हॉकी खिलाड़ी मुमताज खान को मिलेगी हर महीने 10 हजार की मदद

हिन्दुस्तान समाचार पत्र की पहल को सलाम लखनऊ। हिन्दुस्तान शिखर समागम में शामिल हुईं हाकी खिलाड़ी मुमताज खान की दास्तां सुनकर छावनी परिषद ने आर्थिक मदद देने का फैसला किया है। बुधवार को छावनी परिषद की बोर्ड बैठक में सेना के अधिकारियों और पार्षदों ने मुमताज खान के हिन्दुस्तान शिखर समागम से जुड़े वीडियो को प्रोजेक्टर के जरिए बड़ी स्क्रीन पर देखा। इसे देखने के बाद बोर्ड ने मुमताज को तत्काल 11 हजार रुपए का पुरस.......

राहुल द्रविड़ के बेटे समित ने ठोके 166 रन

नई दिल्ली। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ का बेटा समित द्रविड़ अपनी बल्लेबाजी से जूनियर लेवल पर काफी प्रभावित कर रहा है। बीटीआर शील्ड अंडर-14 ग्रुप-1, डिवीजन-2 टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में उनकी टीम माल्या अदिती इंटरनेशनल स्कूल पहुंच गई है। समित द्रविड़ की सेंचुरी के दम पर उनकी टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई है। तीन महीने में दो डबल सेंचुरी लगाने वाले समित ने 131 गेंद पर 166 रनों की पारी खेलकर अपनी टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया। इस दौरान सम.......

क्रिकेट में अब युवा सितारे मचाएंगे धमाल

कहते हैं, पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। भारतीय क्रिकेटरों पर यह कहावत सौ आने सच साबित होती है। पिछले 20 साल से भारतीय क्रिकेट टीम में चमकने वाले खिलाड़ियों ने पहले अंडर-19 वर्ल्ड कप में अपनी चमक बिखेरी और इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। फिर चाहे वह युवराज सिंह हों, चेतेश्वर पुजारा या फिर वर्तमान भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली। इसी महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज़ खेलने वाली भारतीय टीम के 16 में से 11 खिलाड़ी ऐसे थे, जो अंडर-19 वर्ल्.......

10 साल के बच्चे दानी पीके ने 'जीरो एंगल' से दागा गोल

फुटबॉल में आपने लियोनल मेसी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो और नेमार के तो कई धांसू गोल देखे होंगे, लेकिन भारत के 10 साल के एक बच्चे का गोल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस बच्चे के गोल के वीडियो ने सोशल मीडिया पर सनसनी मचा दी है। कक्षा 5 में पढ़ने वाले केरल के दानी पीके नाम के इस बच्चे ने जीरो एंगल से गोल दागा, जिसको देखकर आप भी दंग रह जाएंगे। मीनान्गडी में खेले गए ऑल केरल किड्स फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मैच में दानी ने यह गोल दागा। फाइनल मैच में कोजीकोड प्रेजें.......

भारत की स्ट्राइकर लालरेम्सियामी बनीं 'राइजिंग स्टार ऑफ द ईयर'

भारतीय फॉरवर्ड लालरेम्सियामी को 2019 की एफआईएच की सर्वश्रेष्ठ उदीयमान महिला खिलाड़ी चुना गया। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। भारत की 19 वर्ष की स्ट्राइकर ने अर्जेंटीना की जूलिएटा जांकुनास और नीदरलैंड की फ्रेडरिक माटला को हराया जो दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। मिजोरम की इस खिलाड़ी को 40 प्रतिशत वोट मिले। उन्हें राष्ट्रीय संघों से 47.7 प्रतिशत, मीडिया से 28.4 प्रतिशत और प्रशंसकों तथा खिलाड़ियों से 36.4 प्रतिशत वोट मिले। बेलारूस के खिलाफ 2.......

रतनबाला के दो गोल से केआरवाईपीएचएसए पहली बार फाइनल में

रतनबाला के दो गोल के दम पर मणिपुर के कांगचुप रोड यंग फिजिकल एंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन (केआरवाईपीएचएसए) एफसी ने केंकरे एफसी को 3-1 से हराकर पहली बार इंडियन वुमेंस लीग के फाइनल में प्रवेश कर लिया। विजेता टीम के लिए रतनबाला ने 18वें और 38वें मिनट में जबकि रोजा देवी ने 63वें मिनट में गोल किया। केंकरे के लिए एकमात्र गोल खेल के 43वें मिनट में ज्योति ने किया। केआरवाईपीएचएसए का खिताब के लिए सामना गोकुलम करेल एफसी और गत चैंपियन सेतु एफसी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइन.......

15 साल की उम्र में 'गोल्डन गर्ल' बनी भारत की बेटी

बाक्सिंग के सपने को पूरा करने के लिए बोर्ड परीक्षा छोड़ी खेलपथ प्रतिनिधि पिथौरागढ़। कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो किस्मत भी आपका साथ देती है। ऐसे ही कुछ हुआ है देवभूमि की बेटी निवेदिता के साथ। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में कनालीछीना विकासखंड के रणुवा गांव की मुक्केबाज निवेदिता कार्की ने अपने बाक्सिंग के सपने को पूरा करने के लिए अपनी बोर्ड पर.......

मनु भाकर को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार नहीं मिलने पर भड़के उनके पिता

मापदंड पर उठाए सवाल खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के नाम पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए विचार नहीं किए जाने के बाद उनके पिता रामकिशन ने बुधवार को चयन मापदंड पर सवाल उठाए। 17 साल की इस खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई पदक हासिल किए हैं। वो 2018 में 16 साल की उम्र में मैक्सिको में हुए आईएसएसएफ विश्व कप में गोल्ड मेडल जीतने वाली सबसे युवा निशानेबाज बनीं थी। उन्होंने उसके बाद शानदार प्रद.......

स्प्रिंटर अवंतिका का कमाल

पुणे की 16 साल की धाविका अवंतिका नराले ने 200 मीटर में दुती चंद का राष्ट्रीय जूनियर रिकार्ड अपने नाम किया था और अब वह अपने ही रिकार्ड को बेहतर करना चाहती हैं। अवंतिका की इच्छा यह है कि यह रिकार्ड कुछ और सालों तक उनके ही नाम रहे। अवंतिका ने कहा, "हां, मैं अपना श्रेष्ठ समय निकालना चाहती हूं। मैं इस रिकार्ड को उस स्तर तक ले जाना चाहती हूं कि यह अगले कुछ सालों तक मेरे नाम रहे। मेरे कोच संजय पाटनकर और सुधाकर मेमाने और मैंने अपने लिए लक्ष्य निर्धारित किए हैं और मुझ.......