मैं ग्राउंड रेसलिंग में खा गई मातः विनेश

अब ओलम्पिक पदक जीत पति से किया वादा पूरा करूंगी
श्रीप्रकाश शुक्ला
नई दिल्ली।
पहलवान विनेश फोगाट ने नया इतिहास रच दिया है। वह देश की पहली ऐसी पहलवान बन गई हैं, जिसने वर्ल्ड चैम्पियनशिप के मेडल के साथ ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई किया है। इस तरह विनेश फोगाट अपने पहलवान पति सोमबीर से किया हर वादा पूरा कर रही हैं और अब केवल ओलम्पिक मेडल जीतने का वादा बाकी है। विनेश का कहना है कि मुझमें अभी काफी कमियां हैं जिन्हें दूर कर वह ओलम्पिक मेडल भी जीतने का प्रयास करेंगी।विनेश फोगाट ने अपने पति से देश के लिए सभी अंतरराष्ट्रीय मेडल जीतने का वादा किया हुआ है। 
विनेश फोगाट अंतरराष्ट्रीय स्तर का हर बड़ा मेडल जीत चुकी हैं, जिनमें एशियन व कॉमनवेल्थ गेम्स का मेडल भी शामिल है। लेकिन अभी तक वर्ल्ड चैम्पियनशिप का मेडल उनके पास नहीं था। वह वर्ल्ड चैम्पियनशिप में मेडल जीतने के साथ ही ओलम्पिक में क्वालीफाई करने का सपना लेकर वह कजाकिस्तान पहुंची थीं। साथ ही उन्हें अपने पहलवान पति सोमबीर को दिया वादा भी पूरा करना था। विनेश ने बताया कि जिस तरह से वह खेल रही थीं, लगता था कि वह गोल्ड मेडल जीतकर ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करेंगी लेकिन वह अपनी कुछ कमियों की वजह से गोल्ड नहीं जीत सकीं।
पहलवान विनेश फोगाट कहती हैं कि मैं ग्राउंड रेसलिंग में कमजोर रही और दो बार डेंजर जोन में चली गई। इस बड़ी कमी को दूर करने के लिए प्रैक्टिस की जाएगी, जिससे ओलम्पिक में इस तरह की गलती न हो सके। यहां रैपेचेज ने उसे ओलम्पिक क्वालीफाई कराने के साथ ही मेडल दिला दिया, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता है। इसलिए ग्राउंड रेसलिंग पर थोड़ा ज्यादा ध्यान देना होगा। मेरा सपना ओलम्पिक में जापान की पहलवान को हराकर मेडल जीतना है।
भारतीय महिला कुश्ती टीम के चीफ कोच कुलदीप मलिक कहते हैं कि जब विनेश फोगाट ने वर्ल्ड की नम्बर वन पहलवान यूएसए की सारा हिल्डेब्रांट को हराया था, उस समय ही मैंने यह मान लिया था कि विनेश ओलम्पिक में क्वालीफाई करेगी और वह मेडल भी जीतेगी। वह कहते हैं कि ओलम्पिक क्वालीफायर वर्ल्ड चैम्पियनशिप सबसे तगड़ी होती है, जिसमें सभी देशों के पहलवान हिस्सा लेते हैं। इसलिए ही पहलवानों के लिए इस वर्ल्ड चैम्पियनशिप में मेडल जीतना सपने की तरह होता है, लेकिन विनेश ने यह सपना सच कर दिखाया है।

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