परिवार की आय का एकमात्र जरिया रही गाय बेची थी खेलपथ संवाद मुम्बई। कौन बनेगा करोड़पति-13 के एक एपिसोड में हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश ओलम्पिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के साथ बतौर स्पेशल गेस्ट शामिल हुए। शो में खिलाड़ी से होस्ट अमिताभ बच्चन ने पूछा कि उनके पिता के साथ उनका रिश्ता कैसा है तब श्रीजेश ने बताया कि स्पोर्ट्स के इक्विपमेंट खरीदने के लिए उनके पिता ने गाय को बेच दिया था जो उनकी पारिवार की इनकम का एक सोर्स थी। बता दें, पीआर श.......
अपने बड़े भाई से सीखी थी हॉकी की वर्णमाला श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। दुनिया को अपनी स्टिक से सम्मोहित करने वाले महान हॉकी योद्धा, रिंग मास्टर, अचूक स्कोरर कैप्टन रूप सिंह को बेशक दुनिया भूल चुकी हो पर तानाशाह एडोल्फ हिटलर के मुल्क में आज भी उनकी अमरगाथा पढ़ी और सुनी जाती है। हॉकी के जादूगर दद्दा ध्यानचंद के अनुज कैप्टन रूप सिंह आठ सितम्बर, 1908 को मध्यप्रदेश के जबलपुर में सोमेश्वर सिंह के घर जन्मे थे। इनकी श.......
हिटलर के हीरो को 113वीं जयंती पर शत-शत नमन श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। अपने खेल-कौशल से दो बार (1932 और 1936) भारत को ओलम्पिक हाकी का स्वर्ण मुकुट पहनाने वाले कालजयी कैप्टन रूप सिंह अपनी ही जन्म और कर्मस्थली में नाकद्री का शिकार हैं। आठ सितम्बर, 1908 को जबलपुर में जन्मे रूप सिंहजी की कर्मस्थली ग्वालियर रही है। कैप्टन रूप सिंह स्टेडियम के पास स्थित उनके प्रतिमा स्थल को देखकर लगता ही नहीं कि यह वही खिलाड़ी है जिसने अपने जादुई खेल से ता.......
गौतमबुद्ध नगर के डीएम ने पैरालम्पिक में जीता चांदी का पदक खेलपथ संवाद नई दिल्ली। पैरालम्पिक में चांदी का पदक जीतने के बाद गौतमबुद्ध नगर के डीएम और शटलर सुहास एलवाई को पिता यथिराज की बहुत याद आई। वह भावुक होकर बोलते हैं कि आज अगर उनके पिता होते तो पैरालम्पिक पदक देखकर बहुत खुश होते। सुहास ने खुलासा किया कि वह इस पदक को अपने पिता को समर्पित करते हैं। यह उन्हीं का दिया हुआ आत्मविश्वास है कि वह पहले आईएएस बने और आज पैरालम्पिक पदक विजेता।.......
स्पोर्ट्स कप्तान थे फिर भी मिलते थे कम लम्बाई के ताने अपना स्वर्ण कोरोना वॉरियर्स को समर्पित किया खेलपथ संवाद नई दिल्ली। स्कूल में स्पोर्ट्स कप्तान और कॉलेज में क्रिकेट, फुटबॉल, एथलेटिक्स के माहिर खिलाड़ी होने के बावजूद चार फुट पांच इंच के कृष्णा नागर की कम लम्बाई उनकी दुश्मन बन गई थी। कॉलेज में जब कृष्णा को लड़के-लड़कियां उनकी लम्बाई को लेकर ताने मारने लगे तो उन्हें बुरा लगने लगा। उनके पिता सुनील नागर को इसका पता.......
दिन में प्रशासनिक काम तो रात को करते थे अभ्यास खेलपथ संवाद नई दिल्ली। अगस्त के अंतिम सप्ताह में टोक्यो रवाना होने से पहले जब सुहास एथिराज से उनके बैडमिंटन अभ्यास और डीएम के रूप में काम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा था कि मैं दिन के सभी काम खत्म होने के बाद रात 10 बजे से दो घंटे तक अभ्यास करता हूं। मैं लगभग छह वर्षों से इस तरह से अपने खेल और प्रशासनिक कर्तव्यों का प्रबंधन कर रहा हूं। उनकी पेशेवर यात्रा 2016 में शुरू हुई.......
मामला नीरज का भाला नदीम के पास मिलने का खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक में भारत को एथलेटिक्स में गोल्ड दिलाने वाले नीरज चोपड़ा बेहद नाराज हैं। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। नीरज ने गुरुवार को कहा कि मेरी आप सभी से विनती है की मेरे कमेंट्स को अपने गंदे एजेंडा को आगे बढ़ाने का माध्यम न बनाएं। स्पोर्ट्स हम सबको एकजूट होकर साथ रहना सिखाता है और कमेंट करने से पहले खेल के रूल्स जानना जरूरी होता है।&nb.......
मामला नीरज का भाला नदीम के पास मिलने का खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक में भारत को एथलेटिक्स में गोल्ड दिलाने वाले नीरज चोपड़ा बेहद नाराज हैं। उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर अपनी नाराजगी जाहिर की है। नीरज ने गुरुवार को कहा कि मेरी आप सभी से विनती है की मेरे कमेंट्स को अपने गंदे एजेंडा को आगे बढ़ाने का माध्यम न बनाएं। स्पोर्ट्स हम सबको एकजूट होकर साथ रहना सिखाता है और कमेंट करने से पहले खेल के रूल्स जानना जरूरी होता है।&nb.......
सुहास एलवाई से है पदक की उम्मीद पिता के भरे आत्मविश्वास से बने आईएएस बैडमिंटन ही इनके लिए ध्यान और साधना है खेलपथ संवाद नई दिल्ली। प्रशासनिक सेवा और खेल का दूर-दूर तक वास्ता नहीं रहा है, लेकिन आईएएस सुहास एलवाई ने कई मिथकों की तरह इस मिथक को भी झुठला दिया है। वह देश के पहले ब्यूरोक्रेट हैं जो पैरालम्पिक में देश का प्रतिनिधत्व करने जा रहे हैं। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी और टोक्यो पैरालम्पिक में खेलने जा रही सात.......
खेल जगत में शोक की लहर नई दिल्ली। भारत के पूर्व फुटबॉलर और 1960 में रोम ओलम्पिक में भाग लेने वाले एसएस हकीम का रविवार को गुलबर्गा के एक हॉस्पिटल में निधन हो गया। उनकी मृत्यु हृदयघात के चलते हुई। वह 82 साल के थे। हकीम के निधन के बारे में उनके परिवार ने खुद जानकारी दी। हाल ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा था जिसके बाद उन्हें गुलबर्गा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां बाद में उनकी मृत्यु हो गई। एसएस हकीम करीब पांच दशक तक भारतीय फुटबॉल से.......