फेदरवेट चैम्पियन को अगला मैनी पैक्कियाओ बोला जा रहा 24 बाउट लड़ी हैं और सभी में जीत हासिल की नई दिल्ली। फिलीपींस के पेशेवर बॉक्सर और वर्ल्ड बॉक्सिंग काउंसिल (डब्लूबीसी) में फेदरवेट विश्व चैम्पियन मार्क मैगसायो को दुनिया भर में अगला मैनी पैक्कियाओ (फिलीपींस के महान पेशेवर मुक्केबाज) बुलाया जा रहा है। पेशेवर बॉक्सिंग की दुनिया में उन्होंने अब तक 24 बाउट लड़ी हैं और सभी में जीत हासिल की है, जिसमें 16 नॉक आउट जीत शामिल हैं। मैगसायो का बचपन और बेहद संघर्.......
पूर्व खिलाड़ी का एक फेफड़ा काटकर हटाया, दूसरा खराब 30 साल जेवलिन कोच रहीं मारिया को मदद की दरकार खेलपथ संवाद रांची। हमारी सरकारें खिलाड़ियों की कितनी हमदर्द और मददगार हैं इसका जीता जागता उदाहरण हैं झारखण्ड की राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी जेवलिन थ्रोवर मारिया गोरती खलखो। मारिया क्षयरोग से पीड़ित हैं उनका एक फेफड़ा काटकर हटाया गया वहीं दूसरा भी खराब है। 30 साल जेवलिन की प्रशिक्षक रहीं मारिया फिलवक्त तंगहाली के बीच जीवन बसर करने को मजबूर.......
विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे प्रतिष्ठित ध्यानचंद लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार भी मिला खेलपथ संवाद नयी दिल्ली। ओलम्पिक और विश्व कप पदक विजेता टीम का हिस्सा रहे हॉकी खिलाड़ी वरिंदर सिंह का मंगलवार सुबह जालंधर में निधन हो गया। वर्ष 1970 के दशक में भारत की कई यादगार जीत का हिस्सा रहे। वरिंदर 75 साल के थे। वरिंदर 1975 में कुआलालम्पुर में पुरुष हॉकी विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय .......
105 साल की उम्र में रामबाई का कमाल 45.40 सेकेंड में पूरी की 100 मीटर रेस खेलपथ संवाद चरखी दादरी। यदि इंसान में हौसला है तो उम्र तो सिर्फ आंकड़ा है। हरियाणा की परदादी 105 की रामबाई अपनी हिम्मत और दिलेरी से नई ऊंचाइयां छू रही हैं। हरियाणा के चरखी दादरी के गांव कादमा की रामबाई ने 105 साल की उम्र में दौड़ का नया रिकॉर्ड बना दिया है। बेंगलुरु में बीते हफ्ते राष्ट्रीय ओपन मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंड.......
पेशेवर करिअर की पहली हार नई दिल्ली। भारतीय मुक्केबाज एनटी लालबियाक्किमा यहां डब्ल्यूबीसी एशियाई मुक्केबाजी परिषद के महाद्वीपीय लाइट फ्लाइवेट खिताबी मुकाबले में फिलिपींस के जैसन वायसन से हार गए। विश्व में 47वें स्थान पर काबिज वायसन ने शनिवार रात दुबई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में 10 राउंड के मुकाबले में जजों के सर्वसम्मत फैसले में जीत दर्ज की। लालबियाक्किमा के पेशेवर करिअर की पहली हार है। तीनों जज ने 97-94, 97-93 और 96-94 के साथ वायसन .......
महान खिलाड़ी फेरेंक पुस्कास के 84 गोल की बराबरी टोटनहैम हॉट्सपर से विशेष बधाई मिलना बड़ी बात खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री को हंगरी के महान खिलाड़ी फेरेंक पुस्कास के 84 गोल की बराबरी करने पर दो बार के इंग्लिश प्रीमियर लीग विजेता क्लब टोटनहैम हॉट्सपर से विशेष बधाई मिली है। टोटनहैम ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि पुस्कास के 84 गोल की बराबरी करने के लिए बधाई सुनील। छेत्री को हैरी केन की .......
250 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में किया राष्ट्र का प्रतिनिधित्व भारत में कई युवा खिलाड़ियों को किया प्रेरित खेलपथ संवाद नई दिल्ली। हॉकी इंडिया ने अनुभवी स्ट्राइकर रानी को 250 अंतरराष्ट्रीय मैच पूरे करने पर बधाई दी। उन्होंने बेल्जियम के एंटवर्प में एफआईएच हॉकी प्रो लीग मुकाबले में बेल्जियम के खिलाफ भारत के मैच के दौरान यह अविश्वसनीय मील का पत्थर हासिल किया। रानी, जो टोक्यो ओलम्पिक खेलों 2020 के बाद लम्बे समय से चोटिल थीं, .......
1978 बैंकॉक एशियाई खेलों में 5000 मीटर और 10,000 मीटर स्पर्धा में जीते थे गोल्ड मेडल खेलपथ संवाद होशियारपुर। 1978 के बैंकाक एशियाई खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले लम्बी दूरी के धावक हरिचंद का सोमवार सुबह होशियारपुर जिले के उनके पैतृक गांव घोड़ेवाहा में निधन हो गया। हरिचंद सीआरपीएफ कमांडेंट के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। वह 69 वर्ष के थे। हरिचंद ने 1975 की एशियाई चैम्पियनशिप में 10,000 मीटर में स्वर्ण पदक और 5,000 मीटर में कांस्य पदक.......
23 साल का सफर हुआ खत्म छह वर्ल्ड कप खेलने वाली एकमात्र महिला खिलाड़ी खेलपथ संवाद हैदराबाद। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फार्मेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने ट्वीट कर यह जानकारी दी। मिताली ने सभी को उनके प्यार और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने लिखा कि वे अपनी दूसरी पारी पर अब ध्यान देंगी। हालांकि, उन्होंने यह जाहिर नहीं किया है कि यह दूसरी पारी क्या होगी। 39 साल की.......
सुविधाओं के बाद भी एथलीटों का मेडल न जीत पाना चिंता की बात खेलपथ संवाद नई दिल्ली। देश में अब एथलीटों को बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं लेकिन उनका मेडल न जीत पाना चिंता की बात है। एथलेटिक्स को प्रमोट करने के लिए जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है। आज फेडरेशन की तरफ से तमाम तरह की सुविधाएं खिलाड़ियों को दी जा रही हैं, बावजूद इसके हमारे एथलीट्स .......