निशा दहिया की चोट की जिम्मेदार कोरियाई खिलाड़ी

कोच वीरेंद्र दहिया ने कोरियाई खिलाड़ी पर लगाया आरोप
खेलपथ संवाद
पेरिस।
भारत की स्टार पहलवान निशा दहिया महिलाओं की 68 किलोग्राम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में चोटिल हो गईं। सोमवार को उनका सामना उत्तर कोरिया की पाक सोल गम से हुआ। इस मैच के दौरान निशा के दाएं हाथ में गंभीर चोट आई जिसकी वजह से उन्हें मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। अब महिला पहलवान की चोट पर राष्ट्रीय टीम के कोच वीरेंद्र दहिया ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने उत्तर कोरिया की खिलाड़ी को इस चोट का जिम्मेदार ठहराया है। 
वीरेंद्र दहिया ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते बताया कि उत्तर कोरिया की खिलाड़ी पाक सोल गम ने जानबूझकर निशा को चोट पहुंचाई। उन्होंने कहा, "यह शत-प्रतिशत जानबूझकर किया गया था, उसने जानबूझकर निशा को चोट पहुंचाई। हमने देखा था, कोरियाई कोने से एक निर्देश आया था जिसके बाद उसने कलाई की जोड़ के पास पर हमला किया। उसने निशा से पदक छीन लिया। जिस तरह से निशा ने शुरुआत की थी, पदक उसके गले में था और उसे छीन लिया गया है। निशा रक्षण और जवाबी हमले दोनों में शानदार थी उसने एशियाई क्वालीफायर में उसी पहलवान को हराया था।"
निशा के लिए यह मुकाबला बेहद दर्दनाक साबित हुआ। उन्होंने तीन मिनट तक 8-1 की बढ़त बना ली थी। फिर उत्तर कोरियाई पहलवान ने निशा को मैट से बाहर कर एक अंक अर्जित किया और स्कोर 8-2 हो गया। जब मुकाबले को खत्म होने में 33 सेकंड बचे थे, तभी निशा चोटिल हुईं। मैच को रोका गया और उनके हाथ पर बैंड पहनाया गया। हालांकि, बैंड बांधना निशा के लिए अच्छा साबित नहीं हुआ। उत्तर कोरिया की पहलवान ने इस मौके का फायदा उठाया और 11 सेकंड में चार अंक हासिल किए और स्कोर 8-8 से बराबर हो गया। 
जब मैच खत्म होने में 12 सेकंड बचे थे। तभी निशा को ज्यादा दर्द होने लगा और मैच फिर रोका गया। फीजियो ने निशा का इलाज किया, लेकिन निशा को देखकर लग रहा था कि उनके दाएं हाथ में काफी तेज दर्द था। वो उस वक्त रोने लगीं। हालांकि, कोच ने निशा से कहा कि अभी भी आप जीत सकती हैं। अगर स्कोर 8-8 की बराबरी पर रुका होता तो निशा सेमीफाइनल में पहुंच जातीं। हालांकि, आखिरी 12 सेकंड में उत्तर कोरियाई पहलवान ने दो अंक हासिल किए और मैच 10-8 से अपने नाम किया।

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