बरुआसागर में अलसुबह से ही हम छू लेंगे आसमां की अनुगूंज

यहां की प्रतिभाएं बुंदेलखंड मैराथन में करेंगी अपनी दमखम का आगाज

श्रीप्रकाश शुक्ला

बरुआसागर (झांसी)। वीरांगना लक्ष्मीबाई की कर्मभूमि हमेशा से ही साहस और शौर्य का प्रतीक रही है। यहां की मिट्टी में कुछ खास है, इसे खास बनाती है यहां की युवा तरुणाई। झांसी से कोई 20 किलोमीटर दूर बरुआसागर में अलसुबह से ही हम छू लेंगे आसमां एक दिन की अनुगूंज सुनाई देती है। इस अनुगूंज में यहां की बेटियों का जोश-जज्बा-जुनून देखते ही बनता है। इन ग्रामीण प्रतिभाओं के लिए उम्मीद की किरण बने हैं खेलों के शुभचिन्तक युवा रिंकू परिहार।

रिंकू परिहार शारीरिक शिक्षा की तालीम हासिल एक कर्मठ युवा हैं। खिलाड़ियों की मैदानों से रुचि पैदा करना ही इनका एकमात्र मकसद है। बरुआसागर जैसी छोटी सी जगह में इन्होंने खेलों के उत्थान का बड़ा सपना देखा है। इस सपने को साकार करने के लिए इन्होंने फिजिकल एज्यूकेशन सोशल वेलफेयर फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की है। यह ट्रस्ट खिलाड़ियों को बेहतर माहौल देने के साथ ही हर तरह की निःशुल्क सुविधाएं मुहैया कराता है। इस ट्रस्ट के अध्यक्ष रिंकू परिहार के साथ ही सचिव ठाकुरदास कुशवाहा, ट्रेनर निशान्त पुरोहित, ट्रेनर प्रिंस विश्वकर्मा, ट्रेनर संजू कुशवाहा, ट्रेनर कमलेश द्वारा सुबह से ही बरुआसागर की प्रतिभाओं में शारीरिक दमखम बढ़ाने के साथ ही उन्हें जीत के मंत्र सिखाए जाते हैं।

खेलों को समर्पित इस संस्थान द्वारा प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को न केवल खेलों की बारीकियां समझाई जाती हैं बल्कि महिला सशक्तीकरण को नया आयाम देने के लिए यहां की बेटियों को आत्मरक्षा के गुर भी सिखाए जाते हैं। फिजिकल एज्यूकेशन सोशल वेलफेयर फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट युवा खिलाड़ियों को निःशुल्क प्रशिक्षण देने के साथ ही समय-समय पर उन्हें गणवेश और जूते भी प्रदान करता है। खेलों की इस एकेडमी में लड़कों की अपेक्षा लड़कियां अधिक हैं। यहां लगातार प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवा खिलाड़ी अब देश के लिए मेडल लाने के सपने देख रहे हैं।

12 जनवरी को छतरपुर में आयोजित होने वाली बुंदेलखंड मैराथन में यहां के 10 बालक-बालिका धावकों ने 10 किलोमीटर दौड़ में पंजीयन कराया है। पहली बार एक बड़ी प्रतियोगिता में शिरकत करने जा रही इस उत्साही टोली का कहना है कि हम जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। ट्रस्ट के अध्यक्ष रिंकू परिहार का कहना है कि हमारे देश में खेलों को लेकर लोग जागरूक नहीं हैं, यही वजह है कि बड़ी प्रतियोगिताओं में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहता। श्री परिहार कहते हैं कि फिजिकल एज्यूकेशन ट्रस्ट बरुआसागर के हर बच्चे के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करने को प्रतिबद्ध है। हमारी कोशिश खिलाड़ियों को प्राथमिक स्तर से ही खेलों का बेहतर वातावरण देना है। हमारे लिए खुशी की बात है कि बरुआसागर में एक से बढ़कर एक बेजोड़ प्रतिभाएं हैं जिनसे हम भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर पदक की उम्मीद कर सकते हैं।  

 

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