झारखण्ड की बिटिया ने जीते नेशनल-इंटरनेशनल स्तर पर 11 मेडल दक्षिण एशियाई जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में जीता 100 मीटर हर्डल का स्वर्ण श्रीप्रकाश शुक्ला रांची। इन दिनों झारखण्ड की हेमंत सोरेन सरकार राज्य के ख्यातिनाम खिलाड़ियों को नौकरी में सीधे प्रवेश देने और खिलाड़ी हितैषी नई खेलन.......
खेल-शिक्षा दोनों में दिखाई शानदार प्रतिभा और मेधा नूतन शुक्ला कानपुर। खेलों में कानपुर बेशक राष्ट्रीय स्तर पर पहचान को मोहताज हो लेकिन यहां के सैकड़ों शारीरिक शिक्षक अपनी मेधा और मेहनत से छात्र-छात्राओं को इस दिशा में निरंतर प्रेरित कर रहे हैं। ऐसे ही शारीरिक शिक्षकों में डा. आराधना सक्सेना का भी शुमार है। इन्होंने अध्ययन के समय में जहां.......
अब ग्रीनपार्क में तैयार होंगे पदक विजेता खिलाड़ी खेलपथ प्रतिनिधि कानपुर। दबंग आयरन लेडी मुद्रिका पाठक ने सोमवार शाम को उप-निदेशक खेल कानपुर का दायित्व पूर्व आर.एस.ओ. अजय कुमार सेठी से अपने हाथों में ले लिया है, इससे पूर्व वह आजमगढ़ में पदस्थ थीं। अजय कुमार सेठी को चित्रकूट में जयश्रीराम करने को भेजा गया है। पदभार सम्हालने के बाद उप-निदेश.......
मध्य प्रदेश राज्य महिला हाकी एकेडमी को बनाया सर्वश्रेष्ठ श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। समय दिन-तारीख देखकर आगे नहीं बढ़ता। दो दशक पहले जिस मध्य प्रदेश में महिला हाकी खिलाड़ियों की संख्या गिनती की थी वहां आज प्रतिभाओं की भरमार है। प्रतिभाएं भी ऐसी जिन पर मध्य प्रदेश ही नहीं समूचा राष्ट्र गौरवान्वित महसूस कर सकता है। यह सब चमत्कार मध्य प्रदे.......
खेलों के बाद व्यवसाय के क्षेत्र में जमाई धाक मनीषा शुक्ला कानपुर। हमारा समाज नारी शक्ति के उत्थान को लेकर बड़ी-बड़ी बातें तो करता है लेकिन इनकी राह में रोड़े अटकाने से कतई परहेज नहीं करता। क्षेत्र कोई भी हो महिलाओं के सामने चुनौतियां न कल कम थीं और न आज हैं। 1980 से 1990 के दशक में खेलों को अपना पैशन बनाने वाली धाकड़ खिलाड़ी निधि दुबे आज .......
बास्केटबॉल में बनाई विशेष पहचान नूतन शुक्ला कानपुर। खेलों के क्षेत्र में कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें सिर्फ अपने काम से मतलब होता है। वह पहचान बनाने की बजाय अपना समय प्रतिभाओं की खोज-खबर और उनका खेल निखारने में व्यतीत करते हैं। एमईएस कॉलोनी अर्मापुर एस्टेट कानपुर में रहने वाले सूरज कुमार का भी ऐसे ही लोगों में शुमार है। अपने समय में शानद.......
युद्ध और खेल दोनों में सिरमौर खेलपथ प्रतिनिधि कानपुर। कुछ लोग अपने जीवन में न केवल स्वयं सफलता हासिल करते हैं बल्कि दूसरों के लिए भी नजीर बन जाते हैं। ऐसे ही लोगों में कानपुर के जांबाज शिवांश सिंह चौहान का भी शुमार है। शिवांश ने अपने शानदार खेल-कौशल से जहां खेल के मैदानों में अपनी शोहरत के झंडे गाड़े वहीं कारगिल युद्ध में अपने साहस से पा.......
बड़ी बहन उपमा से मिली खेलों की प्रेरणा नूतन शुक्ला होशंगाबाद। समय तेजी से बदल रहा है। इस बदलाव में नारी शक्ति का अभूतपूर्व योगदान है। घरों में चूल्हे-चौके तक सीमित रहने वाली महिलाएं आज हर क्षेत्र में अपनी दमदार दस्तक दे रही हैं। आज की महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। खेल, विज्ञान व तकनीकी क्षेत्र सहित लगभग सभी क्षेत.......
यहां खेलों में भाई-भतीजावाद का बोलबाला खेलपथ प्रतिनिधि कानपुर। खेलों में कानपुर की बिगड़ती सेहत और सुविधाओं को लेकर खिलाड़ी, प्रशिक्षक यहां तक कि शारीरिक शिक्षक भी नाखुश हैं। इनका कहना है कि यहां खेलों के विकास में भाई-भतीजावाद काफी बड़ा रोड़ा है। लम्बे समय से खेलों की कमान अपने हाथ में लिए खेल संगठनों के पदाधिकारियों की कथनी और करनी में.......
आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 जून भोपाल: खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा वर्ष 2020 के एकलव्य पुरस्कार, विक्रम पुरस्कार, विश्वामित्र पुरस्कार, लाइफ टाइम एचीवमेंट एवं स्व. प्रभाष जोशी खेल पुरस्.......