रोनी स्क्रूवाला और अभिषेक चौबे ने किया दद्दा पर काम खेलपथ प्रतिनिधि मुंबई। खेलप्रेमियों को कालजयी हॉकी खिलाड़ी दद्दा ध्यानचंद की अमरगाथा से रूबरू कराने के लिए रोनी स्क्रूवाला और अभिषेक चौबे नेक काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि खेलप्रेमी दद्दा ध्यानचंद को 2022 में बड़े पर्दे पर देख पाएंगे। भाई अशोक कुमार भी मानते हैं कि दद्दा के जीवन दर्शन को आज की पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए रोनी स्क्रूवाला की आरएसवीपी और ब्लू मंकी फिल्म्स द्वारा काम किया ज.......
बोले-बच्ची को बचाते हुए एक टांग गंवाई थी अन्नदाता को देख लग रहा दूसरी भी नहीं रही खेलपथ प्रतिनिधि चण्डीगढ़। देश में चल रहे किसानों के संघर्ष में कई खिलाड़ियों ने अपने पदक सरकार को लौटा दिए हैं, इस लिस्ट में चंडीगढ़ के पैरा एथलीट मुकेश कुमार भी शामिल हो गए हैं। मुकेश को एक बच्ची की जान बचाते हुए अपनी टांग गंवाने के बाद 2004 में सरका.......
पुणे। अपने जमाने के मशहूर पहलवान और 1959 में हिन्द केसरी का खिताब जीतने वाले श्रीपति खांचनाले का सोमवार को कोल्हापुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे वहीं फुटबॉल की बात करें तो इंग्लैंड के क्लब लिवरपूल को एक सीजन में तीन खिताब दिलाने वाले पूर्व फ्रांसीसी कोच गेर्राड होलियर का निधन हो गया है। वह 73 वर्ष के थे। खांचनाले के पुत्र रोहित ने कहा, 'मेरे पिताजी का उम्र संबंधी परेशानियों के कारण सोमवार की सुबह निधन हो गया।.......
इस महान तैराक ने ओलम्पिक में 23 स्वर्ण सहित 35 पदक जीते हैं वाशिंगटन। ओलम्पिक में रिकॉर्ड 23 स्वर्ण पदक जीतने वाले अमेरिका के महान तैराक माइकल फेल्प्स ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण एक साल के लिए स्थगित टोक्यो ओलम्पिक में नए विश्व रिकॉर्ड बनने की सम्भावना बेहद कम है क्योंकि कोरोना के कारण प्रशिक्षण में कुछ पाबंदियों से खिलाड़ी प्रभावित हो सकते हैं। फेल्प्स ने चार बार ओलम्पिक में भाग लिया है जिसमें उन्होंने 23 स्वर्ण .......
कहा- भारत का नाम इतिहास में दर्ज कराना चाहता हूं नई दिल्ली। भारतीय टेनिस दिग्गज लिएंडर पेस ने कहा है कि वे टोक्यो ओलम्पिक के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने रिकॉर्ड आठवें ओलम्पिक को यादगार बनाना चाहते हैं। बता दें कि पेस भारत के लिए सा ओलम्पिक खेलने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। 2021 में वे अपने आठवें ओलम्पिक में उतरेंगे। ये उनका आखिरी ओलम्पिक भी होगा। उन्होंने कहा कि वे भारत का नाम इतिहास में दर्ज कराना चाहते हैं। पेस.......
22 बेटियों को घुड़सवारी सिखा रहे खेलपथ प्रतिनिधि रोहतक। अपने लिए तो सब करते हैं लेकिन दूसरों के लिए करने में असली मानवता है। भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी रहे रोहतक के अजीत नांदल कुछ ऐसा ही कर रहे हैं। उन्होंने उन गरीब बेटियों को गोद लिया है जो कुछ करना चाहती हैं, लेकिन परिवार के कमजोर आर्थिक हालातों से आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। अजीत नांदल ऐसी 22 बेटियों को घुड़सवारी सिखा रहे हैं। यही नहीं उनकी पढ़ाई पर जो भी खर्चा होत.......
विश्व रत्न भारत पुत्र मेजर ध्यानचंद को शत-शत नमन .......
2003 में हासिल किया अर्जुन अवार्ड अब बेटी मिलन के सपनों को दे रहीं उड़ान श्रीप्रकाश शुक्ला पटियाला। इंसान के जीवन में उसके मुकद्दर से कहीं बड़ा योगदान उसकी मशक्कत का होता है। सपने तो हर कोई देखता है लेकिन मंजिल उसे ही मिलती है जिसमें लक्ष्य को हासिल करने की अदम्य इच्छाशक्ति होती है। उत.......
सगी बेटियों ने लगाए थे गंभीर आरोप अर्जेण्टीना। अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर डिएगो मैराडोना का बुधवार को निधन हो गया। दिल का दौरा पड़ने के कारण उन्होंने 60 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। बता दें कि डिएगो मैराडोना को नशे की लत थी। उनकी मौत की सबसे बड़ी वजह शायद यही रही कि उन्हें 60 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहना पड़ा। मैराडोना के नशे की लत से उनकी बेटियां परेशान थीं। बीते कुछ महीने पहले उनकी दोनों बेटियां मैराडोना को कोर्ट में घसीटन.......
गुड बाय गोल ऑफ द सेन्चुरी बुधवार को दुनिया ने एक बेजोड़ फुटबॉल शख्सियत को हमेशा के लिए खो दिया। महान डिएगो आर्मैंडो मैराडोना का बुधवार को 60 साल की उम्र में निधन हो गया। फुटबॉल की दुनिया इस खिलाड़ी को बेशक बिगड़ैल मानती रही हो लेकिन मैदान में डिएगो के पैरों की जादूगरी बेमिसाल थी। मैराडोना गरीब परिवार में जन्मे थे लेकिन अपने खेल से उन्होंने जो शोहरत, पैसा और मुकाम हासिल किया उसकी बस कल्पना ही की जा सकती है। .......