कई बार मैं रात-रात भर नहीं सो पाती खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। लंदन ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता एमसी मैरीकॉम ने कहा है कि इस समय मैं अगले साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक में अपने पदक का रंग बदलने को बेताब हूं। मेरा एकमात्र लक्ष्य अलग रंग का ओलम्पिक पदक जीतना है। मैरी कॉम ने 2012 के लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक जीता था और इसी के साथ वह ओलम्पि.......
शॉर्ट टर्म लक्ष्यों पर काम करने की सलाह नई दिल्ली: राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और ओलम्पिक मेडल विजेता गगन नारंग का मानना है कि टोक्यो ओलम्पिक टल जाने के बाद भी भारतीय निशानेबाजों के पदक जीतने की भूख कम नहीं होगी। मैं यह नहीं कहूंगा कि वर्तमान संकट ओलम्पिक खेलों के महत्व को कम करेगा, क्योंकि आखिरकार यह चार साल में एक बार आता है। ओलम्पिक में प्रदर्शन करने के लिए दबाव हमेशा रहेगा, क्योंकि.......
टारगेट ओलम्पिक पोडियम योजना का हिस्सा नहीं है गरीब की यह बेटी श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। एक गरीब परिवार के बच्चे के लिए खिलाड़ी बनना आसान बात नहीं है। भारतीय खेलतंत्र और खेलों से जुड़े अलम्बरदार बेशक बड़ी-बड़ी बातें करते हों लेकिन इनकी कथनी-करनी के अंतर को सिर्फ भुक्तभोगी ही समझ सकता है। देश की सबसे तेज महिला धावक दुती चंद की पीड़ा में .......
मास्टर ब्लास्टर के जन्मदिन पर विशेष नई दिल्ली। कोरोना के कहर के बीच और लॉकडाउन के दौर में हर किसी को भविष्य की चिंता सता रही है। कब खत्म होगा यह बुरा सपना? आगे देश और दुनिया की स्थिति क्या होगी? क्या हम इन हालात से उबर पाएंगे? ऐसे सवाल हर इंसान के मन या जुबान पर हैं। अपने ढाई दशक के बेहद प्रतिस्पर्धी करियर में तमाम तरह के उतार-चढ़ाव देखने वाले वाले सचिन तेंदुलकर से यही सब सवाल करने पर वह उदाहरण देते हैं उस दौ.......
नई दिल्ली। भारतीय महिला मुक्केबाज पूजा बोहरा लॉकडाउन में घर पर हैं और कैरम खेलकर समय बिता रही हैं। उनका मानना है कि जान बचाने को प्राथमिकता देनी चाहिए और इसी वजह से ओलंपिक भी स्थगित करना पड़ा। लॉकडाउन में बीत रहे दिनों को लेकर मुक्केबाज पूजा बोहरा ने कहती हैं कि वह इन दिनों कैरम खेलकर समय बिता रही हैं। पूजा कहती ह.......
नयी दिल्ली, (एजेंसी)। दिग्गज पहलवान सुशील कुमार उम्र के ऐसे पड़ाव पर हैं जहां ज्यादातर खिलाड़ी संन्यास की घोषणा कर देते है लेकिन ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले इस पहलवान ने कहा कि वह ‘कौन क्या कह रहा’ पर ध्यान देने की जगह टोक्यो में 2021 में होने वाले ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं। सुशील ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘लोगों को मेरे खेल के खत्म होने के बारे में लिखन.......
खेलपथ प्रतिनिधि लखनऊ। बेटियां कुछ भी कर सकती हैं, बस इन्हें जरूरत है प्रोत्साहन की। घर की बेटियों को अगर परिवार का साथ मिले तो वो दुनिया को अपने कदमों में झुका सकती हैं। ऐसी ही कहानी है खेल की दुनिया में अपना नाम रोशन करने वाली इन होनहार बेटियों की। जिन्होंने अपनी लगन और मेहनत से मुकाम हासिल किया और अब भी अपने लक्ष्य को साधने में लगी हुईं हैं। चलिए ऐसी ही कुछ बेटियों के संघर्ष और जज्बे की कहानी को जानते हैं। ...और प्राची गईं .......
खेल संचालक की पहल पर कोच एवं पैरेन्ट्स मीटिंग का आयोजन भोपाल: तात्या टोपे नगर स्टेडियम स्थित मार्शल आर्ट हाल में 27 एवं 28 दिसम्बर,2019 को बोर्डिंग खिलाड़ियों के अभिभावकों और प्रशिक्षकों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में अभिभावकों को खेल सुविधाओं और खिलाड़ियों के लिए खेल विभाग द्वारा की गई विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी देकर उनसे सुझाव प्राप्त किए गए। संचालक खेल और युवा कल्याण डा. एस.एल. था.......
दुती चंद से बातचीत नई दिल्ली। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में 100 मीटर रेस में गोल्ड जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय स्प्रिंटर दुती चंद ने कहा कि यह जीत उस आलोचना का नतीजा है जिसका सामना उन्हें इसीलिए करना पड़ा क्योंकि उन्होंने अपने समलैंगिक संबंध की बात उजागर कर दी। 10 जुलाई को 23 वर्षीय दुती ने 11.32 सेकेंड्स के समय के साथ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्ड हासिल किया था और इस तरह वे हिमा दास के .......
दुनिया का नायाब तैराक खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2019 में अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स ने अपने तैराकी सफर और सफलता के बारे में कई बातें शेयर कीं। फेल्प्स ने बताया कि वह पानी के डर को खत्म करना चाहते थे, इसलिए स्वीमिंग करना शुरू किया। वाटर सेफ्टी के लिए उन्होंने पान.......