तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन का दावा नई दिल्ली। फीफा विश्व कप 2022 के दौरान नॉकआउट मैचों में पुर्तगाल के कोच ने रोनाल्डो को काफी समय तक बेंच पर बैठाए रखा। पहले उनकी जगह युवा गोंसालो रोमोस को मौका दिया गया और प्री क्वार्टर फाइनल मैच में उन्होंने तीन गोल कर टीम को जीत भी दिलाई। इसके बाद अगले मैच में रोनाल्डो शुरुआती टीम का हिस्सा नहीं थे। उन्हें आखिरी के 30 मिनट मैदान पर उतारा गया, लेकिन वह भी टीम को हार से नहीं बचा सके। .......
फाइनल के बाद चूमी थी ट्रॉफी, फीफा की जांच शुरू दोहा। फीफा विश्व कप 2022 समाप्त हो चुका है, लेकिन इससे जुड़े विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। अब अर्जेंटीना की जीत के बाद सॉल्ट बेई और कई अन्य लोगों के मैदान में घुसने पर बवाल हो रहा है। फीफा ने इस बात की जांच भी शुरू कर दी है कि फाइनल मैच के बाद इन लोगों को मैदान के अंदर जाने की अनुमति कैसे मिल गई। फीफा विश्व कप के फाइनल में अर्जेंटीना की जीत के बाद सॉल्ट बेई मैदान में घुस .......
गोलकीपर एमेलियानो मार्टिनेज लगातार उड़ा रहे मजाक पेरिस/ब्यूनस आयर्स। विश्वकप के फाइनल में हार मिलने के 64 घंटे के अंदर फ्रांस के स्ट्राइकर किलियन एम्बाप्पे 10 दिन की छुट्टियां रद्द कर बुधवार (21 दिसंबर) को प्रैक्टिस पर लौट आए। 24 वर्षीय एम्बाप्पे का मंगलवार को जन्मदिन था और माना जा रहा था कि वह विश्व कप की थकान मिटाने के लिए 10 दिन की छुट्टियों पर जाएंगे, लेकिन फाइनल की हार के सदमे से उबरने के लिए उन्होंने वापस मैदान पर आना बेहतर समझा। .......
खिलाड़ियों ने ओपन बस परेड में लिया हिस्सा बस से नीचे गिर सकते थे मेसी समेत पांच खिलाड़ी ब्यूनस आयर्स। अर्जेंटीना की टीम फीफा वर्ल्ड कप के 36 साल के सूखे को खत्म कर ब्यूनस आयर्स पहुंच गई है। एयरपोर्ट पर ट्रॉफी के साथ उतरते हुए लियोनल मेसी, कोच लियोनल स्केलोनी और पूरी टीम का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान एयरपोर्ट पर भारी संख्या में फैंस मौजूद रहे। इतना ही नहीं खिलाड़ियों ने एयरपोर्ट से आगे जाने के लिए बस परेड का हिस्सा बने। सभी खिलाड़.......
बोले- मैं अर्जेंटीना से बहुत प्यार करता हूं दोहा। फीफा विश्व कप 2022 में क्रिस्टियानो रोनाल्डो की टीम पुर्तगाल का सफर कुछ खास नहीं रहा। खिताब जीतने के प्रबल दावेदारों में शामिल यह टीम इस बार क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई। मोरक्को के खिलाफ मैच में पुर्तगाल को हार का सामना करना पड़ा और यहीं से रोनाल्डो के विश्व कप जीतने का सपना खत्म हो गया। हालांकि, फीफा विश्व कप फाइनल के दौरान रोनाल्डो टीवी से चिपके हुए थे और मैच खत्म होने की बाद खुशी स.......
खाली पेट कैसे खेलेंगे हॉकी, वेतन न मिलने से खफा कोच लौटे स्वदेश खेलपथ संवाद नई दिल्ली। किसी खेल के आगे बढ़ने के लिए सबसे जरूरी है कि इसे खेलने वाले या सिखाने वाले के पास कम से कम इतना विश्वास हो कि उन्हें आर्थिक रूप से किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन पाकिस्तान टीम के हॉकी कोच को इन दिनों इसी समस्या से दो-चार होना पड़ रहा है। पाकिस्तान हॉकी टीम के कोच सेगफ्राइड एकमैन को इसलिए स्वदेश लौटना पड़ा क्योंकि उन्हें 8 महीन.......
पत्नी के लिए बने फोटोग्राफर, एम्बाप्पे को लगाया गले खेलपथ संवाद नई दिल्ली। अर्जेंटीना ने रविवार (18 दिसंबर) को कतर के लुसैल स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में फ्रांस को हराकर विश्व कप की ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया। वह 36 साल बाद चैंपियन बना। अर्जेंटीना के कप्तान लियोनल मेसी पांचवें प्रयास में विश्व चैंपियन बने। उन्होंने फाइनल में दो गोल दागे। उनके दो गोल फ्रांस के किलियन एम्बाप्पे के तीन गोल पर भारी पड़े। चैंपियन बनने के बाद मेसी के .......
मेसी की टीम ने फिर सभी मैच में दागे शुरुआती दो गोल दोहा। अर्जेंटीना जब सऊदी अरब के खिलाफ विश्व कप का पहला मैच हार गई तो कप्तान लियोनल मेसी ने प्रशंसकों से कहा था, ''आप विश्वास बनाए रखें, हम आपको निराश नहीं करेंगे।'' कतर विश्व कप में चौंका देने वाली हार के बाद अर्जेंटीना ने वापसी की और फाइनल में अपना स्थान पक्का किया। खिताबी मैच में उसका मुकाबला फ्रांस से हुआ। रोमांचक फाइनल मैच को अर्जेंटीना की टीम पेनल्टी शूटआउट में जीतकर 36.......
अपने ही देश में मारी गई थीं छह गोलियां खेलपथ संवाद नई दिल्ली। 1994 विश्व कप की मेजबानी अमेरिका को मिली थी। उसके देश में पहली बार फीफा विश्व कप का आयोजन हो रहा था। 24 टीमों ने इस बार टूर्नामेंट में हिस्सा लिया था और कुल 52 मैच खेले गए थे। 1990 में पहली बार प्री-क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाली टीम कोलम्बिया भी खेल रही थी। वह तीसरी बार विश्व कप में उतरा था। 1962 में ग्रुप दौर और 1990 में प्री-क्वार्टर फाइनल से बाहर हुआ था। पिछले प्रदर्श.......
पेरिस। फ्रांस के विश्व कप फाइनल में पहुंचते ही देश भर में फुटबॉल की दीवानगी चरम पर पहुंच गई। हर शहर में जश्न शुरू हो गया, जबकि मोरक्को के समर्थकों के चेहरों पर मायूसी तो थी, लेकिन टीम के ऐतिहासिक प्रदर्शन पर उन्हें गर्व है। पेरिस में चैम्प्स एलिसीस पर फुटबॉलप्रेमियों का हुजूम उमड़ पड़ा, जिन्होंने आतिशबाजी की और फ्रांस के झंडे लहराये। चारों तरफ कार के हॉर्न का शोर सुनाई दिया। शहर भर में दंगा रोकने वाली पुलिस गश्त करती दिखाई दी। पेरिस क.......