ओलम्पिक टलने से निराश हैं भावना जाट

खेलपथ प्रतिनिधि जयपुर। भारत में अधिकांश खिलाड़ी कोरोना वायरस महामारी के कारण ओलंपिक स्थगित करने को अभ्यास के लिए अधिक समय मिलने के रूप में देख रहे हैं, लेकिन पैदल चाल खिलाड़ी भावना जाट को लगता है कि यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि अगले साल भी खेल हो सकेंगे। फरवरी में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में अप्रत्याशित जीत दर्ज करके ओलंपिक 20 किलोमीटर पैदल चाल के लिए क्वॉलिफाई करने वाली भावना का .......

रवि के लिए चुनौती बनेगा वजन

टोक्यो ओलम्पिक टलने से होगी दिक्कत नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक एक साल आगे बढ़ने का नुकसान भारतीय पहलवान रवि कुमार (57 किलोग्राम) को भी हुआ है। एशियाई चैम्पियन रवि इस वक्त जबरदस्त फॉर्म में थे और ओलम्पिक खत्म होते ही 57 किलोग्राम भारवर्ग को छोड़ इससे ज्यादा वजन में जाने वाले थे। लम्बाई के चलते उन्हें इस भार वर्ग में दिक्कत हो रही है। उन्हें कम्पटीशन से पहले चार किलो तक वजन कम करना पड़ता है। इसके चलते उन्होंने ओलम्पिक के बाद वजन बदलने की ठान रख.......

कुश्ती की नई मलिका दिव्या काकरान

"अब तो हर जगह टीवी, डिजिटल मीडिया से से लेकर अख़बारों तक सब जगह दिव्या काकरान का नाम छाया हुआ है, यह तो हम सोच भी नही सकते थे, देखो जहां साक्षी मलिक जैसी ओलंपिक पदक विजेता का रजत और विनेश फोगाट का रजत पदक और बजरंग पूनिया का रजत पदक आया वहां इसने स्वर्ण पदक जीतकर कमाल कर दिया. सबसे बड़ी बात दिव्या ने अपने चारों मुक़ाबले विरोधियों को चित करके जीते." यह कहना है एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में 68 किलो भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की महिला पहलवान दिव्य.......

भावना की भावना को सलाम

गुरबत से निकल बढ़ाया राजस्थान का मान खेलपथ प्रतिनिधि जयपुर। कहते हैं कि यदि कुछ करने का जज्जा और इरादे बुलंद हों तो हर मुश्किल पर फतह हासिल की जा सकती है। राजस्थान के राजसमंद जिले के रेलमंगरा तहसील के गाँव काबरा के पिछड़े इलाके में रहने वाली भावना जाट ने इस बात को सिद्ध कर दिखाया है। उसने 20 किलोमीटर दौड़ में ओलम्पिक कोटा हासिल कर समूचे र.......

मैं घर में कर रही हूं अभ्यासः पी.वी. सिन्धु

हैदराबाद। मौजूदा विश्व चैंपियन भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने कहा है कि वह टोक्यो ओलंपिक के एक साल तक के लिए स्थगित होने की खबर सुनने के लिए मानसिक रूप से तैयार थीं। सिंधु ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा कि जब मैं ओलंपिक के स्थगित होने की खबर सुनी तब मैं इसके लिए मानसिक रूप से तैयार थी। मैं इस साल ओलंपिक के आयोजन को लेकर आश्वस्त नहीं थी क्योंकि कोरोना वायरस से हर दिन एक नया देश इससे प.......

लॉकडाउन के कारण हॉस्टल में फंसी हिमा दास

आउटडोर अभ्यास की मांग की नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी के कारण देश भर में लगे लॉकडाउन में पटियाला स्थित राष्ट्रीय खेल संस्थान (एनआईएस) के शिविर में शामिल धाविका हिमा दास सहित दूसरे कई एथलीटों ने खेल मंत्री से मांग की है कि उन्हें परिसर के अंदर आउटडोर प्रशिक्षण की अनुमति दी है। एन.......

भारत की दिव्य ज्योति पहलवान दिव्या

खेलपथ प्रतिनिधि यह सहज विश्वास नहीं होता कि जहां ओलम्पिक में पदक हासिल करने वाली साक्षी मलिक व बजरंग पूनिया ने रजत तथा विनेश फोगाट ने कुश्ती में कांस्य पदक हासिल किया हो, वहां दिव्या काकरान ने स्वर्ण पदक हासिल कर लिया हो। पिछले दिनों संपन्न एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल करके दिव्या ने 68 किलो भार वर्ग में सबको चौंकाया। आजक.......

जब भी रिंग में उतरती हूं, मां के सपने को जीना चाहती हूं : सिमरनजीत कौर बाथ

नई दिल्ली। बैंकॉक में हुए एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक जीत चुकीं भारत की स्टार मुक्केबाज सिमरनजीत कौर बाथ ने अपनी अबतक की सफलता और पदक जीतने का श्रेय अपनी मां राजपाल कौर को दिया है। सिमरनजीत ने कहा है कि वह मां के सपने को पूरा करने के लिए आगे भी पदक जीतना जारी रखेंगी।सिमरनजीत को बैंकॉक में आयोजित हुए एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में 64 किग्रा भारवर्ग में मौजूदा विश्व चैंपियन चीन की डौ डेन से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। सिमरन.......

मेरठ की बेजुबान बेटियां कर रहीं भारत का नाम रोशन

खेलपथ प्रतिनिधि ‘हर रोज गिरकर भी मुकम्मल खड़े हैं,  ऐ जिंदगी देख मेरे हौंसले तुझसे भी बड़े हैं’  यह पंक्तियां मेरठ की दो बेटियों आरुषि और निशा पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं। दोनों ही बोल-सुन नहीं सकतीं लेकिन अपने हौंसले और हुनर की बदौलत यह शटलर बेटियां दुनिया में भारत का गौरव बढ़ा रही हैं। इन दोनों ने मलेशिया में हुई यूथ एशिया पेसिफिक गेम्स में बैडमिंटन डबल में ब्रांज मेडल हासिल किया।      .......

प्रीति का सपना, स्वर्ण पदक हो अपना

खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। बलिया की बेटी प्रीति यादव भुवनेश्वर में चल रहे पहले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में भी 400 मीटर हर्डल्स में स्वर्णिम सफलता हासिल करने को तैयार है। प्रीति की जहां तक बात है गुरबत से निकल कर यह बेटी उस मुकाम को छूना चाहती है, जिसे अतीत में पी.टी. ऊषा ने हासिल किया था। यह साल प्रीति के लिए विशेष रहा है। मूलतः उत्तर प्रदेश के बलिया जिले की रहने वाली प्रीति इस साल अब त.......