नाम के अनुरूप नूतन शुक्ला का काम

बहुमुखी प्रतिभा का नायाब उदाहरण श्रीप्रकाश शुक्ला प्रतिभा और गुण हर इंसान में होते हैं लेकिन उसका सही इस्तेमाल करने वाला ही विशेष होता है। तीन दशक से अधिक के खेल पत्रकारिता जीवन में सैकड़ों राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षकों से रू-ब-रू होने का मौका मिला है लेकिन जो बात नूतन शुक्ला में मैंने देखी है वह उन्हें सबसे अलग साबित करती.......

अनाहिता व आरव ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जमाई धाक

खेलों में इंदौर के जुड़वां भाई-बहन का कमाल श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। यदि ऐसा होता तो भारतरत्न सचिन तेंदुलकर 15 साल की उम्र में ही भारतीय क्रिकेट का प्रतिनिधित्व न करते। हम आज अपने पाठकों को इंदौर की ऐसी दो नायाब प्रतिभाओं से रू-ब-रू कराने जा रहे हैं जिन्होंने 11 साल की उम्र में ही राज्य नहीं बल्कि राष्.......

खेलों में नीना पांडेय ने खूब दिखाया जलवा

अब करती हैं अपने इंटर कालेज का संचालन मनीषा शुक्ला कानपुर। भारत एक ऐसा देश है जहां सनातन समय से पुरुष वर्ग को सर्वोपरि समझा गया। कोई भी समाज हो नारीशक्ति के बिना अधूरा है। हम पति-पत्नी को एक गाड़ी के दो पहिए तो कह देते हैं लेकिन उसकी सफलता का गुणगान करने में प्रायः हमें संकोच होता है। कोई भी काल रहा हो महिलाएं पुरुषों से आगे नहीं तो कमतर.......

सैय्यद वफा अब्बास खेल प्रतिभाओं में देखते हैं अपना अक्स

आर्थिक तंगहाली ने तोड़ा बड़ा क्रिकेटर बनने का सपना नूतन शुक्ला कानपुर। मैंने बचपन से ही खेलों में अपने मादरेवतन का मान बढ़ाने का सपना देखा था। आर्थिक तंगहाली और इंजुरी के चलते मैं क्रिकेट में देश का प्रतिनिधित्व तो नहीं कर सका लेकिन अब मुझे स्कूली बच्चों में अपना अक्स दिखाई देता है। मुझे भरोसा है कि एक न एक दिन कोई शिष्य हमारे अधूरे सपने .......

लांग डिस्टेंस की दौड़ों में खूब हुई जयंती की जय-जयकार

पिता की कोशिशों से बेटी की उम्मीदों को लगे पंख नूतन शुक्ला कानपुर। निरंतर चलती रहो, निराश होने की बजाय मेहनत जारी रखो इसका लाभ आज नहीं तो कल जरूर मिलेगा। बेटी संयम और धैर्य का आंचल सदा थामे रहना, एक दिन न केवल तुम्हारे सपने साकार होंगे बल्कि देश देखेगा कि बेटे ही नहीं बेटियां भी अपने मां-बाप और परिवार का नाम रोशन कर सकती हैं। 12 साल की उ.......

चट्टान से इरादों वाली क्षमा मिश्रा को कानपुर का सलाम

हाकी में गोलकीपर के रूप में जमाई थी धाक, अब सेवाभावी कार्यों में मशगूल मनीषा शुक्ला कानपुर। कहते हैं कि यदि इंसान के इरादे चट्टान की मानिंद मजबूत हों तो उसे सफलता से कोई नहीं रोक सकता। सफलता उन्हीं को नसीब होती है जिनमें कुछ कर गुजरने का जुनून और मशक्कत करने का जज्बा हो। अपने जमाने की लाजवाब एथलीट और हाकी की जानदार गोलकीपर रहीं कानपुर की.......

अमरेश के जज्बे ने दिव्यांगों को दिखाई राह

इस जांबाज का लक्ष्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दुस्तान का गौरव बढ़ाना नूतन शुक्ला कानपुर। यह कटु सच है कि एक निःशक्त व्यक्ति की जिन्दगी काफी दुःख भरी होती है। घर-परिवार के लोग अगर मानसिक सहयोग न दें तो व्यक्ति अंदर से टूट जाता है। तिरस्कार की वजह से दिव्यांग स्व-केन्द्रित जीवनशैली व्यतीत करने को विवश हो जाते हैं। दिव्यांगों का इस तरह बिखर.......

फुटबाल में आर.डी. पाउल के जज्बे को उत्तर प्रदेश का सलाम

20 इंटरनेशनल तो 200 से अधिक राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए मनीषा शुक्ला कानपुर। सफलता का अचूक कायदा है कि अपनी शक्तियों को बिखरने मत दीजिए।  न ही नए कार्य का श्रीगणेश करने के विचार से ही किसी कार्य को अधूरा छोड़िए। विवेक को सदा जागृत रखिए। सदैव रचनात्मक योग्यता के बलबूते पर ही इंसान अपने भाग्य का नियंत्रक बन सकता है। तारीफ करनी होगी .......

कानपुर में खेलों की नजीर हैं विनीता शुक्ला

हाकी, टेबल टेनिस, खो-खो और कबड्डी में खेलीं नेशनल मनीषा शुक्ला कानपुर। भारत जैसे देश में जहां खेलों की सुविधाएं नगण्य हों वहां एक से अधिक खेलों में यदि कोई राष्ट्रीय स्तर पर अपने कौशल से खेलप्रेमियों का दिल जीत ले तो उसे महायोद्धा कहना ही उपयुक्त होगा। यह विलक्षण कार्य यदि नारी शक्ति कर दिखाए तो उसे समाज के लिए नजीर माना जाना चाहिए। खेल .......

खेलों में बेटियों को भी मिलें समान अवसरः प्रिया सचान

समाज अपनी नजर और नजरिया बदले खेलपथ संवाद (9627038004) कानपुर। आज बेटियां हर क्षेत्र में अपनी बुद्धि, कौशल और पराक्रम से नई पटकथा लिख रही हैं। खेल के क्षेत्र में आज बेटियां राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शानदार प्रदर्शन कर जहां देश का मान बढ़ा रही हैं वहीं बड़े-बड़े पदों पर भी आसीन हो रही हैं। मैं एक खिलाड़ी और शारीरिक शिक्षक होने.......