पुणे में हुए खेलो इंडिया स्कूल गेम्स में जीता था सिल्वल मेडल खेलपथ प्रतिनिधि कानपुर। अरमान सिद्दीकी कानपुर में जूडो का उभरता सितारा है। पिता दिलशाद सिद्दीकी से जूडो के गुर सीखने वाले अरमान ने पुणे में हुए दूसरे खेलो इंडिया स्कूल गेम्स के 81 किलोग्राम भारवर्ग में चांदी का पदक जीतकर दिखा दिया था कि वह भविष्य में इस खेल में कानपुर के अरमान .......
इनसे प्रशिक्षण हासिल बच्चे एसजीएफआई में दिखा रहे दम नूतन शुक्ला जबलपुर। कहते हैं कि मन में यदि विश्वास और कुछ करने का जज्बा हो तो पहाड़ों में भी दूब उगाई जा सकती है। कानपुर की सारिका सिंह इसी जोश और जज्बे की बदौलत विगत 22 वर्षों से मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में गरीब बच्चों को खेलों के गुर सिखा रही हैं। शारीरिक शिक्षक सारिका सिंह .......
मैरीकॉम फिल्म ने बदला कानपुर की बिटिया का नजरिया नूतन शुक्ला कानपुर। छूना है बादलों को लेटकर पहाड़ों पर, तेरी नजर में होगी जमीं, मेरी नजर है सितारों पर। यह पंक्तियां कानपुर की होनहार भारोत्तोलक स्वाती यादव के जोश और जज्बे पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं। राष्ट्रीय स्तर पर अपनी शक्ति का शानदार आगाज कर रही स्वाती बिटिया को मुझे भविष्य का कर्णम मल्लेश्व.......
राष्ट्रीय स्तर पर हैण्डबाल, बास्केटबाल और कबड्डी में छोड़ी छाप मनीषा शुक्ला कानपुर। अपने समय में विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय स्तर पर हैण्डबाल, बास्केटबाल तथा कबड्डी में अपनी विशिष्ट छाप छोड़ने वाली कानपुर की मीना शुक्ला त्रिपाठी इन दिनों स्वराज इंडिया पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं को बतौर स्पोर्ट्स टीचर अपने अनुभवों का लाभ प्रदान कर रही .......
अब छात्राओं में देखती हैं अपना अक्स मनीषा शुक्ला कानपुर। एक सफल क्रिकेटर बनने का रास्ता ज्यादा लम्बा नहीं है लेकिन मुश्किल जरूर है। इसमें मेहनत है, लगन है, जुनून की हद तक खेल में खो जाने की जरूरत भी। किसी क्रिकेटर की प्रतिभा किन-किन पड़ावों में क्या-क्या गुल खिलाती है, यह सब उसकी मेहनत और लगन पर निर्भर करता है। कभी-कभी खास लम्हों पर जब अ.......
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया कानपुर का नाम रोशन नूतन शुक्ला कानपुर। संघर्ष और जज्बे से तकदीर अपने नाम लिखने की कहानी से यदि किसी को सीख लेनी हो तो उसे जांबाज अनूप सिंह यादव को अपना आदर्श मान लेना चाहिए। अनूप सिंह ने हैमर थ्रो में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो कामयाबियां हासिल की हैं उन पर कानपुर ही नहीं समूचे उत्तर प्रदेश को नाज ह.......
जौहरी ब्रदर्स ने खेलों में खूब कमाया नाम नूतन शुक्ला कानपुर। कहते हैं कि यदि इंसान में कुछ करने का जुनून और जज्बा हो तो वह कुछ भी कर सकता है। ऊपर वाला भी सिर्फ और सिर्फ हिम्मत वालों का ही साथ देता है। गुजरे जमाने के सदाबहार एथलीट रहे संजीव जौहरी ऐसे ही जुजूनी और जज्बे वाले एथलीट रहे हैं। वह बेशक खेल से दूर हैं लेकिन इनका मन पुराने पराक्र.......
फोर्थ डॉन ब्लैक बेल्ट हासिल बसंत सिंह क्योकुशीन कराटे फाउंडेशन के हैं नेशनल चेयरमैन मनीषा शुक्ला कानपुर। मार्शल आर्ट का नाम सुनते ही हर किसी को आत्मरक्षा का बोध होने लगता है। मार्शल आर्ट आत्मरक्षा की एक ऐसी विधा है जिसमें हम अपनी सांस पर नियंत्रण, अनुशासन तथा एकाग्रता से न केवल अपनी रक्षा कर सकते हैं बल्कि प्रतिद्वंद्वी के भी छक्के .......
आर्मी टीम को दे चुके हैं प्रशिक्षण मनीषा शुक्ला इलाहाबाद। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैण्डबॉल में जौहर दिखाने वाले इलाहाबाद के युवा सचिन शुक्ला आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। आर्मी टीम को प्रशिक्षण दे चुके सचिन फिलहाल इस खेल को लोकप्रिय बनाने की दिशा में प्राणपण से जुटे हुए हैं। हैण्डबॉल का कैसा भी आयोजन हो सचिन शुक्ला अपना योग.......
अपने समय के शानदार डिस्कस थ्रोवर ने सुनाई आपबीती नूतन शुक्ला कानपुर। मुझे एथलेटिक्स से बेइंतिहा प्यार है। मुझे इस बात का भी मलाल है कि बेहतर प्रशिक्षण और सुविधाएं न मिलने से मैं तिरंगे का मान नहीं बढ़ा सका। अब मेरा सपना एक सर्वसुविधायुक्त एथलेटिक्स एकेडमी खोलकर अपने अधूरे सपने को पूरा करना है। मैं चाहता हूं कि भारतीय एथलीट ओलम्पिक में पोडियम त.......