ओलम्पिक खेलों का टलना अच्छी बात नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण पिछले एक महीने के भीतर ही दुनिया भर के लगभग सारे बड़े खेल टूर्नामेंट्स रद्द कर दिए गए। विश्व की सबसे महंगी टी-20 क्रिकेट लीग IPL को भी टाल दिया गया, जिस तरह से इस अनजान बीमारी से लोग मर रहे थे, उससे ओलंपिक भी अछूता नहीं रहा। यह तकरीबन तय लग रहा था कि टोक्यो 2020 को आगे बढ़ा दिया जाएगा और हुआ भी यही। इतिहास में पहली बार किसी बीमारी की वजह से ओलंपिक एक साल के लिए टाल दिया गया। टो.......
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस जो मौत का तांडव खेल रहा है और दुनिया जिस तरह आतंक में जी रही है, उसमें ओलंपिक खेलों के होने का कोई औचित्य नजर नहीं आ रहा था। यह संभव भी नहीं था क्योंकि अब तक ओलंपिक में भाग लेने वाले लगभग आधे खिलाड़ियों का फैसला भी नहीं हो सका था। महामारी के चलते तमाम खेलों की क्वालीफाइंग स्पर्धाएं भी आयोजित नहीं की जा सकी थीं। इतना ही नहीं, पहले कनाडा ने ओलंपिक खेलों में भाग नहीं लेने.......
शिवम शुक्ला हर जीव जन्म से ही खेलना-कूदना शुरू कर देता है। खेल सिर्फ मानव ही नहीं हर जीव की एक ऐसी कार्यशैली है जिसमें शारीरिक शक्ति में बढ़ोत्तरी के साथ ही मानसिक ताजगी का अहसास होता है। हर काल में मनुष्य ने खेलों को अपने मनोरंजन का माध्यम बनाया है। हर.......
टोक्यो ओलम्पिक एक साल आगे बढ़ने से खिलाड़ी असमंजस में खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। टोक्यो ओलम्पिक का अगले साल तक स्थगित होना कई दिग्गज खिलाड़ियों की स्वर्ण पदक की उम्मीदों के लिए और कड़ी चुनौती हो गया है। ये खिलाड़ी अपने करिअर के अंतिम पड़ाव में हैं और जिनका यह अंतिम ओलम्पिक हो सकता है। इन दिग्गजों में गोल्फर टाइगर वुड्स शामिल हैं जिनकी उम्र 44 हो गई है। इसके अलावा टेनिस स्टार रोजर फेडरर.......
ओलम्पिक खेल रद्द होने पर बोले भारतीय खिलाड़ी खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। जिन्दगी पहले है, खेल बाद में। हम खेलों के लिए इंतजार कर सकते हैं। जान है तो जहान है। टोक्यो ओलम्पिक खेलों के कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित होने के बाद भारतीय खिलाड़ियों की यह पहली प्रतिक्रिया थी। हर चार साल में होने वाले ओलम्पिक खेल टोक्यो में 24 जुलाई से नौ अगस्त के बीच आयोजित किए जाने थे, लेकिन जापान के प्र.......
ओलंपिक अधिकारियों ने टोक्यो की सराहना अब तब के सबसे अच्छे मेजबान शहर के रूप में की थी, लेकिन कोई भी कोरोना वायरस महामारी से निपटने की योजना नहीं बना सका, जिससे 2020 खेलों के अभूतपूर्व स्थगन के लिए मजबूर होना पड़ा। आयोजकों ने तैयारियों से सबका दिल जीता, लेकिन वायरस से हार गया। जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने मंगलवार को आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक से चर्चा कर इन खेलों को अगले साल तक टालने का फैसला कर लिया। यह पहला मौका है जब किसी बीमारी की वजह से खेलों का महाकुंभ कहलाए जा.......
आखिर परिवार की त्याग-तपस्या रंग लाई है, अभावों की तपिश ने अमित पंघाल के घूसों में इतनी ताकत भर दी कि वह टोक्यो ओलंपिक के लिये अपना टिकट बुक करा चुका है। जब ओलंपिक के लिये मुकाबला जीतने की खबर आई तो उसके गांव में होली से पहले ही रंगों की रंगत नजर आई। जब छोटी-सी खेती में गुजर-बसर नहीं हुई तो अमित के पिता विजयेंद्र सिंह ने ट्रक चलाकर परिवार की जरूरतें पूरी कीं। .......
कह सकते हैं ये आस्ट्रेलिया का सुपर संडे था। उनका लंबा अनुभव था, घरेलू मैदान था तथा उनका मनोबल बढ़ाने के लिये मेलबार्न क्रिकेट ग्राउंड में पहली बार रिकॉर्ड 86 हजार दर्शक थे। हां, भारतीय महिला क्रिकेटरों का बल्ला नहीं चला। शायद रविवार उनका दिन नहीं था। पूरे टूर्नामेंट में यदि कप्तान सिर्फ तीस रन ही बना पाये तो टीम के मनोबल पर असर पड़ना स्वाभाविक था। आस्ट्रेलिया ने टॉस भी जीता और मैच भी। पांचवीं बार .......
नई दिल्ली। रुतुजा भोंसले के दम पर भारत ने कोरिया को 2-1 से हराकर फेड कप के प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीदें जिंदा रखी हैं। रुतुजा ने अपने से ऊंची रैंकिंग की सु जिओंग जंग को 7-5,6-4 से पराजित कर भारत को 1-0 से बढ़त दिलाई। अंकिता रैना को ना-ला हान से 4-6, 0-6 से हार मिली और स्कोर एक-एक से बराबर हो गया। हालांकि इसके बाद अंकिता ने सानिया मिर्जा के साथ मिलकर युगल मुकाबले में ना-रि किम और हान को 6-4,6-4 से हराकर भारत को 2-1 से जीत दिला दी। स.......
खेलों मेें महिला शक्ति का कमाल नई दिल्ली। साल 1951 से अब तक अंतरराष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में भारतीय महिला खिलाड़ियों ने 698 पदक जीते हैं। पदकों की संख्या के बारे में बीबीसी का विश्लेषण बताता है कि 5 नवंबर 2019 तक भारतीय महिला खिलाड़ियों ने 201 स्वर्ण, 240 रजत और 257 कांस्य पदक जीते हैं। भारतीय महिला खिलाड़ियों ने कहां सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया? सबसे ज्यादा पदक एशियाई ग्रीष्मकालीन खेलों में जीते गए। 1951 से भार.......