सांसद बृजभूषण शरण सिंह नहीं लड़ेंगे अध्यक्ष का चुनाव

भारतीय कुश्ती संघ ने जारी किया चुनाव कार्यक्रम
ओलम्पिक ट्रायल से पहलवानों को नहीं मिलेगी छूट
खेलपथ संवाद
गोंडा।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने साफ कर दिया है कि वह संघ के सात मई को होने वाले चुनाव में अध्यक्ष पद पर अपनी उम्मीदवारी नहीं जताएंगे। वह खेल संहिता का पालन करेंगे। हालांकि उन्होंने इशारा किया है कि वह कुश्ती संघ में नई भूमिका जरूर निभा सकते हैं। 
पहलवानों की ओर से यौन शोषण के आरोप लगाए जाने के बाद निगरानी समिति की जांच रिपोर्ट खेल मंत्रालय ने अब तक सार्वजनिक नहीं की है। महासचिव वीएन प्रसूद की अगुवाई में हुई कुश्ती संघ की आपातकालीन कार्यकारिणी की बैठक में उसका चुनाव कार्यक्रम जारी किया गया। बृजभूषण शरण सिंह बतौर अध्यक्ष चार साल के तीन कार्यकाल पूरे कर चुके हैं। 
खेल संहिता के मुताबिक वह अब इस पद पर चुनाव लड़ने के अयोग्य हो चुके हैं। बृजभूषण ने कहा कि उन्हें चुनाव पहले ही करा लेना था, लेकिन पहलवानों के धरने के कारण ऐसा नहीं हुआ, लेकिन हम अब चुनाव के लिए आगे बढ़ रहे हैं। बृजभूषण ने स्पष्ट किया कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने यह नहीं कहा है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे।
66 वर्षीय बृजभूषण को कुश्ती संघ में अब चार वर्ष का कूलिंग पीरियड लेना होगा, लेकिन चार वर्ष बाद वह किसी अन्य पद पर चुनाव लड़ने के योग्य होंगे तो उनकी उम्र 70 वर्ष हो चुकी होगी। उस दौरान भी वह अयोग्य हो जाएंगे। हालांकि वह संघ की 5 सदस्यीय कार्यकारी समिति के सदस्य हो सकते हैं। बृजभूषण ने यह भी कहा कई लोग हैंं जो अब उनसे आंख नहीं मिला पाएंगे, लेकिन वह अगर खेलना चाहते हैं तो प्रक्रिया सभी के लिए समान होगी, लेकिन कुश्ती संघ किसी भी पहलवान को ओलम्पिक ट्रायल से छूट नहीं देगा, चाहे उसने ओलम्पिक कोटा ही क्यों नहीं जीता हो।

 

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