पिता के प्रोत्साहन से शिखर पर पहुंचे जसपाल राणा

इस बार उन्हें मिलेगा द्रोणाचार्य अवार्ड
खेलपथ संवाद
देहरादून। देश को कई विश्वस्तरीय शूटर देने वाले अनुभवी कोच जसपाल राणा को द्रोणाचार्य पुरस्कार से नवाजा जाएगा। इससे पहले वो अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित हो चुके हैं। उनका नाम पिछली बार भी द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए भेजा गया था, लेकिन उन्हें पुरस्कार नहीं मिल पाया। इसके चलते काफी विवाद भी हुआ था। इस बार उनका नाम दोबारा भेजे जाने पर उनके परिजन बेहद खुश हैं। उनके पिता ने कहा कि आखिरकार उनके बेटे जसपाल को मेहनत का फल मिल ही गया।
जूनियर भारतीय पिस्टल टीम के मुख्य कोच जसपाल राणा उत्तराखंड (देहरादून) के रहने वाले हैं। उन्होंने निशानेबाजी में कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाए हैं। साल 1994 में 18 साल की उम्र से ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने का सिलसिला शुरू कर दिया था। एशियन गेम्स में जसपाल राणा ने भारत को निशानेबाजी में स्वर्ण पदक दिलाकर देश का नाम रोशन किया था। खास बात ये है कि जसपाल राणा को निशानेबाजी का ये हुनर विरासत में मिला है। उनके पिता से लेकर बच्चे भी शूटिंग के क्षेत्र में देश नाम कमा रहे हैं। 
पूर्व निशानेबाज जसपाल राणा के पिता नारायण सिंह राणा बताते हैं कि जब वो आईटीबीपी में थे। तो उस वक्त वो ट्रेनिंग के दौरान बेटे को साथ ले जाया करते थे। यहीं से ही जसपाल राणा का शूटिंग की ओर रुझान हुआ और वो इसी रास्ते पर आगे बढ़ते चले गए। राणा उस वक्त आईटीबीपी स्कूल मसूरी से अपनी प्रारंभिक शिक्षा ले रहे थे। 
जसपाल राणा राजनीति में भी अपना हाथ आजमा चुके हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में पहले भारतीय जनता पार्टी और फिर कांग्रेस पार्टी का हाथ थामा। जसपाल राणा ने साल 2009 का लोकसभा चुनाव टिहरी सीट से भाजपा प्रत्याशी के रूप में लड़ा, लेकिन उन्हें कांग्रेस के विजय बहुगुणा के हाथों हार का सामना करना पड़ा। खास बात ये भी है कि जसपाल राणा और राजनाथ सिंह के बीच पारिवारिक रिश्ते हैं। जसपाल के पिता नारायण सिंह राणा और राजनाथ सिंह आपस में समधी हैं। 
पूर्व खेल मंत्री नारायण सिंह राणा की पोती और पूर्व अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज और वर्तमान में भारतीय निशानेबाजी टीम के कोच जसपाल राणा की बेटी देवांशी राणा भी शानदार शूटर है। अपने पिता से ही प्रेरणा लेकर वह शूटिंग के क्षेत्र में आई हैं। मंझौन शूटिंग रेंज में उन्होंने शूटिंग की बारीकियां सीखीं। इसके बाद पिता ने उन्हें दिल्ली के डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में प्रोफेशनल शूटिंग का प्रशिक्षण लेने भेजा। वो भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत चुकी हैं। इसके साथ ही उनका बेटा युवराज भी निशानेबाजी की बारीकियां सीख रहा है। 
जसपाल राणा की उपलब्धियां
नाम-जसपाल राणा
जन्मतिथि- 28 जून, 1976
पिता-नारायण सिंह राणा
उपलब्धि-1994, 1999 और 2006 में हुए एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक। 
1998 और 2006 कॉमनवेल्थ गेम्स में एकल और पीयर ईवेंट में स्वर्ण पदक।    
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