जम्मू-कश्मीर का गौरव है जिम्नास्ट बवलीन कौर

खेल ही नहीं पढ़ाई में भी अव्वल खेलपथ प्रतिनिधि जम्मू। बेटियां कहीं की हों उनमें नीलगगन में उड़ान भरने का हुनर आ गया है। कभी आतंकवाद के साए में रहने वाले जम्मू-कश्मीर में अब बेटियां हर क्षेत्र में कौशल दिखाने को बेताब हैं। ऐसी ही बेटियों में जिम्नास्ट बवलीर कौर भी शामिल है। यह बेटी खेल ही नहीं पढ़ाई में भी अव्वल है। जम्मू-कश्मीर के साथ राष्ट्रीय जिम्नास्टिक जगत में बवलीन कौर बड़ा नाम हैं। छोड़ी सी आयु में बवलीन ने जिम्नास्टिक म.......

छह साल के बच्चे की फिटनेस और फुटबॉल स्किल्स लाजवाब

अरात का सपना फुटबॉल विश्व कप में सबसे कम उम्र का खिलाड़ी बनना नई दिल्ली। लिओनेल मेसी हो या क्रिस्टियानो रोनाल्डो, इन दिग्गज फुटबॉलरों के खेल और फिटनेस की दुनिया दीवानी है। आज कल के वक्त में क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस या कोई अन्य खेल, हर जगह खिलाड़ी खेल के साथ अपनी फिटनेस पर बहुत ध्यान देते हैं और उसके लिए कड़ी ट्रेनिंग करते हैं। सोशल मीडिया पर भी ये खिलाड़ी लगातार अपनी फिटनेस और ट्रेनिंग की वीडियो डालते रहते हैं। लेकिन इन सबके बीच एक छह साल के बच्.......

टेनिस में मध्य प्रदेश की महक

श्रीप्रकाश शुक्ला आज जहां भारत जैसे देश में बेटियों को कोख के अंदर ही मार दिया जाता है वहीं ऐसे अभिभावकों की भी कमी नहीं है जोकि बेटियों की तरक्की के लिए अपना घर-बार तक बेच देते हैं। पुलेला गोपीचंद जैसे लोग देश की प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय क्षितिज पर शोहरत दिलाने के लिए जहां अपना घर गिरवी रख देते हैं वहीं विनय जैन जैसे पिता बेटी की कामयाबी के लिए न केवल नौकरी छोड़ते हैं बल्कि अपना आशियाना भी गिरवी रखने में संकोच नहीं करते। भारत में .......

हालात और मजबूरी, बेटियों की बना दी खेलों से दूरी

चमकने से पहले ही बुझ गए उम्मीदों के चिराग श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। खेलों में सुनहरा करियर है लेकिन भारत जैसे देश में खिलाड़ी बनना बहुत कठिन काम है। खेल संस्कृति का अभाव और खराब सिस्टम खिलाड़ियों का न केवल मनोबल तोड़ता है बल्कि उन्हें असमय ही खेलों से नाता तोड़ लेने को भी मजबूर कर देता है। देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है लेकिन देश की .......

प्रिंसपाल सिंह का बास्केटबाल में कमाल

भरी एनबीए की उड़ान, अमेरिका रवाना  खेलपथ प्रतिनिधि नोएडा। प्रिंसपाल सिंह का गांव पंजाब में पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है। यहां खेल की सुविधाओं के नाम स्कूल के छोटे से मैदान में वॉलीबाल का नेट है। यही वॉलीबाल का मिट्टी का कोर्ट प्रिंसपाल के लिए वरदान बन गया। पाकिस्तान सीमा के साथ लगा होने के कारण प्रिंसपाल के पिता उन्हें लुधियाना ले गए। जहां उन्हें बास्केटबॉल के लिए चुन लिया गया। अब यही प्रिंसपाल एनबीएस की जी लीग में खेलने के ल.......

अपने गुरु को गुरुकुल देंगे निशानेबाज सौरभ चौधरी

शिक्षक दिवस पर विशेष खेलपथ प्रतिनिधि मेरठ। एक प्रशिक्षक ही खिलाड़ी को शिखर तक पहुंचने में मदद करता है। इसलिए खेल में सुविधाओं से कहीं अधिक प्रशिक्षक की अहम भूमिका होती है। भारत के उभरते निशानेबाज और हाल ही अर्जुन पुरस्कार हासिल करने वाले सौरभ चौधरी भी मानते हैं कि उनके जीवन में गुरु अमित श्योराण का सबसे बड़ा योगदान है। सौरभ अपने गुरु को .......

श्रमिक की बेटी सुनिधि ने रायफल शूटिंग में बढ़ाया मध्य प्रदेश का गौरव

एनसीसी में रहकर सीखा रायफल चलाना और अब शामिल हैं ओलम्पिक कोर ग्रुप में खेलपथ प्रतिनिधि भोपाल। प्रतिभा किसी को आगे बढ़ने से कभी नहीं रोक सकती है, बस उसमें आगे बढ़ने का जुनून होना चाहिए। भोपाल की सुनिधि  चौहान  ने भी कभी नहीं सोचा था कि वह रायफल शूटिंग में ओलम्पिक कोर ग्रुप में थर्ड पोजीशन प्राप्त कर पाएगी। मध्य प्रदेश सरकार द.......

अर्जुन पुरस्कार से उत्साहित हैं दुती चंद

टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करने को बेताब खेलपथ संवाद भुवनेश्वर। देश की स्टार महिला धावक दुती चंद अर्जुन पुरस्कार के लिए चयन होने से काफी खुश हैं। वह कहती हैं कि उनका एकमात्र लक्ष्य टोक्यो ओलम्पिक का टिकट हासिल करना है। दुती कहती हैं कि व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प.......

पहलवानी में दिव्य ज्योति जैसी दमकी दिव्या

अर्जुन अवार्ड की सिफारिश खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। कहते हैं कि मुफलिसी सपनों के साकार होने में सबसे बड़ा अवरोध होती है। यह सही भी है लेकिन हमारे समाज में बहुत से ऐसे लोग हुए हैं जिन्होंने गरीबी से परे कामयाबी की दास्तां लिख अपने देश को गौरव शिखर पर पहुंचा कर ही द.......