गोलकीपर अदिति चौहान को भरोसा खेलपथ प्रतिनिधि इम्फाल। भारतीय महिला फुटबॉल टीम की गोलकीपर अदिति चौहान को विश्वास है कि देश की फुटबॉलर दिग्गज बाला देवी का अनुसरण करेंगी। अदिति का मानना है कि देश में खेलों की बढ़ती लोकप्रियता के कारण खिलाड़ी विदेशों के पेशेवर लीग में खेलने के मामले में दिग्गज बाला देवी का अनुसरण करेंगे। अगले साल भारत को फीफा अंडर -17 विश्व कप और 2022 में एएफसी एशियाई कप की मेजबानी करनी है जिससे देश में महिला फुटबॉ.......
2017 को छोड़ हर साल जीता अंतरराष्ट्रीय पदक शिवम शुक्ला ग्वालियर। 21वीं सदी के दूसरे दशक को बीतने में महज छह माह बचे हैं। खेलों के लिहाज से देखें तो इस दशक में भारतीय नारी शक्ति का जलवा रहा है। बैडमिंटन, शूटिंग, मुक्केबाजी, कुश्ती, एथलेटिक्स, तीरंदाजी आदि खेलों में भारतीय बेटियों ने कमाल का प्रदर्शन किया है। आज हम खेलपथ के लगभग 10 लाख सुध.......
क्रिकेट खेलूं या मां बनूं खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। मैं, नेहा तंवर, उद्घाटक बल्लेबाज और ऑफ़ स्पिनर। भारतीय टीम की तरफ से वेस्टइंड.......
दुनिया में क्रिकेट पर राज कर रहा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड कई नायाब शख्सियतों की प्रतिभा का हत्यारा भी है। हम भारतीय समय के साथ कई कष्टों को भूल जाना पसंद करते हैं। बीती बात बिसारि दे आगे की सुधि लेय, की तर्ज पर मैं भी चलने का हिमायती हूं लेकिन एक कलमकार होने के नाते कुछ बातें प्रायः कचोटती हैं और खराब सिस्टम के खिलाफ मुखर होने को उकसाती भी हैं। हाल ही भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों ने राजिंदर गोयल के रूप में एक नायाब शख्सियत को खोया है। मुझे गम इस बात का है कि फिरकी.......
जुनूनी बच्चे ने दी थी खतरनाक बीमारी को मात जन्मदिन पर विशेष नई दिल्ली। साल 1986 तक अर्जेंटीना के रोजारियो शहर को महान क्रांतिकारी नेता चे ग्वेरा के जन्मस्थल के रूप में जाना जाता था। जब अर्जेंटीना ने 1986 में फीफा विश्व कप का खिताब जीता था और देश के सिर से जश्न का खुमार पूरी तरह उतरा भी नहीं था, उसके एक साल बाद ही, 24 जून 1987 को रोजारियो शहर में जन्म हुआ इस सदी के महान फुटबॉलर्स की श्रेणी में शामिल हो चुके लियोनल एंड्रेस मेसी का। उन.......
पत्रकार बनना चाहती थीं, बनीं टेनिस स्टार श्रीप्रकाश शुक्ला देखा जाए तो भारत में टेनिस की कई महिला खिलाड़ी समय-समय पर टेनिस कोर्ट पर उतरीं लेकिन जो सफलताएं सानिया मिर्जा को हासिल हुईं उसके करीब भी कोई खिलाड़ी नहीं पहुंच सकी। सच्चाई यह है कि टेनिस की सनसनी सानिया ने अपने खेल से दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाया है। इस खिलाड़ी.......
अब योग को बनाया अपना पैशन श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। भीड़ हमेशा आसान रास्ते पर चलती है लेकिन जिन्हें अपनी मंजिल स्वयं हासिल करनी होती है वे मुसीबतों की परवाह किए बिना अकेले ही चल निकलते हैं। जिन सांक दत्ता को डाक्टरों ने कभी लाचार मान लिया था वही आज अपनी अदम्य इच्छाशक्ति से संयुक्त अरब अमीरात में लोगों को योग के माध्यम से स्वस्थ जीवन का.......
1985 में दी थीं भारतीय खेल प्राधिकरण को खेलपथ विशेष नई दिल्ली। आखिरी समय तक उन्हें इंतजार था कि 1985 में भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को दी गई अनमोल धरोहरें वह एक बार फिर देख सकेंगे, लेकिन पिछले आठ साल में तमाम प्रयासों के बावजूद महान हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह की यह तमन्ना पूरी नहीं हो सकी। तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बलबीर सीनि.......
खेलपथ प्रतिनिधि ग्वालियर। जिम्मी जॉर्ज भारत में ऐसा नाम है, जिसे भारत में वॉलीबाल का ‘बादशाह’ कहा जाता है। वॉलीबाल के विश्व मैप पर भारत को सफलता के नये आयाम तक पहुंचाने वाले इस खिलाड़ी जैसा आज तक कोई नहीं हुआ। जिम्मी भारत के ऐसे पहले वॉलीबाल प्लेयर हैं जिन्होंने पेशेवर तरीके से वॉलीबाल खेलना शुरू किया था। आठ मार्च, 1955 को केरल में मालाबार क्ष.......
श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। हमारे आसपास की दुनिया में कई बार ऐसे उदाहरण आते हैं, जो हमें अहसास दिलाते हैं कि हमारा जीवन रुकने का नाम नहीं है बल्कि आगे बढ़ने का नाम है। जीवन में कभी भी कोई भी मुसीबत आपको परेशान तो कर सकती है लेकिन आप का रास्ता नहीं रोक सकती है। आज हम आपको ऐसी ही कहानी बता रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप उस लड़की के जज्बे को सलाम करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे। ये कहानी है शालिनी स.......