खेल हब के रूप में विकसित किया जायेगा थानेसर

'बौद्ध स्तूप को विकसित करने पर खर्च होंगे 4.50 करोड़'
कुरुक्षेत्र।
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि थानेसर को खेल हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस क्षेत्र से हाकी, वालीबाल, बास्केटबॉल, स्केटिंग, जूडो, एथलेटिक्स के साथ-साथ अन्य खेलों के अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार किए जाएंगे। इतना ही नहीं द्रोणाचार्य स्टेडियम में ही राष्ट्रीय स्तर का सिंथेटिक ट्रैक बनकर तैयार हो चुका। इस परियोजना के लिए राज्य सरकार की तरफ से 8 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया गया है। 
स्टेडियम के नवीनीकरण पर भी 2 करोड़ रुपए का बजट खर्च किया गया है। वे रविवार को द्रोणाचार्य स्टेडियम में बने सिंथेटिक ट्रैक का औचक निरीक्षण करने के उपरांत अधिकारियों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान विधायक ने सिंथेटिक ट्रैक की दयनीय हालत, आसपास की जगह की अव्यवस्था, शौचालय की खस्ता हालत पर खेल विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई और आगामी 7 दिनों में इन कमियों को पूरा करने के आदेश भी दिए। 
किया ट्यूबवेल का शिलान्यास
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि शहर के लोगों की पीने की पानी समस्या का निरंतर समाधान किया जा रहा है। शहर के विभिन्न सेक्टरों और वार्डों में पेयजल की समस्या का निदान करने के टयूबवैल लगवाए जा रहे हैं। कुरुक्षेत्र में अधूरे पड़े सभी विकास कार्य जल्द ही पूरे कर दिए जाएंगे। जनता की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निवारण किया जा रहा है। अधूरी पड़ी सड़कों का निर्माण कार्य पूरा करवाने, पार्कों की सफाई व्यवस्था, शहर में जमा होने वाले पानी की निकासी को लेकर नगरपरिषद और जिला प्रशासन गंभीरता से कार्य कर रहा है। विधायक सुभाष सुधा रविवार को सेक्टर-30 में पीने के पानी के दूसरे ट्यूबवैल का शिलान्यास करने उपरांत संबोधित कर रहे थे। 
विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि राज्य सरकार ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के बौद्ध स्तूप को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए योजना को अमलीजामा पहनाने का काम किया है। इस योजना के तहत राज्य सरकार बोद्ध स्तूप पर 4 करोड़ 50 लाख रुपए की राशि खर्च करेगी। इस परियोजना का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग की तरफ से एक माह के अंदर शुरू कर दिया जाएगा और एक साल के अंदर इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। विधायक सुभाष सुधा रविवार को महिला पुलिस थाने के सामने मेटा माॅड्यूलर का उद्घाटन करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इससे पहले उन्होंने विधिवत रूप से मेटा माॅड्यूलर के अंतर्गत बनने वाली रेडीमेंट रसोई का बारीकि से अवलोकन किया।

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