खिलाड़ी दुनिया में मां भारती का गौरव बढ़ाएंः पूजा मिश्रा
भारतीय खेल पुरस्कार समिति द्वारा 77 खेल शख्सियतें सम्मानित
श्रीप्रकाश शुक्ला
नई दिल्ली। रविवार 20 अक्टूबर को नई दिल्ली के भारतीय संविधान क्लब में हुए गरिमामय समारोह में भारतीय खेल पुरस्कार समिति द्वारा देश के 16 राज्यों की 77 खेल शख्सियतों को उनकी विशेष खेल उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। समारोह में आठ उदीयमान खेल प्रतिभाओं को 10-10 हजार रुपये की स्कालरशिप भी प्रदान की गई। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में भारतीय जनता पार्टी की मंत्री और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पूजा कपिल मिश्रा ने सम्मानित खेल शख्सियतों को बधाई देते हुए कहा कि समय बदल रहा है, अन्य क्षेत्रों की भांति भारतीय खिलाड़ी भी दुनिया भर में मां भारती का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी जिस तरह से खिलाड़ियों का प्रोत्साहन कर रहे हैं, उसके दूरगामी परिणाम खेलप्रेमियों को भारत को खेल महाशक्ति के रूप में देखने को मिल सकते हैं।
श्रीमती पूजा मिश्रा ने कहा कि मैं भारतीय खेल पुरस्कार समिति के भारत गौरव संदेश यादव और भारत गौरव सुशील कुमार के प्रयासों को सलाम करती हूं जिन्होंने अपने अभिनव कार्य से खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का मनोबल बढ़ाया है। श्रीमती मिश्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ही खेलो इंडिया और फिट इंडिया जैसे कार्यक्रम लेकर आई है। मैं अभिभावकों से अनुरोध करती हूं कि वे अपने बच्चों को खेलों की तरफ प्रेरित कर स्वस्थ भारत के संकल्प को पूरा करने में सहयोग करें। श्रीमती मिश्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार खेलों की दिशा में बेहतर कर रही है। खेल मंत्री किरेन रिजिजू न केवल खिलाड़ियों से लगातार मिल रहे हैं बल्कि वह विजेता खिलाड़ियों को नकद प्रोत्साहन राशि भी प्रदान कर रहे हैं। भारतीय खेल प्राधिकरण में प्रशिक्षण हासिल कर रही प्रतिभाओं को भी अब पहले से बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। मैं इस मंच से खिलाड़ियों का आह्वान करती हूं कि वे खेलों के माध्यम से दुनिया भर में मां भारती का गौरव बढ़ाएं।
भारतीय ओलम्पिक महासंघ के उपाध्यक्ष कुलदीप वत्स ने अपने सम्बोधन में कहा कि हर सम्मान का अपना महत्व है। सम्मान खिलाड़ी को आगे बढ़ने में मददगार होता है। श्री वत्स ने कहा कि अर्जुन अवार्डी पहलवान वीरेन्द्र सिंह को पद्मश्री सम्मान दिलाने के लिए वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेंगे। इस अवसर पर अर्जुन अवार्डी और भारत में हाकी की पहचान अशोक ध्यानचंद ने कहा कि खिलाड़ी बनना आसान बात नहीं है। खेल एक तरह की साधना है, जिसके अंदर उत्साह और मेहनत करने का जुनून होगा वही एक सफल खिलाड़ी बन सकता है। श्री अशोक कुमार ने कहा कि भारतीय खेल पुरस्कार समिति एक बड़े मंच से खिलाड़ियों के प्रोत्साहन का जो नेक कार्य कर रही है, उसकी जितनी सराहना की जाए कम है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि डा. राणा सिंह (कुलपति संस्कृति यूनिवर्सिटी) ने सम्मानित खेल शख्सियतों को अनंत शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मानव के सर्वांगीण विकास के लिए उसका खेलों में शिरकत करना बेहद जरूरी है। डा. सिंह ने कहा कि अब हमारे देश में भी खेलों के महत्व को समझा जाने लगा है। विगत वर्षों की तुलना में खेलों को बढ़ावा देने हेतु सरकार की ओर से अधिक प्रोत्साहन दिया जाने लगा है, साथ ही हमारे खेल बजट में भी इजाफा हुआ है। इसके सकारात्मक परिणाम भी आने लगे हैं। विश्व खेल जगत में विगत वर्षों में हमने अनेक महत्वपूर्ण उपलब्धियां अर्जित की हैं। कुलपति डा. सिंह ने कहा कि समृद्ध भारत के लिए खेल और शिक्षा दोनों को बराबर महत्व मिलना जरूरी है। देश के स्वस्थ एवं सुदृढ़ भविष्य के लिए प्रारम्भ से ही युवकों को खेल के महत्व को समझाना चाहिए तथा सरकार की ओर से इसके प्रोत्साहन के लिए अधिक आर्थिक बजट व सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए जिससे नई प्रतिभाओं को अवसर एवं उचित सुविधाएं प्राप्त हो सकें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भारत गौरव संदेश यादव ने कहा कि उनकी संस्था खिलाड़ियों को सिर्फ प्रोत्साहन ही नहीं दे रही बल्कि उनके हक की लड़ाई भी लड़ रही है। मैं चूंकि स्वयं कराटे का खिलाड़ी रहा हूं लिहाजा खिलाड़ियों के मर्म को अच्छी तरह से समझता हूं। खिलाड़ी सम्मान समारोह को यतेन्द्र नागर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ने भी सम्बोधित किया। खिलाड़ियों के पुरस्कृत करने से पूर्व भारतीय खेल पुरस्कार चयन समिति के निदेशक भारत गौरव सुशील कुमार ने सभी गणमान्य अतिथियों का पुष्प-गुच्छ भेंटकर स्वागत किया। सुशील कुमार ने अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंटकर उनका कार्यक्रम में पधारने के लिए दिल से आभार माना। कार्यक्रम की सफलता में भारतीय खेल पुरस्कार चयन समिति के चेयरमैन संदेश यादव, अध्यक्ष पायल यादव, उपाध्यक्ष राजकपूर बागड़ी, महासचिव विशाल जाधव, कोषाध्यक्ष प्रिया मुखिया का अहम योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन विदुषी शुक्ला ने किया।
इन्हें मिले भारतीय खेल पुरस्कार
पुरस्कार की श्रेणी (लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड)
मेजर ध्यानचंद मरणोपरांत (हाकी), अशोक ध्यानचंद (हाकी), श्रीप्रकाश शुक्ला (खेल पत्रकारिता), वीरेन्द्र सिंह (कुश्ती), खुशबीर कौर (एथलेटिक्स), सुनील सिंह इंटरनेशनल योगा गुरु (योगा), परमजीत सिंह (हाकी), पी. फ्रांसिस मैरी (एथलेटिक्स), दिनेश सुभाष सबनीस (क्रिकेट), निर्मला नरेन्द्र कोटनीस (बैडमिंटन), पूजा श्रीनिवास सुर्वे (जिम्नास्टिक), प्रशांत प्रताप राव सरदेसाई (पावरलिफ्टिंग), दीपक अग्रवाल (स्पोर्ट्स प्रमोशन), महेश सदानंद मोंदकर (स्पोर्ट्स प्रमोशन), रविन्दर कुमार भारत (कराटे), जयेश दत्तात्रेय चौगले (कराटे), प्रियंका जितेश येदलवार (स्केटिंग), सचिन भीकाजी राव इंग्वले (स्केटिंग), प्रशांत प्रदीप परसवार (स्केटिंग)।
पुरस्कार की श्रेणी (इंडियन स्पोर्ट्स अवार्ड)
दिलीप शुक्ला (कराटे), प्रमोद कुमार (एथलेटिक्स), अजय कुमार (कराटे), बिधान बी. बिश्वास (एथलेटिक्स), पूजा रानी बोहरा (बाक्सिंग), रितिक चौहान (एथलेटिक्स), भार्गवी प्रशांत सांखे (कराटे), ऋत्विका संजय सरदेसाई (पावरलिफ्टिंग), सुजीत सिंह चटोले (ताइक्वांडो), संदेश बबन थिटे (कराटे), तेजेश विष्णू परसेकर (तैराकी), सुनीता बापू माने (ताइक्वांडो), जय सचिन खंडेलवाल (तलवारबाजी), नीलेश आत्माराम गायकवाड़ (कराटे), रोहित राजेन्द्र शिरगांवकर (क्रिकेट प्रमोशन), हीरा बहादुर चंद्रबीर घर्ती (ताइक्वांडो), जयप्रकाश नारायण पाठक (क्लासिकल ओडसी नृत्य), आकाश किशोर शिंदे (कराटे), एम.ए. मुर्तजा (ताइक्वांडो), दीपक ठाकुर (बाक्सिंग), बिलाल रियाज पछकुरे (ताइक्वांडो), राजेश वसंतराव राजे (योगा), निनाद राजेन्द्र निम्बाल्टे (तैराकी), यशवंत भास्कर मस्के (किक बाक्सिंग), रजा हुसैन राहत हुसैन खान (कराटे), करिश्मा यादव (हाकी), संजीव कुमार सिंगारा (ताइक्वांडो), अभिषेक पांडेय (हैंडबाल), कोम्मिनेनी गोपी नायडू (ताइक्वांडो), रूबी कुमारी (क्लासिकल नृत्य), प्रीती सरकार (ताइक्वांडो), कुलदीप किएडो (एमएमए), अजीत बी. करभरी (स्काई डाइविंग), दीक्षा ए. जैन (किक बाक्सिंग), योगेश गणपत पाटिल (कराटे), मनीषा शर्मा (एथलेटिक्स), धनंजय बी.पी. ठाकुर (हैंडबाल), अनुजा उमेश उगले (ट्रायथलान), शंकर वाई.के. गायकवाड़ (स्केटिंग), कृष्णा आनंद धले (स्केटिंग), मनीष लक्ष्मीकांत सिंह (वालीबाल), गजानन परसराम चव्हाण (ताइक्वांडो), पवन विश्वास लोहार (स्केटिंग)।
पुरस्कार की श्रेणी (गोल्ड अवार्ड)
कार्वी निलेश राणे (हैंडबाल), सागर रमेश गादे (कराटे), तारुषी यादव (बैडमिंटन), सूरज ए. शिंदे (कराटे), इशायु नीलेश कोटनिस (बैडमिंटन), श्रेयस वी. वाडेकर (मार्शल आर्ट), प्रदीप एस. शिवपुजे (वुशू), मुक्तई विशाल जाधव (कराटे), शर्व संदीप सालुंके (किक बाक्सिंग), अवधूत एसके पाटिल (किक बाक्सिंग), श्रेयस एम. पाटनकर (कराटे), स्वामी मंगेश सालुंके (कराटे), आदित्य सनमान सिंह रावत (किक बाक्सिंग), अनिशा विजय कोली (कराटे), शिल्पम समीर कुमार (कराटे)।
इन्हें मिली स्कालरशिप
मुक्तई विशाल जाधव (कराटे), शर्व संदीप सालुंके (किक बाक्सिंग), अवधूत एसके पाटिल (किक बाक्सिंग), श्रेयस एम. पाटनकर (कराटे), स्वामी मंगेश सालुंके (कराटे), आदित्य सनमान सिंह रावत (किक बाक्सिंग), अनिशा विजय कोली (कराटे), शिल्पम समीर कुमार (कराटे)।