कैसे हुई थी ओलंपिक की शुरुआत

ओलंपिक अधिकारियों ने टोक्यो की सराहना अब तब के सबसे अच्छे मेजबान शहर के रूप में की थी, लेकिन कोई भी कोरोना वायरस महामारी से निपटने की योजना नहीं बना सका, जिससे 2020 खेलों के अभूतपूर्व स्थगन के लिए मजबूर होना पड़ा। आयोजकों ने तैयारियों से सबका दिल जीता, लेकिन वायरस से हार गया। जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने मंगलवार को आईओसी अध्यक्ष थॉमस बाक से चर्चा कर इन खेलों को अगले साल तक टालने का फैसला कर लिया। यह पहला मौका है जब किसी बीमारी की वजह से खेलों का महाकुंभ कहलाए जाने वाला ओलंपिक टाला गया हो। अब 23 जुलाई 2020 से शुरू होने वाले यह खेल 2021 में होंगे।
जीका वायरस ने मारा था रियो ओलंपिक में 'डंक'
टोक्यो ओलंपिक की तरह 2016 में हुए रियो ओलंपिक में भी जीका वायरस का खतरा था। जब 2009 में रियो ने खेलों की मेजबानी हासिल की थी तो ब्राजील को उम्मीद नहीं थी कि उसे आर्थिक मंदी के दौर, बेरोजगारी और मच्छरों से होने वाले जीका वायरस, राजनीतिक संकट, बुनियादी ढांचे में रुकावट जैसी बाधाओं से जूझना होगा, जिसके बाद राष्ट्रपति दिल्मा रूसेफ पर महाभियोग चला दिया गया। इन सबने रियो की 2016 ओलंपिक की मेजबानी की खुशी को खत्म कर दिया था। ओलंपिक नौकयान और विंडसर्फिंग स्पर्धाओं के प्रतिस्पर्धियों को जहरीने पानी में भाग लेने का डर था, जो शहर की आधी जनसंख्या के सीवेज से भरा था। आज की ही तरह आठ साल पहले भी यही कयास लगाए जा रहे थे कि क्या इस वायरल के चलते ओलंपिक खेल रद्द हो जाएंगे, लेकिन इन चुनौतियों पर पार पाते हुए रियो में 5 से 21 अगस्त 2012 तक शानदार ओलंपिक खेलों का आयोजन हुआ था।
ओलंपिक का पहला आधिकारिक आयोजन 776 ईसा पूर्व में हुआ था, जबकि आखिरी बार इसका आयोजन 394 ईसा में हुआ। प्राचीन काल में शांति के समय योद्धाओं के बीच प्रतिस्पर्धा के साथ खेलों का विकास हुआ। दौड़, मुक्केबाजी, कुश्ती और रथों की दौड़ सैनिक प्रशिक्षण का हिस्सा हुआ करते थे। इनमें से सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले योद्धा प्रतिस्पर्धी खेलों में अपना दमखम दिखाते थे। इसके बाद रोम के सम्राट थियोडोसिस ने इसे मूर्ति पूजा वाला उत्सव करार देकर इस पर प्रतिबंधित कर दिया था।
आधुनिक ओलंपिक और समस्याएं
1896 में पहली बार आधुनिक ओलंपिक खेलों का आयोजन ग्रीस की राजधानी एथेंस में हुआ। 6 से 15 अप्रैल 1896 के दौरान यूनान की राजधानी एथेंस में हुए इन खेलों में 14 देशों के 241 खिलाड़ियों ने इन खेलों में भाग लिया। 9 खेलों के 43 इवेंट इस ओलंपिक में हुए। 43 प्रतियोगिताओं में पहली बार मैराथन दौड़ को भी शामिल किया गया। ज्यादातर मुकाबलों में मेजबान देश के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। प्रमुख मुकाबलों में शामिल थे- टेनिस, ट्रैक एंड फील्ड, भारोत्तोलन, साइकिलिंग, कुश्ती, तीरंदाजी, तैराकी और जिम्नास्टिक। क्रिकेट और फुटबॉल प्रतियोगिताएं इसलिए रद्द कर दीं गईं क्योंकि इन मुकाबलों में हिस्सा लेने वाली टीमों की कमी थी। इन खेलों की कुल लागत 37,40,000 ड्रैकमस (यूनानी करेंसी) की थी।
विश्व युद्ध की वजह से तीन बार रद्द हुए ओलंपिक खेल
1896 में ग्रीस की राजधानी एथेंस से शुरू हुए ओलंपिक खेल अब तक 30 बार हो चुके हैं। हालांकि इस दौरान तीन बार पूरी तैयारी होने के बावजूद ओलंपिक को रद्द भी करना पड़ा। विश्व युद्ध छिड़ जाने के कारण 1916 (बर्लिन, जर्मनी), 1940 (टोक्यो, जापान) और 1944 (लंदन, इंग्लैंड) में ओलंपिक खेल आयोजित नहीं कराए गए।

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