रायबरेली की बेटी सुधा सिंह को नहीं थी पद्मश्री की उम्मीद

अब मैराथन में टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई करना चाहती हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का आभार माना खेलपथ प्रतिनिधि बेंगलूरु। दुनिया भर में हिन्दुस्तान का गौरव बढ़ाने वाली उत्तर प्रदेश के रायबरेली की बेटी सुधा सिंह खुद को पद्मश्री का हकदार मानती हैं लेकिन इस साल इस पुरस्कार विजेताओं की सूची में जब उनका नाम आया तो वह इससे हैरान थीं। दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार ने लम्बी दूरी की अनुभवी धाविका 34 साल की सुधा को इस साल के पुरस्कारो.......

बेहद ग्लैमरस हैं बैडमिंटन स्टार कैरोलिना मरिन

आग लगाती हैं इंस्टाग्राम पर उनकी फोटोज इंस्टाग्राम पर कैरोलिना के 3 लाख 81 हजार फॉलोअर्स नई दिल्ली। स्पेन की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी कैरोलिना मरिन ने रविवार को थाईलैंड ओपन में महिला सिंगल्स का खिताब अपने नाम किया। मरिन ने सात दिन के भीतर अपना दूसरा थाईलैंड ओपन खिताब जीता है। 48 मिनट तक चले इस खिताबी मुकाबले में ओलम्पिक चैम्पियन मरिन ने टॉप सीड ताए जू यिंग को 21-19, 21-17 से हराया। मरिन का इंस्टाग्राम अकाउंट देखने पर पता चलता है कि बैड.......

चैम्पियन महावीर विनोद राणा मजदूरी को मजबूर

अब गिनीज बुक और एवरेस्ट पर चढ़ाई की तैयारी कुश्ती, मैराथन, ताईक्वांडो, एमएमए, जुजित्सू में गाड़े सफलता के झंडे  नई दिल्ली। कुश्ती में सफलता नहीं मिली तो महावीर विनोद राणा ने किक बॉक्सिंग अपना ली। यहां विश्व स्तर पर पदक जीतने के बाद उन्होंने ताईक्वांडो में हाथ आजमाया और राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीते। इस दौरान डब्लूडब्लूई पहलवान दिलीप राणा खली से मुलाकात हुई तो यहां दो-दो हाथ कर लिए। मिक्स मार्शल आर्ट (एमएमए) में भी चैंपियन बने। महाव.......

बड़े पर्दे पर दिखेंगे हॉकी के जादूगर ध्यानचंद

रोनी स्क्रूवाला और अभिषेक चौबे ने किया दद्दा पर काम खेलपथ प्रतिनिधि मुंबई। खेलप्रेमियों को कालजयी हॉकी खिलाड़ी दद्दा ध्यानचंद की अमरगाथा से रूबरू कराने के लिए रोनी स्क्रूवाला और अभिषेक चौबे नेक काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि खेलप्रेमी दद्दा ध्यानचंद को 2022 में बड़े पर्दे पर देख पाएंगे। भाई अशोक कुमार भी मानते हैं कि दद्दा के जीवन दर्शन को आज की पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए रोनी स्क्रूवाला की आरएसवीपी और ब्लू मंकी फिल्म्स द्वारा काम किया ज.......

किसानों के समर्थन में पैरा एथलीट ने लौटाया जीवन रक्षा पदक

बोले-बच्ची को बचाते हुए एक टांग गंवाई थी अन्नदाता को देख लग रहा दूसरी भी नहीं रही खेलपथ प्रतिनिधि चण्डीगढ़। देश में चल रहे किसानों के संघर्ष में कई खिलाड़ियों ने अपने पदक सरकार को लौटा दिए हैं, इस लिस्ट में चंडीगढ़ के पैरा एथलीट मुकेश कुमार भी शामिल हो गए हैं। मुकेश को एक बच्ची की जान बचाते हुए अपनी टांग गंवाने के बाद 2004 में सरका.......

हिन्द केसरी पहलवान श्रीपति खांचनाले का निधन

पुणे। अपने जमाने के मशहूर पहलवान और 1959 में हिन्द केसरी का खिताब जीतने वाले श्रीपति खांचनाले का सोमवार को कोल्हापुर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 86 वर्ष के थे वहीं फुटबॉल की बात करें तो इंग्लैंड के क्लब लिवरपूल को एक सीजन में तीन खिताब दिलाने वाले पूर्व फ्रांसीसी कोच गेर्राड होलियर का निधन हो गया है। वह 73 वर्ष के थे। खांचनाले के पुत्र रोहित ने कहा, 'मेरे पिताजी का उम्र संबंधी परेशानियों के कारण सोमवार की सुबह निधन हो गया।.......

ओलम्पिक में तैराकी में विश्व रिकॉर्ड बनने की सम्भावना बेहद कम: माइकल फेल्प्स

इस महान तैराक ने ओलम्पिक में 23 स्वर्ण सहित 35 पदक जीते हैं  वाशिंगटन। ओलम्पिक में रिकॉर्ड 23 स्वर्ण पदक जीतने वाले अमेरिका के महान तैराक माइकल फेल्प्स ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण एक साल के लिए स्थगित टोक्यो ओलम्पिक में नए विश्व रिकॉर्ड बनने की सम्भावना बेहद कम है क्योंकि कोरोना के कारण प्रशिक्षण में कुछ पाबंदियों से खिलाड़ी प्रभावित हो सकते हैं। फेल्प्स ने चार बार ओलम्पिक में भाग लिया है जिसमें उन्होंने 23 स्वर्ण .......

लिएंडर पेस रिकॉर्ड आठवां ओलम्पिक खेलने को तैयार

कहा- भारत का नाम इतिहास में दर्ज कराना चाहता हूं नई दिल्ली। भारतीय टेनिस दिग्गज लिएंडर पेस ने कहा है कि वे टोक्यो ओलम्पिक के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे अपने रिकॉर्ड आठवें ओलम्पिक को यादगार बनाना चाहते हैं। बता दें कि पेस भारत के लिए सा ओलम्पिक खेलने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। 2021 में वे अपने आठवें ओलम्पिक में उतरेंगे। ये उनका आखिरी ओलम्पिक भी होगा। उन्होंने कहा कि वे भारत का नाम इतिहास में दर्ज कराना चाहते हैं। पेस.......

23 बेटियों के पिता अजीत नांदल

22 बेटियों को घुड़सवारी सिखा रहे  खेलपथ प्रतिनिधि रोहतक। अपने लिए तो सब करते हैं लेकिन दूसरों के लिए करने में असली मानवता है। भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी रहे रोहतक के अजीत नांदल कुछ ऐसा ही कर रहे हैं। उन्होंने उन गरीब बेटियों को गोद लिया है जो कुछ करना चाहती हैं, लेकिन परिवार के कमजोर आर्थिक हालातों से आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। अजीत नांदल ऐसी 22 बेटियों को घुड़सवारी सिखा रहे हैं।  यही नहीं उनकी पढ़ाई पर जो भी खर्चा होत.......