इलाज के साथ की ओलम्पिक की तैयारी पिता ने कहा बेटा न होने का कोई मलाल नहीं हेमंत रस्तोगी नई दिल्ली। कोरोना के चलते बीते वर्ष लॉकडाउन क्या लगा मानों लवलीना पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। पहले वह खुद संक्रमित हो गईं। 104 फॉरेनहाइट के तपते बुखार में उन्हें एनआईएस पटियाला से दिल्ली लाया गया। उसके बाद उनकी मां की तबियत खराब हो गई। उनका एक पैर राष्ट्रीय शिविर में और दूसरा गुवाहाटी में रहता था। डॉक्टरों ने कहा मां की .......
कैडेट विश्व चैम्पियनशिप: प्रिया को भी कामयाबी खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारत की युवा पहलवान तनु ने कैडेट विश्व चैंपियनशिप में खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। तनु ने शानदर प्रदर्शन जारी रखते हुए अंक गंवाए बिना 43 किलोग्राम वर्ग में खिताब अपने नाम किया। वहीं प्रिया ने बेलारूस की सेनिया पटापोविच को 5-0 से हराकर 73 किलोग्राम वर्ग में खिताब जीता। शुरुआत में तनु बेरंग दिखाई दे रही थीं, लेकिन उन्होंने जल्द ही अपने हरफनमौला खेल के साथ .......
विश्व ताइक्वांडो ऑनलाइन पूमसे ग्रैंड प्रिक्स इनामी प्रतियोगिता में खेलने की पात्रता हासिल की खेलपथ संवाद वाराणसी। विश्व ताइक्वांडो ऑनलाइन ओपन चैलेंज में वाराणसी की होनहार यश्विनी सिंह ने अपने कौशल से प्रभावित करते हुए आठवां स्थान हासिल किया। इस प्रतियोगिता का आयोजन एक जून से 13 जुलाई तक हुआ। विश्व ताइक्वांडो ओपन चैलेंज सीरीज-2 में शानदार.......
लड़कों का एकल खिताब जीता विम्बलडन। भारतीय मूल के अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी समीर बनर्जी ने रविवार को विम्बलडन में इतिहास रच दिया। उन्होंने फाइनल मुकाबले में हमवतन विक्टर लिलोव को सीधे सेटों में हराकर विम्बलडन में लड़कों का एकल खिताब अपने नाम किया। अपना दूसरा जूनियर ग्रैंड स्लैम खेल रहे 17 साल के इस खिलाड़ी ने एक घंटे 22 मिनट तक चले फाइनल में 7-5, 6-3 से जीत हासिल की। बनर्जी के माता-पिता भारत के रहने वाले थे लेकिन 1980 के दशक में वह .......
विश्व चैम्पियन नार्वे के मैग्नस कार्लसन को अपना आदर्श मानते हैं खेलपथ संवाद नई दिल्ली। दुनिया के सबसे युवा ग्रैंड मास्टर अभिमन्यु मिश्रा का लक्ष्य शतरंज का विश्व चैम्पियन बनना है। भारतीय मूल के 12 वर्षीय अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी अभिमन्यु (12 साल, 4 माह, 25 दिन) बुधवार को रूस के सर्गेई कर्जाकिन (12 साल, सात माह, 2002) का 19 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बने थे। न्यूजर्सी में रहने वाले अभिमन्यु जानते है.......
13 साल 11 दिन की होगी जब ओलम्पिक में प्रतिस्पर्धा करने उतरेंगी 11 साल की सेसिलिया कोलेज के नाम है ब्रिटेन की सबसे युवा ओलम्पियन का रिकॉर्ड टोक्यो। बारह साल की स्केटबोर्डर स्काई ब्राउन को ग्रेट ब्रिटेन की स्केटबोर्डिंग टीम में शामिल किया गया है। वह पदक भले ही न जीते लेकिन पिछले 92 साल की ओलंपिक इतिहास की सबसे युवा ब्रिटिश खिलाड़ी बन जाएंगी। ब्राउन जब टोक्यो में स्पर्धा करने उतरेंगी तो उनकी उम्र 13 साल 11 दिन की होगी। वह मा.......
भारतीय मूल के 12 वर्षीय अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी की बड़ी उपलब्धि खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय मूल के 12 वर्षीय अमेरिकी शतरंज खिलाड़ी अभिमन्यु मिश्रा दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बन गए। न्यू जर्सी में रहने वाले अभिमन्यु (12 साल, 4 माह, 25 दिन) ने रूस के सर्गेई कर्जाकिन (12 साल, सात माह, 2002) का 19 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। अभिमन्यु ने बुधवार बुडापेस्ट में भारत के ग्रैंडमास्टर लियोन को हराकर यह उपलब्धि अपने नाम की। उन्होंने क.......
भारतीय एथलीटों की दुनिया का चमकता सितारा उत्तर प्रदेश की यह बेटी अंजू बॉबी जॉर्ज और उनके कोच पति रॉबर्ट बॉबी जॉर्ज से ले रही ट्रेनिंग खेलपथ संवाद नई दिल्ली। लम्बीकूद की खिलाड़ी शैली सिंह भविष्य के लिए उम्मीद जगाती हैं। अंडर-18 श्रेणी में वह दुनिया की शीर्ष 20 खिलाड़ियों में रह चुकी हैं। उत्तर प्रदेश की 17 साल की शैली लम्बीकूद की जानी-मानी खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज और उनके कोच पति रॉबर्ट बॉबी जॉर्ज से ट्रेनिंग ले रही हैं।.......
माता-पिता के पदचिह्नों पर चलती गोल्डन गर्ल खेलपथ संवाद पटियाला। माता-पिता के प्रयासों से ही बच्चे किसी भी क्षेत्र में कामयाबी की दास्तां लिखते हैं। अपने समय की शानदार एथलीट रहीं अर्जुन अवॉर्डी माधुरी सक्सेना की बिटिया हरमिलन अपनी मां के नक्शेकदम पर चलते हुए जिस तरह ट्रैक पर नई पटकथा लिख रही है, उससे उम्मीद करनी चाहिए कि एक दिन यह बेटी एथलेटिक्स में देश का गौरव जरूर बढ़ाएगी। हरमिलन ने रविवार को इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 800.......
टोक्यो में महिला हॉकी का पदक जीतने की बेताबी खेलपथ संवाद सोनीपत। पिता को लकवा मारते ही निशा के घर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा। निशा ने तब हॉकी के मैदान पर अपना रंग दिखाना ही शुरू किया था, लेकिन घर के एकमात्र कमाऊ सदस्य की बीमारी ने उनकी तीनों बेटियों को काम करने पर मजबूर कर दिया। निशा ने हॉकी छोड़ दी, लेकिन कोच प्रीतम रानी सिवाच ने ऐसा नहीं होने दिया। उन्होंने निशा को खेलने के लिए प्रेरित किया। यह कोच की प्रेरणा और निशा क.......