खेलों में आसान नहीं बेटियों की राहः सानिया मिर्जा

बेटियों को स्वयं चुनने दें अपना खेल लड़कियों को कोचिंग देना मुश्किल काम खेलपथ प्रतिनिधि हैदराबाद। भारत की अनुभवी महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा खेलों में भारतीय बेटियों की राह आसान नहीं मानतीं। सानिया कहती हैं कि यह खुशी की बाति है कि हमारे देश में क्रिकेट से इतर बेटियां बहुत से खेलों में अपने पराक्रम और कौशल से मुल्क का नाम रोशन कर रही हैं। हालांकि सानिया को लगता है कि देश में महिलाओं के लिए खेलों को वास्तविक करियर के रूप .......

समाज में महिलाओं के फैसले भी मर्द ही लेते हैंः चंद्रो तोमर

सफलता, आलोचनाओं का मुंह बंद कर देती है शूटर दादियों से साक्षात्कार खेलपथ प्रतिनिधि बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत ज़िले के जौहरी गांव की दो महिलाएं- चंद्रो और प्रकाशी तोमर शूटर दादी  के नाम से मशहूर हैं। 60 की उम्र में स्थानीय राइफल क्लब में शूटिंग सीखकर.......

भारत के पास टोक्यो में पदक जीतने का अच्छा मौकाः सरदार सिंह

मलाल मैं भारत को ओलम्पिक में पदक न दिला सका नई दिल्ली। पूर्व कप्तान सरदार सिंह को गर्व है कि वह उस पीढ़ी का हिस्सा रहे, जिसने भारतीय हॉकी में नई जान आते हुए देखी। उन्हें अपने शानदार करियर में एकमात्र मलाल यह है कि वह देश के लिए ओलंपिक पदक नहीं जीत पाए। सरदार का हालांकि मानना है कि मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली मौजूदा टीम के पास अगले साल टोक्यो में चार दशक के इंतजार को खत्म करने का अच्छा मौका है। सरदार ने कहा, ''हॉकी में मेरा सफर.......

डिफेंस टेक्निक का अस्तित्व बना रहेगाः राहुल द्रविड़

मैं शुरू से ही टेस्ट खिलाड़ी बनना चाहता था खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। राहुल द्रविड़ को यह स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं कि वह जिस तरह से धीमी बल्लेबाजी करते थे, उसे देखते उनके लिए आज की इंटरनेशनल क्रिकेट में बने रहना मुश्किल होता। लेकिन इसके साथ ही उनका मानना है कि डिफेंस टेक्निक का अस्तित्व बना रहेगा, भले ही इसका महत्व कम होता जा रहा है। द्रविड़ ने कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों ने वनडे क्रिकेट में नए प्रतिमान .......

मैं ओलम्पिक में अपने पदक का रंग बदलने को बेताब: मैरीकॉम

कई बार मैं रात-रात भर नहीं सो पाती खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। लंदन ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता एमसी मैरीकॉम ने कहा है कि इस समय मैं अगले साल होने वाले टोक्यो ओलम्पिक में अपने पदक का रंग बदलने को बेताब हूं। मेरा एकमात्र लक्ष्य अलग रंग का ओलम्पिक पदक जीतना है। मैरी कॉम ने 2012 के लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक जीता था और इसी के साथ वह ओलम्पि.......

निशानेबाजों की नहीं रुकेगी मेडल्स की भूखः गगन नारंग

शॉर्ट टर्म लक्ष्यों पर काम करने की सलाह नई दिल्ली: राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार और ओलम्पिक मेडल विजेता गगन नारंग का मानना है कि टोक्यो ओलम्पिक टल जाने के बाद भी भारतीय निशानेबाजों के पदक जीतने की भूख कम नहीं होगी। मैं यह नहीं कहूंगा कि वर्तमान संकट ओलम्पिक खेलों के महत्व को कम करेगा, क्योंकि आखिरकार यह चार साल में एक बार आता है। ओलम्पिक में प्रदर्शन करने के लिए दबाव हमेशा रहेगा, क्योंकि.......

मैं तो कंगाल हो गईः दुती चंद

टारगेट ओलम्पिक पोडियम योजना का हिस्सा नहीं है गरीब की यह बेटी श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। एक गरीब परिवार के बच्चे के लिए खिलाड़ी बनना आसान बात नहीं है। भारतीय खेलतंत्र और खेलों से जुड़े अलम्बरदार बेशक बड़ी-बड़ी बातें करते हों लेकिन इनकी कथनी-करनी के अंतर को सिर्फ भुक्तभोगी ही समझ सकता है। देश की सबसे तेज महिला धावक दुती चंद की पीड़ा में .......

हम मुश्किलों से बाहर निकलेंगेः सचिन

मास्टर ब्लास्टर के जन्मदिन पर विशेष नई दिल्ली। कोरोना के कहर के बीच और लॉकडाउन के दौर में हर किसी को भविष्य की चिंता सता रही है। कब खत्म होगा यह बुरा सपना? आगे देश और दुनिया की स्थिति क्या होगी? क्या हम इन हालात से उबर पाएंगे? ऐसे सवाल हर इंसान के मन या जुबान पर हैं। अपने ढाई दशक के बेहद प्रतिस्पर्धी करियर में तमाम तरह के उतार-चढ़ाव देखने वाले वाले सचिन तेंदुलकर से यही सब सवाल करने पर वह उदाहरण देते हैं उस दौ.......

कैरम खेलकर बीत रहा है समय : पूजा बोहरा

नई दिल्ली। भारतीय महिला मुक्केबाज पूजा बोहरा लॉकडाउन में घर पर हैं और कैरम खेलकर समय बिता रही हैं। उनका मानना है कि जान बचाने को प्राथमिकता देनी चाहिए और इसी वजह से ओलंपिक भी स्थगित करना पड़ा। लॉकडाउन में बीत रहे दिनों को लेकर मुक्केबाज पूजा बोहरा ने कहती हैं कि वह इन दिनों कैरम खेलकर समय बिता रही हैं। पूजा कहती ह.......

मैं टोक्यो ओलम्पिक की तैयारी कर रहा हूं: सुशील

नयी दिल्ली, (एजेंसी)। दिग्गज पहलवान सुशील कुमार उम्र के ऐसे पड़ाव पर हैं जहां ज्यादातर खिलाड़ी संन्यास की घोषणा कर देते है लेकिन ओलंपिक में दो पदक जीतने वाले इस पहलवान ने कहा कि वह ‘कौन क्या कह रहा’ पर ध्यान देने की जगह टोक्यो में 2021 में होने वाले ओलंपिक की तैयारी कर रहे हैं। सुशील ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘लोगों को मेरे खेल के खत्म होने के बारे में लिखन.......