दीपिका-हरिंदर को स्क्वाश में मिश्रित युगल का गोल्ड

खेलपथ संंवाद
हांगझोऊ।
भारत की दीपिका पल्लीकल और हरिंदर पाल सिंह संधू ने बृहस्पतिवार को यहां फाइनल में मलेशिया की जोड़ी को सीधे गेम में हराकर एशियाई खेलों का स्क्वाश मिश्रित युगल का खिताब जीता। दीपिका और हरिंदर ने फाइनल में आइफा बिंटी अजमन और मोहम्मद सयाफिक बिन मोहम्मद कमल को 35 मिनट में 11-10 11-10 से हराया। 
दूसरे गेम में एक समय भारतीय जोड़ी आसान जीत की ओर से बढ़ रही थी लेकिन इसके बाद उनकी एकाग्रता टूटी जिससे मलेशिया की जोड़ी मुकाबले को करीबी बनाने में सफल रही। मलेशिया की जोड़ी ने 3-9 के स्कोर पर लगातार सात अंक से 10-9 की बढ़त बनाई लेकिन दीपिका और हरिंदर ने धैर्य बरकरार रखते हुए लगातार दो अंक के साथ जीत दर्ज की। एशियाई खेलों में संभवत: अंतिम बार खेल रही दीपिका ने अपने अभियान का अंत दो पदक के साथ किया।
प्रणय ने पक्का किया पदक 
भारत के शीर्ष एकल खिलाड़ी एचएस प्रणय ने गुरुवार को यहां मलेशिया के ली झी जिया को तीन गेम तक चले पुरुष एकल के रोमांचक क्वार्टर फाइनल में हराकर भारत के लिए बैडमिंटन का पदक सुनिश्चित किया, लेकिन महिला एकल में पीवी सिंधू को हार का सामना करना पड़ा। कमर की चोट से जूझ रहे दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी प्रणय ने दुनिया के 16वें नंबर के खिलाड़ी जिया को 78 मिनट चले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में 21-16 21-23 22-20 से हराया। 
प्रणय का पदक नयी दिल्ली 1982 खेलों में सैयद मोदी के कांस्य के बाद एशियाई खेलों की पुरुष एकल स्पर्धा में भारत का पहला पदक है। थकान से जूझते हुए प्रणय ने निर्णायक गेम में दो मैच प्वाइंट बचाए और लगातार चार अंक के साथ गेम और मैच जीत लिया। इससे पहले दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू क्वार्टर फाइनल में चीन की ही बिंगजियाओ के खिलाफ सीधे गेम में शिकस्त के साथ एशियाई खेलों से बाहर हो गईं। दुनिया की 15वें नंबर की खिलाड़ी सिंधू को दुनिया की पांचवें नंबर की खिलाड़ी बिंगजियाओ के खिलाफ 47 मिनट में 16-21, 12-21 से हार का सामना करना पड़ा। सिंधू ने तोक्यो ओलंपिक में बिंगजियाओ को ही सीधे गेम में हराकर कांस्य पदक जीता था लेकिन चीन की खिलाड़ी ने अपनी सरजमीं पर जीत के साथ बदला चुकता किया और भारतीय खिलाड़ी से पिछले दो एशियाई खेलों के पदक के रंग को बेहतर करने का मौका छीन लिया।
सौरव घोषाल की चांदी
भारत के शीर्ष खिलाड़ी सौरव घोषाल को स्क्वाश एकल वर्ग में रजत से संतोष करना पड़ा। वह मलेशिया के इयेन यो एंग से 11-9, 9-11, 5-11, 7-11 से हार गए। फाइनल तक एक भी गेम न गंवाने वाले घोषाल शुरुआत में 8-6 से पिछड़ रहे थे। उन्होंने कुछ अच्छे फोरहैंड लगाकर स्कोर 8-8 किया और पहला गेम जीता। मलेशियाई खिलाड़ी ने हालांकि दूसरा गेम 11-9 से जीतकर वापसी की और तीसरे तथा चौथे गेम में घोषाल उनके सामने टिक नहीं सके।

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