16 साल का भारतीय शातिर अजेय रहकर बना चैम्पियन पैरासिन (सर्बिया)। भारत के 16 साल के ग्रैंडमास्टर आर प्रगनाननंदा ने पैरासिन ओपन ‘ए’ शतरंज टूर्नामेंट 2022 का खिताब अपने नाम किया। भारतीय खिलाड़ी ने नौ दौर के मुकाबले में आठ अंक हासिल किए। वह इस दौरान अजेय रहे और आधे अंक की बढ़त के साथ जीत दर्ज की। एलेक्जेंडर प्रेडके 7.5 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहे। अलीशर सुलेमेनोव और भारत के एएल मुथैया ने एक समान सात अंक हासिल किए लेकिन बेहत.......
प्रशिक्षक पूनम गुप्ता के प्रयास ला रहे रंग खेलपथ संवाद भोपाल। प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। यदि बचपन से ही बच्चे को सही दिशा और मार्गदर्शन मिल जाए तो फिर उसे सफलता के शिखर को छूने से कोई नहीं रोक सकता। प्रशिक्षक पूनम गुप्ता के प्रशिक्षण से निखरी भोपाल की नौ साल की अवनि सक्सेना ने हाल ही इंदौर में ब्लैक बेल्ट हासिल कर एक बड़ी उपलब्धि .......
दो बार तोड़ा जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड; 200 मीटर में तो बोल्ट को ही पीछे छोड़ा जेरे लोंगमैन, तंपा। जब एरियॉन नाइटन ने अपने 18वें जन्मदिन से कुछ महीने पहले 30 अप्रैल को 200 मीटर में दुनिया का चौथा सबसे तेज समय निकाला, तब उनके साथी स्प्रिंटर माइकल चैरी ने कहा- इस लड़के ने तो कमाल कर दिया। तब नाइटन हाईस्कूल ग्रेजुएट होने से कुछ हफ्ते दूर थे और उन्होंने एलएसयू इन्विटेशनल में 200 मीटर रेस 19.49 सेकेंड में पूरी की और उसेन बोल्ट द्वारा बनाए वर्ल्ड जूनियर.......
भारोत्तोलन में 16 साल के युवा ने बढ़ाया भारत का मान खेलपथ संवाद नई दिल्ली। कहते हैं कि यदि इंसान में संघर्षों से जूझने का माद्दा है तो एक न एक दिन वह इतिहास सृजन जरूर करता है। यही साबित किया है युवा भारतीय भारोत्तोलक गुरुनायडू सनापथि ने। विश्व यूथ वेटलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में देश को पहली बार स्वर्ण पदक दिलाने वाले 16 साल के गुरुनायडू सनापथि को कभी दो वक्त का खाना नसीब नहीं होता था। पिता दूसरे के खेतों में काम करते थे लेकिन गुरुनायडू क.......
पूरे टूर्नामेंट में अजेय रहकर हासिल किया खिताब नई दिल्ली। भारत के सबसे युवा ग्रांडमास्टर आर प्रज्ञानानंद ने नॉर्वे चेस ओपन का खिताब जीत लिया है। 16 साल के प्रज्ञानानंद ने ओपन चेस टूर्नामेंट में 7.5 अंक हासिल किए और सभी नौ राउंड में अजेय रहे। इस टूर्नामेंट में उन्हें पहले ही टॉप सीड दी गई थी। आखिरी मैच में प्रज्ञानानंद ने अपने हमवतन खिलाड़ी वी प्रणीत को हराकर खिताब जीता। इससे पहले उन्होंने विक्टर मिखालेवस्की को आठवें दौर में और .......
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जीते पांच स्वर्ण पदक खेलपथ संवाद पंचकूला। बेटियां हर क्षेत्र की तरह खेलों में सर्वश्रेष्ठ हैं। इसे साबित किया है महाराष्ट्र की संयुक्ता काले ने खेलो इंडिया युवा खेलों में। मंगलवार को 16 साल की इस बेटी ने लयबद्ध जिम्नास्टिक में सभी पांच स्वर्ण पदक जीतकर हर किसी को वाह-वाह करने को मजबूर कर दिया। 16 वर्ष की संयुक्ता के ‘क्लीन स्वीप’ करने से महाराष्ट्र जहां पदक तालिका में हरियाणा को पछाड़कर पह.......
वर्ल्ड की चौथे नंबर की रैंकिंग वाली खिलाड़ी को हराकर जीता फाइनल खेलपथ संवाद पंचकूला। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में बैडमिंटन एकल प्रतियोगिता में हरियाणा की बेटी उन्नति हुड्डा ने स्वर्ण पदक जीता है। 14 साल की उन्नति लगातार एक-एक करके चैम्पियनशिप जीत रही है। उन्नति ने वर्ल्ड की चौथे नम्बर की रैंकिंग वाली खिलाड़ी तसनीम मीर को हराकर गोल्ड मेडल जीता है। पंचकूला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम्स में महिलाओं की बैडमिंटन एकल प्रतियोगिता में उन्नति.......
नेशनल रिकॉर्ड बना स्वर्ण पदक जीता खेलपथ संवाद चंडीगढ़। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में महाराष्ट्र पदक तालिका में दूसरे नम्बर पर काबिज है। यहां की धाकड़ खिलाड़ी हर्षदा गरुड़ ने वेटलिफ्टिंग में नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया है। हर्षदा ने 45 किलो भारवर्ग के क्लीन एंड जर्क में पवनी कुमारी का 80 किलो का रिकॉर्ड तोड़ा है। हर्षदा ने क्लीन एंड जर्क में 83 किलो वजन उठाकर नेशनल में नया रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण पदक का खिताब हासिल किया है। इस खेलो इंडिया यूथ गे.......
कबड्डी टीम से कर रही है अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व खेलपथ संवाद चंडीगढ़। झारखंड की इतु मंडल ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में सबसे कम उम्र में खिलाड़ी के तौर पर शामिल होकर इतिहास रच दिया। 13 वर्षीय कबड्डी खिलाड़ी ने अपना पहला रेड करने से पहले ही रिकॉर्ड बुक में प्रवेश कर लिया। ट्रैक्टर चालक की बेटी इतु जब 8 साल की थीं, तभी उन्हें कबड्डी से प्यार हो गया था। अपने आस-पास की महिलाओं से प्रभावित होकर वह अंडर-18 यूथ टीम का हिस्सा बनने के .......
दो गलतियों की वजह से गंवाया खिताब जीतने का मौका नई दिल्ली। चेसबेल मार्स्टस 2022 के फाइनल मैच में भारत के आर. प्रज्ञानानंद को हार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने विश्व के दूसरे नम्बर के खिलाड़ी डिंग लिरेन के खिलाफ दो गलतियां कीं और फाइनल मैच जीतने का मौका गंवा दिया। हालांकि, हार के बावजूद प्रज्ञानानंद ने अपने प्रदर्शन से शतरंज जगत में सनसनी मचा दी है। 16 साल के इस खिलाड़ी ने साबित किया है कि वो आने वाले कई सालों तक चेस जगत में र.......