फुटबॉल में आपने लियोनल मेसी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो और नेमार के तो कई धांसू गोल देखे होंगे, लेकिन भारत के 10 साल के एक बच्चे का गोल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस बच्चे के गोल के वीडियो ने सोशल मीडिया पर सनसनी मचा दी है। कक्षा 5 में पढ़ने वाले केरल के दानी पीके नाम के इस बच्चे ने जीरो एंगल से गोल दागा, जिसको देखकर आप भी दंग रह जाएंगे। मीनान्गडी में खेले गए ऑल केरल किड्स फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल मैच में दानी ने यह गोल दागा। फाइनल मैच में कोजीकोड प्रेजें.......
भारतीय फॉरवर्ड लालरेम्सियामी को 2019 की एफआईएच की सर्वश्रेष्ठ उदीयमान महिला खिलाड़ी चुना गया। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। भारत की 19 वर्ष की स्ट्राइकर ने अर्जेंटीना की जूलिएटा जांकुनास और नीदरलैंड की फ्रेडरिक माटला को हराया जो दूसरे और तीसरे स्थान पर रही। मिजोरम की इस खिलाड़ी को 40 प्रतिशत वोट मिले। उन्हें राष्ट्रीय संघों से 47.7 प्रतिशत, मीडिया से 28.4 प्रतिशत और प्रशंसकों तथा खिलाड़ियों से 36.4 प्रतिशत वोट मिले। बेलारूस के खिलाफ 2.......
रतनबाला के दो गोल के दम पर मणिपुर के कांगचुप रोड यंग फिजिकल एंड स्पोर्ट्स एसोसिएशन (केआरवाईपीएचएसए) एफसी ने केंकरे एफसी को 3-1 से हराकर पहली बार इंडियन वुमेंस लीग के फाइनल में प्रवेश कर लिया। विजेता टीम के लिए रतनबाला ने 18वें और 38वें मिनट में जबकि रोजा देवी ने 63वें मिनट में गोल किया। केंकरे के लिए एकमात्र गोल खेल के 43वें मिनट में ज्योति ने किया। केआरवाईपीएचएसए का खिताब के लिए सामना गोकुलम करेल एफसी और गत चैंपियन सेतु एफसी के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइन.......
बाक्सिंग के सपने को पूरा करने के लिए बोर्ड परीक्षा छोड़ी खेलपथ प्रतिनिधि पिथौरागढ़। कुछ कर गुजरने का जुनून हो तो किस्मत भी आपका साथ देती है। ऐसे ही कुछ हुआ है देवभूमि की बेटी निवेदिता के साथ। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में कनालीछीना विकासखंड के रणुवा गांव की मुक्केबाज निवेदिता कार्की ने अपने बाक्सिंग के सपने को पूरा करने के लिए अपनी बोर्ड पर.......
मापदंड पर उठाए सवाल खेलपथ प्रतिनिधि नई दिल्ली। भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के नाम पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए विचार नहीं किए जाने के बाद उनके पिता रामकिशन ने बुधवार को चयन मापदंड पर सवाल उठाए। 17 साल की इस खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई पदक हासिल किए हैं। वो 2018 में 16 साल की उम्र में मैक्सिको में हुए आईएसएसएफ विश्व कप में गोल्ड मेडल जीतने वाली सबसे युवा निशानेबाज बनीं थी। उन्होंने उसके बाद शानदार प्रद.......
पुणे की 16 साल की धाविका अवंतिका नराले ने 200 मीटर में दुती चंद का राष्ट्रीय जूनियर रिकार्ड अपने नाम किया था और अब वह अपने ही रिकार्ड को बेहतर करना चाहती हैं। अवंतिका की इच्छा यह है कि यह रिकार्ड कुछ और सालों तक उनके ही नाम रहे। अवंतिका ने कहा, "हां, मैं अपना श्रेष्ठ समय निकालना चाहती हूं। मैं इस रिकार्ड को उस स्तर तक ले जाना चाहती हूं कि यह अगले कुछ सालों तक मेरे नाम रहे। मेरे कोच संजय पाटनकर और सुधाकर मेमाने और मैंने अपने लिए लक्ष्य निर्धारित किए हैं और मुझ.......
गुवाहाटी। खेल एवं युवा कल्याण मंत्रालय की ओर से आयोजित खेलो इंडिया में पौड़ी की अंकिता ध्यानी ने अपनी काबिलियत का एक बार फिर लोहा मनवाया है। अंकिता ने 5000 मीटर दौड़ में शानदार प्रदर्शन कर उत्तराखंड के लिए गोल्ड मेडल जीता है। खेलो इंडिया यूथ गेम्स गुवाहाटी-2020 में अंकिता ध्यानी ने अंडर-21 कैटेगरी में 5000 मीटर दौड़ में पहला स्थान हासिल किया। अंकिता ने दौड़ 38 मिनट सात सेकेंड में पूरी कर रिकॉर्ड बनाया। उत्तराखंड एथलेटिक्स फेडरेश.......
हिमाचल की बेटी जीना खिट्टा ने फिर से अपने निशाने का लोहा मनवाया है। असम में चल रही खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जीना खिट्टा ने गोल्ड पर निशाना साधा। जीना खेलो इंडिया की शूटिंग इंवेट में दूसरी बार गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी बनी हैं। जीना ने इस बार हिमाचल को पहला गोल्ड मेडल दिलाया है। खेलो इंडिया-2020 की अंक तालिका में अभी हिमाचल 25 पायदान पर है। जीना ने हिमाचल को दूसरा मेडल दिलाया है। सोमवार को हिमाचल की अंडर-19 कबड्डी टीम ने रजत पदक जीता था। जीना.......
नई दिल्ली। महज 15 साल 285 दिन की उम्र में अर्द्धशतक जड़ महान सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड भंग करना और अब टी-20 विश्व कप टीम में चयन के साथ सर्वश्रेष्ठ प्रथम प्रवेशी का बीसीसीआई का अवॉर्ड हासिल करना। दो माह के अंदर रोहतक की शेफाली वर्मा की यह उड़ान किसी स्वप्निल परीकथा से कम नहीं है, लेकिन इसके पीछे संघर्ष की ऐसी कहानी छुपी जो किसी के लिए भी प्रेरणा बन सकती है। तीन साल पहले की ही बात है शेफाली के पिता की जेब में महज 280 रुपये थे। ग्लव्स फट चुके और बैट .......
देहरादून। दून के गढ़ी कैंट की रहने वाली अर्चना थापा बॉक्सर मैरीकॉम के जैसे कामयाब होना चाहती हैं। डीएवी (पीजी) कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई कर रही अर्चना राना ने बताया कि पिछले पांच साल से वह बॉक्सिंग खेल रही है। वह कहती है कि जब भी रिंग में उतरीं है तो उनके सामने देश के लिए गोल्ड जीतने का सपना आ जाता है। वह आज तक कई राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर अपने मुक्के का जलवा दिखा चुकी है। अर्चना ने कहा कि वह बॉक्सिंग में ही अपना करियर बनाना चाहती हैं। साथ ह.......