नरेंद्र मोदी स्टेडियम के नाम पर छिड़ा विवाद

विपक्ष ने किया विरोध तो बरसे खेल मंत्री रिजिजू
नई दिल्ली।
सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम का नामकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर कर दिया गया है। अब देशभर में इस फैसले पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स पीएम मोदी को ट्रोल कर रहे हैं तो बीजेपी के खिलाफ तरह-तरह के मीम्स भी शेयर हो रहे हैं। विपक्ष के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी ने भी सवाल खड़े किए। इस बीच खेल मंत्री किरेन रिजिजू इस फैसले का बचाव करते नजर आ रहे हैं।
खेल मंत्री की मानें तो इसे मुद्दा बनाने की जरूरत नहीं है क्योंकि पूरा खेल परिसर अब भी देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल के नाम पर है। रिजिजू ने ट्वीट किया, ‘पूरे खेल परिसर का नाम सरदार पटेल एनक्लेव है। केवल क्रिकेट स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम किया गया है। यह स्टेडियम भी इस परिसर के अंदर है। विडम्बना देखिए कि जिस ‘परिवार’ ने कभी सरदार पटेल का, यहां तक कि उनके निधन के बाद भी सम्मान नहीं किया, वही अब हो-हल्ला मचा रहा है।’
राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा कि सच कितनी खूबी से सामने आता है। नरेंद्र मोदी स्टेडियम - अडानी एंड - रिलायंस एंड जय शाह की अध्यक्षता में! हैशटैग हम दो हमारे दो।दूसरी ओर, कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने इसे सरदार पटेल का अपमान करार दिया। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, मोटेरा स्टेडियम से सरदार पटेल का नाम हटा कर नरेंद्र मोदी रखना आजादी के महानायक का घोर अपमान है। श्रीनेत ने ट्वीट में प्रधानमंत्री से सवाल किया कि आपके दंभ और अहंकार की कोई तो सीमा होगी।
स्टेडियम की खासियतें
राष्ट्रपिता रामनाथ कोविंद द्वारा उद्घाटित इस स्टेडियम को दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम कहा जा रहा है। महामहिम ने 62 एकड़ के क्षेत्रफल में फैले अपनी पत्नी के साथ नवनिर्मित सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव का भूमि पूजन भी किया। इस दौरान वहां गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू, गुजरात के उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल समेत कई अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
इस स्टेडियम में 1,10,000 दर्शकों के बैठने की क्षमता है, जो मेलबर्न क्रिकेट मैदान से भी अधिक है। जीसीए स्टेडियम में होने वाले अगले दो टेस्ट मैचों के लिए करीब 55,000 टिकटों को बेचने के लिए रखा गया। यहां हाल ही में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के नाकआउट दौर के मुकाबले भी आयोजित किए गए थे। 
विश्व के सबसे बड़े स्टेडियम में तीन प्रैक्टिस ग्राउंड्स, क्लब हाउस, ओलंपिक साइज स्विमिंग पूल और एक इनडोर क्रिकेट एकेडमी भी बनाई गई है।
स्टेडियम का स्ट्रक्चर ऐसा है कि जब भी कोई खिलाड़ी बाउंड्री मारे तो स्टेडियम में बैठने वाला हर क्रिकेट प्रेमी उस बाउंड्री को देख पाए।
यह दुनिया में एकमात्र स्टेडियम है, जिसमें अभ्यास और सेंटर पिच के लिए एक ही मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है। यहां बेहतर दृश्यता और परछाई को दूर करने के लिए पूरी गोलाकर छत पर एलईडी लाइट लगी है।'
दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम में 11 सेंटर पिचें हैं, यह दुनिया में एकमात्र स्टेडियम हैं, जिसमें मुख्य मैदान पर 11 सेंटर पिचें हैं।
यह दुनिया का पहला क्रिकेट स्टेडियम है जिसमें जिम सहित चार विश्वस्तरीय ड्रेसिंग रूम हैं।
इसके अलावा 25 लोगों की क्षमता वाले 76 कॉर्पोरेट बॉक्स बनाए गए हैं।
यहां मैदान में घास के नीचे रेत का इस्तेमाल किया गया है जिसकी मदद से भारी बारिश के बावजूद मैच कुछ ही घंटे में दोबारा से शुरू हो सकता है। 
कार और स्कूटर की पार्किंग व्यवस्था की गई है। जिसमें 4 हजार कार और 10 हजार दो पहिया वाहन की पार्किंग की व्यवस्था है।

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