खेल मंत्रालय वाटर स्पोर्ट्स खेलों की भी ले सुध

वाटर स्पोर्ट्स खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को भी मिले अभ्यास की अनुमतिः विकास कुमार पासवान

खेलपथ प्रतिनिधि

नई दिल्ली। अंधा बांटे रेवड़ी चीन्ह-चीन्ह कर देय, इन दिनों कुछ इसी तर्ज पर केन्द्रीय खेल मंत्रालय का कामकाज चल रहा है। भारतीय ओलम्पिक संघ जहां सभी खेलों के खिलाड़ियों को मैदानों से जोड़ने की कवायद कर रहा है वहीं खेल मंत्रालय की नजर अभी तक वाटर स्पोर्ट्स खेलों की तरफ नहीं गई है, जबकि यह ऐसे खेल हैं जिन पर सोशल डिस्टेंसिंग मनमुताबिक बढ़ाई जा सकती है। ड्रैगन बोट एसोसिएशन दिल्ली के अध्यक्ष अजय कुमार वत्स तथा महासचिव विकास कुमार पासवान ने खेल मंत्रालय से इन खेलों की तरफ भी ध्यान दिए जाने का आग्रह किया है।

ड्रैगन बोट एसोसिएशन दिल्ली के अध्यक्ष अजय कुमार वत्स का कहना है कि सरकार ने कुछ खेलों के लिए प्रशिक्षण लागू कर दिया है जबकि वाटर स्पोर्ट्स खेलों रोविंग, ड्रैगन बोट रेस, नौकायन, कैनोइंग, याचिंग आदि को अभी भी अनुमति का इंतजार है। देखा जाए तो वाटर स्पोर्ट्स खेलों में अपने आप ही खिलाड़ियों के बीच काफी दूरी होती है। इन सभी खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को भी अतिशीघ्र अभ्यास का मौका दिया जाना खेलहित में होगा।

महासचिव विकास कुमार पासवान का कहना है कि वाटर स्पोर्ट्स खेलों के खिलाड़ियों को अभ्यास की अनुमति न मिलने से उनमें निराशा व्याप्त है। श्री पासवान का कहना है कि खेल मंत्रालय ने बहुत से ऐसे खेलों को अनुमति दे दी है जहां सोशल डिस्टेंसिंग मुश्किल काम है। इन खेलों में क्रिकेट, फुटबॉल, बैडमिंटन, एथलेटिक्स आदि शामिल हैं।  श्री पासवान ने केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू से आग्रह किया है कि वाटर स्पोर्ट्स खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को भी अभ्यास की अनुमति प्रदान करें ताकि खिलाड़ी भविष्य में होने वाली प्रतियोगिताओं के लिए अपने आपको तैयार रख सकें।

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