मध्य प्रदेश में हॉकी की सर्वश्रेष्ठ पाठशाला दर्पण फीडर सेण्टर

एक विक्रम तो चार खिलाड़ियों को मिला एकलव्य अवार्ड

खेलपथ प्रतिनिधि

ग्वालियर। चैम्पियन आकाश से नहीं टपकते वरन धरती में ही तैयार होते हैं और आकाश में विजय पताका फहरा कर अपने देश-प्रदेश व जिले का नाम रोशन करते हैं। ग्वालियर और हॉकी की बात करें तो यहां का अतीत और वर्तमान दोनों गौरवशाली हैं। यहां ओलम्पिक चैम्पियन कैप्टन रूप सिंह, विश्व विजेता शिवाजी पवार और ओलम्पियन शिवेन्द्र सिंह चौधरी जैसी हॉकी शख्सियतों ने पुश्तैनी खेल की गौरवगाथा लिखी है तो अब यहां की दर्जनों प्रतिभाएं राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय शोहरत बटोर रही हैं। मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य है जहां हॉकी की दो एकेडमी और 35 सेण्टर संचालित हैं।

हॉकी सेण्टरों की बात करें तो ग्वालियर का दर्पण फीडर सेण्टर प्रदेश भर में सर्वश्रेष्ठ है। मध्यप्रदेश शासन के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के स्थानीय दर्पण मिनी स्टेडियम पर एनआईएस हॉकी प्रशिक्षक अविनाश भटनागर से हॉकी का ककहरा सीखने के उपरांत कई खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी हॉकी की चमक बिखेर रहे हैं जिसका उत्कृष्ट उदाहरण पिछले वर्ष अर्जेंटीना में आयोजित यूथ ओलम्पिक में सिल्वर मेडल लेकर आई ग्वालियर की इशिका चौधरी और सीनियर राष्ट्रीय हॉकी टीम में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर रही अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी करिश्मा यादव हैं।

दर्पण मिनी स्टेडियम की बात करें तो सुबह चिड़ियों का कलरव और हॉकी व गेंद की आवाज यहां एक साथ सुनाई देती है। प्रशिक्षक खिलाड़ियों को ड्रिबलिंग, रोलिंग, हिट, स्टॉपिंग, पासिंग आदि के निर्देश देते नजर आते हैं। अपने प्रशिक्षक के निर्देशों का अक्षरशः पालन कर यहां के खिलाड़ी दिनोंदिन अपने खेल में निखार ला रहे हैं। दर्पण मिनी स्टेडियम पर नियुक्त हॉकी प्रशिक्षक अविनाश भटनागर बताते हैं कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों से 32 जिलों में हॉकी के फीडर सेण्टर संचालित हैं। इन फीडर सेंटरों का उद्देश्य है कि इसमें 14 वर्ष से कम उम्र के बालक-बालिकाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर इस लायक बनाया जाए ताकि वे राज्य पुरुष हॉकी अकादमी भोपाल एवं राज्य महिला अकादमी ग्वालियर में चयनित होकर राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी बन सकें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान की मंशा के अनुरूप ग्वालियर के दर्पण फीडर सेंटर से हॉकी की बारीकियां सीखने के बाद 17 खिलाड़ी बेटियां महिला अकादमी ग्वालियर तथा 16 बालक खिलाड़ी राज्य पुरुष हॉकी अकादमी भोपाल में चयनित होकर प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रहे हैं। दर्पण फीडर सेण्टर के  प्रशिक्षक का सपना है कि यहां के खिलाड़ी भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा बनें। वर्ष 2006 से दर्पण फीडर सेंटर पर सेवाएं दे रहे प्रशिक्षक अविनाश भटनागर के सपने को अब तक साकार किया है ग्वालियर संभाग की पहली महिला अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी करिश्मा यादव एवं यूथ ओलम्पिक में सिल्वर मेडलिस्ट कुमारी इशिका चौधरी ने। बालक वर्ग में अंकित पाल जूनियर भारतीय हॉकी टीम के प्रशिक्षण शिविर में हैं।

दर्पण मिनी स्टेडियम से वर्ष 2007 से आज तक कुल चार एकलव्य तो एक विक्रम अवॉर्डी हॉकी खिलाड़ी निकले हैं। करिश्मा यादव एवं कुमारी नेहा सिंह मध्य प्रदेश महिला हॉकी के इतिहास में संयुक्त रूप से 2015 में एकलव्य अवार्ड से सम्मानित हुईं तो वर्ष 2018 में दर्पण फीडर सेंटर की ही कुमारी नीरज राणा को एकलव्य अवार्ड से नवाजा गया। वर्ष 2019 में कुमारी करिश्मा यादव को मध्य प्रदेश के सर्वोच्च खेल सम्मान विक्रम अवार्ड एवं कुमारी इशिका चौधरी को एकलव्य अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।

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