खिलाड़ियों नहीं खेलनहारों पर होगा अधिक खर्च
आईओए के 23 सदस्यों पर खर्च होंगे 2.30 करोड़
खेलपथ संवाद
नई दिल्ली। टोक्यो जाने वाले भारतीय ओलम्पिक संघ के 23 सदस्यीय दल पर 2.30 करोड़ से अधिक राशि खर्च की जा रही है। इसे हम ओलम्पिक के बहाने भारतीय ओलम्पिक संघ के साल के अंत में होने वाले चुनाव की तैयारी की शुरुआत मान सकते हैं।
भारतीय ओलम्पिक संघ सभी राष्ट्रीय खेल संघों और राज्य ओलम्पिक संघों के एक-एक प्रतिनिधि को आठ दिन के लिए टोक्यो ले जा रहा था। बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों ने दिल्ली के होटलों में वीजा लगवाने के लिए डेरा भी डाला लेकिन जापान दूतावास ने बढ़ते कोरोना के मामलों के चलते वीजा देने से इंकार कर दिया। अब आईओए के अध्यक्ष, महासचिव, कोषाध्यक्ष के अलावा 14 खेल संघों के पदाधिकारी टोक्यो जा रहे हैं। इन पर ढाई करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आएगा। इन सदस्यों को दस दिन के प्रवास के दौरान 13 हजार रुपये रोजाना डीए, 25 हजार प्रति रात होटल का, एक लाख रुपये हवाई यात्रा का, पांच हजार रुपये मेडीक्लेम के और 50 हजार रुपये प्रति सदस्य को आधिकारिक किट का खर्च मिलेगा।
जापान दूतावास की सख्ती के बाद आईओए ने खेल संघों और राज्य ओलम्पिक संघों से टोक्यो नहीं जाने के लिए हुई असुविधा के लिए माफी भी मांगी। प्रतिनिधियों को इस दौरान 60 हजार रुपये रोजाना खर्च के अलावा एक लाख रुपये हवाई यात्रा के मिलने थे लेकिन आईओए की यह योजना सिरे नहीं चढ़ सकी।
आईओए खिलाड़ियों को 3700 रुपये रोजाना जेब खर्च देगा। वहीं आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा और महासचिव राजीव मेहता 22 दिन टोक्यो में रुकेंगे और उनका डीए 44 हजार चार सौ रुपये रोजाना होगा। कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय को मिलाकर तीनों पर 28 लाख 40 हजार रुपये का खर्च आएगा। आईओए की वित्तीय कमेटी ने टोक्यो के लिए कुल तीन करोड़ 97 लाख 78 हजार रुपये का खर्च मंजूर किया है। इसमें 1.67 करोड़ रुपये खिलाड़ियों को जेब खर्च के रूप में दिए जाएंगे।
किसी भी खेल आयोजन के लिए भारतीय ओलम्पिक संघ की ओर से प्रतीक पिन बनवाए जाते हैं। इनके अलावा फेस मास्क और हाथ में लहराए जाने वाले झंडों के लिए 20 लाख रुपये निर्धारित किए गए हैं। चेफ डि मिशन, डिप्टी चेफ डि मिशन को 22 हजार रुपये रोजाना डीए, सुरक्षा अधिकारी, आईओए स्टाफ और दो डॉक्टरों को 13 हजार रुपये रोजाना के डीए के अलावा इन पर कुल 43 लाख रुपये का खर्च आएगा।