यूपी के आईएएस अधिकारी ने लगातार दूसरी बार जीता रजत पदक खेलपथ संवाद नई दिल्ली। कम्प्यूटर इंजीनियर से आईएएस अधिकारी बने सुहास एलवाई ने अपने टखने की कमजोरी को बैडमिंटन के प्रति अपने जुनून में कभी बाधा नहीं बनने दिया। वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में सचिव खेल एवं युवा कल्याण तथा सचिव प्रांतीय रक्षक दल की महती जवाबदेही सम्हाल रहे सुहास का प्रशासन से बैडमिंटन कोर्ट तक का सफर उनकी उल्लेखनीय दृढ़ता की ही गवाही देता है। सुहास ने पेरिस पैराल.......
सीएम पिनाराई विजयन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया निर्णय खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम के पूर्व गोलकीपर पीआर श्रीजेश को केरल सरकार ने सम्मानित करने का फैसला किया है। बुधवार को सरकार ने पेरिस ओलम्पिक में टीम को लगातार दूसरा पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले श्रीजेश के लिए दो करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की। सीएम पिनाराई विजयन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में पीआर श्रीजेश को सम्मानित करन.......
संघर्ष और प्रेरणा का दूसरा नाम है अहमदाबाद की बेटी खेलपथ संवाद अहमदाबाद। मानसी जोशी की कहानी एक ऐसी प्रेरणादायक यात्रा है, जो हर दिल को छू जाती है। 11 जून, 1989 को अहमदाबाद, गुजरात में जन्मी मानसी का जीवन कभी आसान नहीं रहा। उन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन कभी भी हार मानने का नाम नहीं लिया। अपनी प्रारम्भिक शिक्षा के बाद, जब उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की, तो वह भी नहीं जानती थीं कि जीवन उन्हें.......
कोच हरेंद्र की महिला हॉकी टीम को सलाह खेलपथ संवाद नई दिल्ली। लॉस एंजिलिस ओलम्पिक 2028 की तैयारी में जुटे भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने अपनी टीम को यही सलाह दी है। टोक्यो ओलम्पिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम पेरिस ओलम्पिक के लिये क्वालीफाई नहीं कर सकी जहां पुरूष टीम ने लगातार दूसरा कांस्य पदक जीता। हरेंद्र ने कहा, 'जब मैं इस टीम के साथ फिर जुड़ा तो हमने इस पर विस्तार से बात की। मै.......
हॉकी इंडिया ने की दिग्गज गोलकीपर को जूनियर टीम का कोच बनाने की पेशकश खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय पुरुष हॉकी टीम की दीवार कहे जाने वाले गोलकीपर पीआर श्रीजेश अपने खेल करियर के दौरान राहुल द्रविड़ की उपाधि से सम्मानित किए जाने के बाद अब कोचिंग में भी उन्हीं का अनुसरण करना चाहते हैं। श्रीजेश ने कहा है कि जब वह बतौर कोच अपनी नई पारी का आगाज करेंगे तो उनके आदर्श भारतीय क्रिकेट की दीवार रहे राहुल द्रविड़ होंगे। ओलम्पिक कांस्य.......
खराब समय में समूची हॉकी को गोलकीपर नवीन ने लिया गोद 2036 तक हॉकी टीमों का आधिकारिक प्रायोजक उड़ीसा ही रहेगा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय हॉकी एक बार फिर से पटरी पर लौटती दिख रही है। तीन साल में दो ओलम्पिक कांस्य पदक इस बात का साफ संकेत हैं कि भारतीय खिलाड़ी अब किसी टीम को हरा सकते हैं। भारतीय हॉकी के इस फौलादी बदलाव का श्रेय लेने वाले बहुत से लोग हैं लेकिन मैं इसका श्रेय उड़ीसा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को ही दूं.......
इंदिरा गांधी के बाद यह अवॉर्ड पाने वाले दूसरे भारतीय खेलपथ संवाद पेरिस। भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को ओलम्पिक आंदोलन में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए शनिवार को अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) ने ओलम्पिक ऑर्डर अवॉर्ड से सम्मानित किया। पेरिस में जारी 142वें आईओसी सत्र के दौरान उन्हें इस अवॉर्ड से नवाजा गया। उनसे पहले भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को 1983 में इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। बीजिंग 2008 ओलम.......
दिग्गज गोलकीपर जूनियर पुरुष हॉकी टीम का होगा मुख्य कोच खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम की दीवार कहे जाने वाले गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने गुरुवार को पेरिस ओलम्पिक 2024 में कांस्य पदक जीतने के बाद संन्यास ले लिया। हालांकि, अब भी वह टीम से जुड़े रहेंगे। शुक्रवार को हॉकी इंडिया ने दिग्गज खिलाड़ी को जूनियर पुरुष हॉकी टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया है। वह अब युवा टीम को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करेंगे। भारत ने गुरुव.......
रजत जीतने के बाद चोट को लेकर दिया बड़ा बयान खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारत के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने ओलम्पिक में रजत पदक जीतने के बाद अपनी चोट का खुलासा करते हुए कहा कि उन्हें प्रतिस्पर्धा करने के लिए कड़ी मेहनत करने के बाद जल्द ही सर्जरी करानी पड़ सकती है। नीरज पेरिस ओलम्पिक से पहले जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में (एडक्टर) परेशानी से जूझते आए हैं। उन्होंने हालांकि गुरुवार को सत्र के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास 89.45 मीटर के .......
हर भारतवासी स्तब्ध, लोग जता रहे साजिश की आशंका खेलपथ संवाद नई दिल्ली। एक स्तब्ध करने वाले घटनाक्रम में विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलो कुश्ती स्पर्धा के फाइनल से पहले वजन अधिक पाये जाने के कारण बुधवार को ओलम्पिक से अयोग्य घोषित कर दिया गया। विनेश ने ओलम्पिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनकर इतिहास रचा था। सुबह तक उनका कम से कम रजत पदक पक्का लग रहा था लेकिन अब वह बिना किसी पदक के लौटेंगी। 29 वर्ष की विनेश को खेलगा.......