प्रधानमंत्री मोदी ने जीता मीराबाई चानू का दिल

फोन कर दी भारतीय बिटिया को बधाई मीरा को जिंदगी भर नहीं भूलेगा पीएम का फोन, विश्वास नहीं हुआ था नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक से रजत पदक जीतने के बाद भारत लौटने पर दीवानेपन की हद तक मिल रहे प्यार और स्वागत समारोहों से मीराबाई चानू न तो परेशान और न हैरान हैं। हां, एक बात पर उन्हें अब तक विश्वास नहीं हो रहा है। पदक जीतने के बाद टोक्यो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीधे उनके मोबाइल पर फोन आना मीरा के जीवन के सर्वश्रेष्ठ लम्हों में से एक ब.......

मुक्केबाजों और पहलवानों से पदक की आसः विजेंद्र सिंह

टोक्यो पर मुक्केबाज का आकलन नई दिल्ली। ओलम्पिक खेल अभी तक हमारे लिए मिले-जुले रहे। मीराबाई चानू के भारोत्तोलन में जीते गए रजत पदक ने पूरे देश को जश्न मनाने का मौका दिया। अन्य कई खेलों में निराशा भी हाथ लगी, लेकिन फिर हमने भारतीय हाकी टीम को आस्ट्रेलिया से मिली शिकस्त से वापसी करते हुए अपनी दूसरी जीत दर्ज करते भी देखा। जिस तरह लवलीना ने मंगलवार को जर्मनी की नेदिन एपेट्ज के खिलाफ 3-2 से जीत दर्ज की, उससे भी मैं काफी प्रभावित हुआ।  .......

अब पदक के लिए जाती हैं बेटियांः कर्णम मल्लेश्वरी

टोक्यो में मीरा करेगी कमाल खेलपथ संवाद नई दिल्ली। पहली कोई भी चीज हो वो बहुत खास होती है, फिर यह तो ओलम्पिक का पहला पदक था। मेरा ही नहीं देश की किसी महिला खिलाड़ी का भी। यह मेरे लिए तो खास है ही देश के लिए भी। सिडनी ओलम्पिक ( 2000) के बाद भारतीय महिलाएं ओलम्पिक में पदक के बारे में सोचने लगीं। इससे पहले कोई भी भारतीय महिला पदक के बारे में नहीं सोचती थी।  सिडनी के बाद बेटियों ने न सिर्फ ओलम्पिक में शानदार प्रदर्शन किया बल्क.......

रिंग में मैरीकॉम के पंच का नहीं कोई जवाब

बनना चाहती थी एथलीट, डिंको को देख बन गई बॉक्सर खेलपथ संवाद नई दिल्ली। कभी चाह थी एथलीट बनने की, लेकिन ये तो मैरीकॉम को भी नहीं पता था कि उनका साथ बॉक्सिंग के साथ ऐसा जुड़ेगा कि वो भारत की शान बन जाएंगी। मणिपुर के एक छोटे से गांव में 24 नवंबर, 1982 को मैरीकॉम का जन्म हुआ। असुविधा, गरीबी, समाज की बंदिशों से मैरीकॉम दो-चार हुईं, लेकिन लगन इतनी थी, कि ये सारी बातें पीछे रह गईं और सफलता कदम चूमने लगी।  मैरीकॉम का झुकाव एथलेटिक.......

हमारा लक्ष्य प्रतिभाओं की तलाश और मददः गगन नारंग

दिग्गज शूटर की कलम से नई दिल्ली। आखिरकार टोक्यो ओलम्पिक की शुरुआत होने जा रही है। ये अपने साथ मेरी अपनी यात्रा की ढेर सारी यादें ले आया है। 2004 में जब मैं एथेंस गया तो मेरे लिए सब कुछ नया और किसी परीकथा जैसा था। चार साल बाद बीजिंग में मेरा दिल उस समय टूट गया, जब एयर राइफल फाइनल में जगह बनाने से मैं सिर्फ एक प्वाइंट से चूक गया। लंदन 2012 में इसकी कुछ भरपाई हुई और मैंने कांस्य पदक जीता। 2016 की कहानी तो बिल्कुल ही अलग रही। एक प्रशंसक .......

टोक्यो में मैं स्वर्ण जीतना चाहती हूंः मैरीकॉम

दिग्गज मुक्केबाज ने साक्षात्कार में किया खुलासा नई दिल्ली। सच कहूं तो मैं टोक्यो में स्वर्ण पदक जीतकर मुक्केबाजी को अलविदा कहना चाहती हूं। मैं सोचती हूं कि इसके बिना सारी उपलब्धि कम हैं। छह बार की विश्व चैंपियन और लंदन ओलम्पिक 2012 में कांस्य पदक जीतने वाली भारत की स्टार मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम इस बार हर हाल में स्वर्ण पदक जीतना चाहती हैं। मैरीकॉम का मानना है कि उन्होंने अपने जीवन में सब कुछ हासिल किया, लेकिन बस एक सपना ओलम्पिक का स्वर्ण पदक.......

अब हर खेल को मिल रही लाइमलाइटः साइना नेहवाल

साल दर साल बेहतर होता जा रहा है सिस्टम दिग्गज शटलर के विचार उसी की कलम से हैदराबाद। बहुत से लोगों में यह विश्वास काफी ज्यादा है कि हम टोक्यो 2020 में अपनी छाप छोड़ सकते हैं, खासतौर से जब हमारे खिलाड़ी अलग-अलग खेलों में वैश्विक स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। अब सिर्फ क्रिकेट अकेला ही लाइमलाइट में नहीं रहता है। मुझे लगता है कि पिछले एक दशक में भारत में काफी शानदार बदलाव हुए हैं। अच्छे परिणाम के लिए यह सबसे अहम है। मैं यह स्.......

दिग्गज हॉकी खिलाड़ी केशव दत्त का निधन

ओलम्पिक गोल्ड मेडल जीतने वाली टीम का थे हिस्सा कोलकाता। 1948 में लंदन व 1952 में हेलसिंकी ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य केशव दत्त (95) का मंगलवार देर रात कोलकाता के संतोषपुर इलाके में स्थित उनके निवास स्थल में निधन हो गया। पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केशव दत्त उम्रजनित बीमारियों से ग्रस्त थे। मंगलवार रात करीब 12.30 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। उनके पार्थिव शरीर को कोलकाता के ईस्टर्न मेट्रोपॉ.......

मेरी रनों की भूख अब भी जस की तसः मिताली राज

महिला क्रिकेट के सभी प्रारूपों में सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज ने कहा वार्सेस्टर। भारतीय महिला टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा कि उनकी रन बनाने की भूख अब भी वैसी ही है जैसे 22 साल पहले हुआ करती थी और वह अगले साल न्यूजीलैंड में होने वाले वनडे विश्व कप के लिये अपनी बल्लेबाजी को नये मुकाम पर ले जाने की कोशिश कर रही हैं।  मिताली की 89 गेंदों पर नाबाद 75 रन की पारी से भारत ने शनिवार को तीसरे और अंतिम वनडे में इंग्लैंड को 4 विकेट .......

रियो की कमी टोक्यो में पूरी करेंगे बजरंग पूनिया

2007 में छत्रसाल स्टेडियम में नहीं मिला था दाखिला नई दिल्ली। बजरंग पूनिया आज 65 किलोग्राम भारवर्ग में देश के ही नहीं, दुनिया के दिग्गज पहलवान हैं। टोक्यो ओलम्पिक में पदक के दावेदार बजरंग ने कभी खेल-खेल में पिता की इच्छा को पूरा करने के लिए कुश्ती को चुन लिया था। पहलवान बजरंग पूनिया रियो में पदक की कमी टोक्यो ओलम्पिक में पूरा करना चाहते हैं। अखाड़े में उनके दांव-पेच ऐसे हैं कि प्रतिद्वंदी को जब तक कुछ समझ में आता है तब तक वह चित हो चु.......