेन की बैडमिंटन स्टार कैरोलिना मारिन ने सैयद मोदी इंटरनेशनल टूर्नामेंट में महिला सिंगल्स खिताब जीता। वे पहली बार चैंपियन बनीं हैं। मारिन ने भी कहा- ‘भारत में खेलना तो मुझे हमेशा ही अच्छा लगता है। यहां की ऑडियंस बहुत चियर करती है। अभी अगले साल ओलिंपिक खेल लूं, फिर प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) में खेलने आने के बारे में भी सोचती हूं।’ मारिन सोशल साइट पर या फिर खेल के बारे में बात करते हुए हमेशा I की जगह हम लिखती हैं। वे इसकी वजह बताती हैं- खिलाड़ी की ज.......

पिता की मौत भुलाने को मंजू रानी बनी मुक्केबाज

विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में जीता चांदी का पदक भारत की 19 वर्षीया मुक्केबाज मंजू रानी को विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में हार का सामना क.......

मैं ग्राउंड रेसलिंग में खा गई मातः विनेश

अब ओलम्पिक पदक जीत पति से किया वादा पूरा करूंगी श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। पहलवान विनेश फोगाट ने नया इतिहास रच दिया है। वह देश की पहली ऐसी पहलवान बन गई हैं, जिसने वर्ल्ड चैम्पियनशिप के मेडल के साथ ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया है। इस तरह विनेश फोगाट अपने पहलवान पति सोमबीर से किया हर वादा पूरा कर रही हैं और अब केवल ओलम्पिक मेडल जीतने का वादा बाकी है। विनेश का कहना है कि मुझमें अभी काफी कमियां हैं जिन्हें दूर कर वह ओलम्पिक मेडल भी जी.......

मैं टोक्यो ओलम्पिक में तिरंगा लहराना चाहती हूंः सपना कुमारी

रांची। हिन्दुस्तान अखबार की ओर से रांची में आयोजित 'पूर्वोदय 2019' सम्मेलन में झारखंड की युवा एथलीट सपना कुमारी मंच पर आईं। इस दौरान उन्होंने टोक्यो ओलम्पिक के लिए अपनी तैयारियों और एथलेटिक्स की दुनिया में अब तक की अपनी यात्रा के बारे में बताया। सपना कुमारी 100 मीटर हर्डल इवेंट में पार्टिसिपेट करती हैं। सपना ने कहा कि मैं टोक्यो ओलम्पिक में तिरंगा लहराना चाहती हूं। सपना ने कहा, 'मुझे स्पोर्ट्स में कोई इंटरेस्ट नहीं था। मैं अपनी बहन स्नेहा सिंह को देखकर.......

ओलम्पिक स्वर्ण के लिए मेरी कैबिनेट में एक पदक खाली हैः पीवी सिंधु

ओलम्पिक गोल्ड के लिए अभी से तैयारियों में जुटीं पीवी  शीर्ष भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधु ने कहा कि विश्व चैम्पियनशिप के स्वर्ण पदक ने रियो ओलंपिक को छोड़कर पिछले सभी फाइनल में हारने के जख्म को भर दिया है। और उन्हें उम्मीद है कि अगले साल तोक्यो में वह इस कमी को भी पूरा कर लेंगी, जिसके लिए उन्होंने ट्रॉफियों की कैबिनेट में एक जगह खाली रखी है। ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधु ने बासेल में अपने लगातार तीसरे फाइनल में जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-7 21-7 से हराकर विश.......

ईरानी कबड्डी प्रशिक्षक शैलजा की कहानी उन्हीं की जुबानी

जकार्ता एशियाड में ईरान ने भारत को 27-24 से हराकर पहली बार महिला कबड्डी में गोल्ड मेडल जीता है। ईरानी टीम को कामयाबी दिलाने वाली कोच हैं शैलजा जैन धोपडे। महाराष्ट्र के खेल विभाग में 32 साल कोचिंग देने वाली शैलजा ने अपने अनुभव बताते हुए कहा कि भारत को कबड्डी खेल में सावधान रहने की जरुरत है क्योंकि कई देश इस खेल में बेहतर कर रहे हैं। शैलजा ने कहा कि मेरे प्रशिक्षण से कबड्डी का स्वर्ण पदक जीतने वाली ईरानी टीम ने कड़ी मेहनत की बदौलत चैम्पियन भारत का मानमर्दन किया। ईरानी टीम की कोच बनने पर शैलजा क.......