श्रीप्रकाश शुक्ला बेटियां शुभकामनाएं हैं, बेटियां पावन दुआए हैं। सच कहें तो आज के समय में अजहर हाशमी की इस प्रसिद्ध कविता को भारतीय बेटियां जी रही हैं, सार्थक कर रही हैं। किसी भी क्षेत्र को ले लीजिए आज भारतीय बेटियां हर क्षेत्र में मादरेवतन का मान बढ़ा .......
आधे-अधूरे कामों को बीच में छोड़कर आगे बढ़ते जाना और बात-बेबात पर ‘चलता है’ का सरसरी अंदाज़ अब लॉकडाउन के दौर के बाद कतई नहीं चलने वाला। बहानेबाज़ी यूं भी बेकार है। कभी ट्रैफ़िक जाम का बहाना, कभी बत्ती गुल का, तो कभी भूलने का। आये दिन लोगबाग समय पर न पहुंचने या काम न करने के बहाने झाड़ते रहते हैं। बिग-बी अमिताभ बच्चन के बारे में जगज़ाहिर है कि वह बुख़ार या दर्द से बेहाल विषम से विषम परि.......
समाज के अतिसंवेदनशील वर्गों के प्रति लोगों की उपेक्षा की मानसिकता हमेशा ही एक सामाजिक समस्या के रूप में उभरती रही है। समाज में उचित स्थान व सम्मान पाने के लिए दिव्यांग आज भी संघर्षरत हैं। भारत में दिव्यांग बच्चों को गोद लेने में प्रतिवर्ष हो रही कमी इसी समस्या का दूसरा पहलू है। भारतीय अनाथ बच्चों के पालन-पोषण, देखभाल व गोद लेने संबंधी प्रक्रियाओं की मानीटरिंग करने वाली नोडल.......
कंगाली में आटा गीला करने का प्रयास श्रीप्रकाश शुक्ला कोरोना संक्रमण के चलते टोक्यो ओलम्पिक एक साल के लिए आगे बढ़ा दिए गए हैं। सम्भावना तो यह भी है कि अगले साल 23 जुलाई से होने वाला खेलों का महाकुम्भ भी नहीं होने वाला। कोरोना महामारी अब तक दुनिया भर के एक दर्जन से अधिक खिलाड़ियों को अपना ग्रास बना चुकी है। भारत सहित अधिकांश देशों में खेल गतिविधियां विराम लेने के चलते खिलाड़ियों का ओलम्पियन बनने का सपना चूर-चूर होता दिख रहा है। मैदानी .......
श्रीप्रकाश शुक्ला भारतीय एथलेटिक्स का इतिहास वैदिक काल से है। हालांकि यह वास्तव में एक रहस्य है जब भारत में बिल्कुल एथलेटिक्स ने अपनी उपस्थिति को एक विशिष्ट खेल के रूप में महसूस किया; हालाँकि यह कहा जा सकता है कि अथर्ववेद के सुस्पष्ट मूल्यों ने भारतीय एथलेटिक्स के अंग को छिन्न-भिन्न कर दिया। वैदिक युग में या बहुत बाद में रामायण और महाभारत की अवधि में, एथलेटिक्स आमतौर पर खेल का एक सामान्य रूप था। रथ रेसिंग, ती.......
दर्द का नियम बिल्कुल गणित के नियमों की तरह होता है। यदि आप नियम को अच्छी तरह समझ कर उसका अभ्यास करते रहते हैं तो आप उसमें पारंगत हो जाते हैं। दर्द का नियम है कि ‘हर दर्द विकास की ओर ले जाता है, आपका परिचय आपसे कराता है और मंजिल तक पहुंचाता है।’ जब भी व्यक्ति का सामना किसी दर्द से होता है तो वह स्वयं को अच्छी तरह से जानने लगता है। दर्द व्यक्ति को इस बात का सामना करने के लिए प्रेेरित करत.......
अंशकालिक मानदेय खेल प्रशिक्षकों की 25 मार्च को कर दी छुट्टी श्रीप्रकाश शुक्ला लखनऊ। हुकूमतों की कथनी और करनी पर कोई विश्वास करे भी तो आखिर कैसे? कुछ दिन पहले की ही बात है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश की सल्तनत के सरताज योगी आदित्यनाथ ने बुझे मन से उद्योगपतियों से आह्वान किया था कि कोरोना संक्रमणकाल में किसी कर्मचारी.......
स्कूल-कालेजों तक पहुंचे डोपिंग के तार श्रीप्रकाश शुक्ला हर कोई सफलता का शार्टकट ढूंढ़ने में माहिर होता जा रहा है। अभी तक नामचीन खिलाड़ी ही शक्तिवर्द्धक दवाओं के बूते खेलों में सफलता हासिल करने की क.......
खेलों में नारी शक्ति का जलवा कायम श्रीप्रकाश शुक्ला दुनिया का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां महिलाओं ने अपनी सफलता का लोहा न मनवाया हो। महिला खिलाड़ियों के लिए शादी और बच्चों के बाद खेल में वापसी करना कठिन होता है लेकिन उससे भी मुश्किल होता है अपने ‘स्वर्णिम’ प्रदर्शन को दोहराना। खेलप्रेमियों को इस बात का इल्म होना चाहिए कि भारत सहित दुनि.......
प्रधानमंत्री मोदी और पहलवान योगेश्वर दत्त को कहा भला-बुरा श्रीप्रकाश शुक्ला नई दिल्ली। आज देश संक्रमणकाल के दौर से गुजर रहा है। ऐसे नाजुक समय में जब हमें सब्र रखते हुए लोगों की मदद को आगे आना चाहिए, अलका लाम्बा जैसी हल्की सोच की महिला ने देश के प्रधानमंत्री और खिलाड़ी योगेश्वर दत्त के खिलाफ जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया वह उ.......